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सऊदी अरब की 'राजमाफी' के बाद 20 हजार कामगार लौटेंगे देश, जी रहे हैं बदतर जिंदगी

aman
By aman
Published on: 3 May 2017 2:10 PM IST
सऊदी अरब की राजमाफी के बाद 20 हजार कामगार लौटेंगे देश, जी रहे हैं बदतर जिंदगी
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सऊदी अरब की 'राजमाफी' के बाद 20 हजार कामगार लौटेंगे देश, जी रहे थे बदतर जिंदगी

रियाद: सऊदी अरब में गलत हाथों में जाकर फंसे करीब 20 हजार भारतीय तीन महीने के भीतर अपने वतन वापस लौट पाएंगे। इन कामगारों के परिवारों के लिए ये बहुत बड़ी खुशखबरी है। बता दें कि सऊदी अरब सरकार ने भारतीयों को 90 दिन के लिए 'राजमाफी' दी है। ऐसे लोगों को अब 90 दिनों के भीतर देश छोड़ना होगा।

ऐसे लोगों में अधिकतर अवैध रूप से सऊदी अरब गए थे या 'कबूतरबाजी' के जरिए उन्हें वहां ले जाया गया था। ऐसे कामगार वीजा सीमा की अवधि पूरी होने के बाद भी वहां रहने को मजबूर हैं। इनमें सबसे ज्‍यादा संख्‍या तमिलनाडु से गए लोगों की बताई जा रही है। यूपी और बिहार से गए कामगारों की संख्या भी बड़ी है।

20,231 लोगों ने दी देश लौटने की अर्जी

इस संबंध में भारतीय दूतावास के लोक कल्याण परामर्शक अनिल नौटियाल ने कहा, कि सरकार द्वारा दी गई 'राजमाफी' के तहत मंगलवार तक 20,231 लोगों ने भारत लौटने के लिए अर्जी दाखिल की है।

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बनाए गए विशेष सेंटर

भारत लौटने वाले लोगों को 90 दिनों के भीतर देश भेजने के लिए सऊदी अरब सरकार की ओर से रियाद में विशेष सेंटर बनाया गया है। यहां भारतीय अपने वतन लौटने की अर्जी दाखिल कर सकते हैं। भारतीय दूतावास ने सऊदी अरब में गैर-कानूनी तरीके से रह रहे सभी भारतीयों ने वापस घर लौटने की अपील की थी।

'राजमाफी' के लिए शुक्रिया

बता दें, कि भारत लौटने के लिए जिन मजदूरों ने अभी तक अर्जी दाखिल की है, वे बेहद बुरे हालात में यहां काम कर रहे हैं। एक भारतीय मजदूर ने बताया, 'मैं पिछले चार सालों से यहां नर्क जैसे हालात में काम कर रहा हूं। मैंने कई जगह काम किया, ज्‍यादातर जगह मुझे पैसे भी नहीं मिले। यहां मजदूरों के लिए हालात बेहद खराब हैं। मैं सरकार का 'राजमाफी' प्रदान करने के लिए शुक्रिया अदा करता हूं।'



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Content Writer

अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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