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अखिलेश यादव ने पूछा- क्या थाने चला रहे नेताओं को UPCOCA रोक देगा?

aman
By aman
Published on: 22 Dec 2017 1:08 PM IST
अखिलेश यादव ने पूछा- क्या थाने चला रहे नेताओं को UPCOCA रोक देगा?
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आरके चौधरी

लखनऊ: कभी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बड़े नेताओं में शुमार रहे आर के चौधरी ने इस साल हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी की मदद से जीत हासिल की, लेकिन शुक्रवार (22 दिसंबर) को अपनी पार्टी बीएस 4 का विलय समाजवादी पार्टी में कर लिया।

सपा मुख्यालय में अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष वो खुद पार्टी में शामिल हुए और अपनी पार्टी बीएस 4 का विलय करने की घोषणा की। चूंकि, वो लंबे समय तक बसपा में रहे थे इसलिए सपा में विलय के वक्त उनकी जुबान फिसली। कहा, कि 'उनके कार्यकर्ता अब बसपा के कार्यकर्ताओं की तरह काम करेंगे। बाद में उन्होंने अपनी गलती सुधारी और बसपा की जगह सपा बोले।'

अकेले काम करेंगे तो बीजेपी को नहीं रोक पाएंगे

इसके अलावा स्वामी ओमवेश और बसपा के पूर्व सांसद राम शंकर भार्गव भी अपने समर्थकों के साथ सपा में आ गए। आरके चौधरी ने कहा, कि 'अगर हम अकेले काम करेंगे तो बीजेपी को रोक नहीं पाएंगे, इसके लिए मिलकर काम करना होगा।' उन्होंने बीजेपी को घटिया पार्टी बताते हुए सपा संरक्षक और संस्थापक मुलायम सिंह यादव की सराहना की। कहा, कि 'जब नेताजी सीएम बने तो उन्हें मंत्री बना दिया।'

सपा, बसपा गठबंधन का प्रयोग फेल रहा

चौधरी ने कहा, कि 'यूपी में सपा, बसपा गठबंधन का प्रयोग किया गया था जो फेल हो गया।' उन्होंने कहा, कि 'एक दिन अखिलेश ने अकेले बुलाया था, बात की। एकजुट होकर बीजेपी को जड़ से उखाड़ फेंकने में खुशी होगी। बीएस4 के साथियों से अब अपील है कि सपा के साथियों के साथ मिलकर काम करें।'

मायावती ने मुझे जेल में डाला था

इसी क्रम में स्वामी ओमवेश ने कहा, 'सपा की सदस्यता ले रहा हूं। गंगाराम को भी बधाई दी। वह अखिलेश के ओएसडी रहे हैं। नेताजी मुझे बहुत प्यात करते हैं। उन्होंने कहा, मायावती ने मुझे जेल में डाला था। 10 मुकदमे लगाए थे। तब उन्होंने (नेताजी) डेढ़ घंटे रहकर मुझे ढांढस बंधाया था।'

...तो नासमझों को भी समझ आएगी

इसके बाद यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने प्रेस को संबोधित किया। कहा, 'इन दोनों लोगों ने वो बातें कही, जो समाज और देश की जरूरत है। देश सबका है। ओमवेश जब यही बात मंच से बोलेंगे तो नासमझों को भी समझ आएगी। उन्होंने कहा, जिस तरह की राजनीति देश में चल रही है। उससे देश आगे नहीं बढ़ पाएगा। ताकत काम करने वालों से बढ़ती है। जिस ताकत से देश को खतरा है, उससे लड़ना चाहते हैं। समाजवादी छिपकर कोई लड़ाई नहीं लड़ना चाहते।'

ये यूपीकोका से डरा रहे

इसके बाद सपा अध्यक्ष के निशाने पर बीजेपी रही। कहा, 'प्रदेश और केंद्र सरकार ने कोई काम नहीं किया है। ये यूपीकोका से डरा रहे हैं। बिजली तो बनाई नहीं बिल बढ़ा दिया। सदन में उनकी भाषा सुनो। खुद पता चल जाएगा।'

ध्यान हटाने की ताकत बीजेपी के पास है

अखिलेश ने गुजरात चुनाव के मद्देनजर बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा, 'अगर पानी से जहाज उड़ाने से वोट मिलता तो हमने सड़क से जहाज उड़ाया। ध्यान हटाने की ताकत बीजेपी के पास है। गुजरात मॉडल कुछ नहीं है। वह धोखे का मॉडल था। ऐसी ताकतें जो झूठ बोलकर, बहकाकर, कुछ और दिखाकर वोट लेते हैं यह अब नहीं चलेगा।'

क्या थाने चला रहे नेताओं को यूपीकोका रोक देगा?

उन्होंने कहा, 'एक समय यूपी में यह कहा जा रहा था, कि एनकाउंटर होने से कानून-व्यवस्था सही हो जाएगी। पर नोटिस मिली, हंगामा हुआ। यूपीकोका इनके नेताओं को अफसरों के अपमान करने से रोक देगा। नेता थाने चला रहे हैं। क्या यूपीकोका इसे रोक देगा। यूपी की कानून व्यवस्था 100 नंबर और 1090 से ही सुधर सकता है। न्यूयॉर्क में जो व्यवस्था है वही वह मैं लखनऊ में लाया। ऐसी व्यवस्था की, कि कोई भी गरीब फ़ोन करे तो फ़ोन उठेगा। 10 से 15 मिनट में कार्यवाही होगी। अमेरिका में यह चलता है।' आगे कहा, सेल्फी का प्रचार बीजेपी के लोगों ने किया और सीएम ने अपने दरवाजे पर लिख दिया कि अगर सेल्फी लिया तो यूपीकोका लग सकता है।

सीएम ने विधायकों, जनता को डराया

पीईटीएन मुद्दे पर अखिलेश यादव ने सवालिया लहजे में पूछा, 'एक पुड़िया विधानसभा में मिली, वह क्या थी? वहां फर्नीचर चमकाने वाला काम करता है। इस सीएम ने विधायकों, जनता को डर दिया। जो सीएम डरा सकता है, वह यूपीकोका विधायक को डराने के लिए भी ला सकता है।'

लेकिन आलू खेतों में सड़ रहा है

अखिलेश यादव ने चल रहे यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान बजट को लेकर भी सवाल उठाए। कहा, 'ये अच्छी बात है। यूपी का इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर हो किसानों को लाभ मिले। लेकिन आलू खेतों में सड़ रहा है। हिमांचल में कहा, कि सब ठीक कर दिया है। सीएम को साफ करना चाहिए कि आलू किसके लिए है। धान किससे खरीदा।'



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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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