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....और अब रूस में आतंकवादियों और उनके समर्थकों की खैर नहीं

Rishi
Published on: 30 Dec 2017 2:59 PM IST
....और अब रूस में आतंकवादियों और उनके समर्थकों की खैर नहीं
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मॉस्को : एक तरफ जहां अभी हमारे देश में आतंकवाद का वित्तपोषण या आतंकवादियों की भर्ती करने वाले व्यक्तियों की सजा को लेकर कोई विशेष कानून नहीं है जिसका फायदा उठा वो सजा से बच निकलते हैं वहीं मित्र देश रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आतंकवाद का वित्तपोषण या आतंकवादियों की भर्ती करने वाले व्यक्तियों की सजा और कड़ी करने के लिए आपराधिक कानून में संशोधन पर हस्ताक्षर किए हैं। रूस की कानूनी जानकारी मुहैया कराने वाली आधिकारिक वेबसाइट पर शुक्रवार को ये संशोधन प्रकाशित किए गए।

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आतंकवाद का वित्तपोषण करने या आतंकवादियों की भर्ती करने वाले संदिग्धों के अपराधी साबित होने पर उन्हें 300,000 से 700,000 रूबल (लगभग 330183.07 रूपए) के जुर्माने के साथ आठ से 20 वर्षो या आजीवन कारावास की सजा हो सकती है। जबकि संशोधनों से पहले ऐसे अपराधियों को 10 वर्ष तक की जेल की सजा दी जाती थी।

इन संशोधनों ने आपराधिक कानून में "अपराध के प्रचार" को भी पहली बार शामिल किया गया है और इसके दोषी को 300,000 से 100,000 रूबल के साथ पांच से सात वर्ष तक की जेल की सजा हो सकती है।

इस महीने की शुरुआत में रूसी संघीय सुरक्षा सेवा के निदेशक एलेक्जेंडर बोर्तनिकोव ने कहा था कि सीरिया और इराक में हार के बाद आतंकवादी मध्य पूर्व से रूस और अन्य पूर्व सोवियत गणराज्यों में घुसने का प्रयास कर रहे हैं।



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Rishi

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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