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रार जारीः शिवपाल- नई पीढ़ी समाजवाद पढ़े, अखिलेश- हमने नेताजी से सीखा

Rishi
Published on: 30 Jun 2016 2:54 AM IST
रार जारीः शिवपाल- नई पीढ़ी समाजवाद पढ़े, अखिलेश- हमने नेताजी से सीखा
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लखनऊः डॉन मुख्तार अंसारी के कौमी एकता दल (क्यूईडी) के विलय को लेकर सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह के कुनबे में मचा टकराव अभी खत्म नहीं हुआ है। इसका नजारा बुधवार को मुलायम के भाई रामगोपाल यादव के बर्थ-डे सेलीब्रेशन में दिखा। क्यूईडी का विलय कराने वाले मुलायम के भाई शिवपाल सिंह यादव देर से आए, फिर पीछे की सीट पर बैठे। अमर सिंह उन्हें सामने लेकर आए। इसके बाद शिवपाल ने नई पीढ़ी को समाजवाद का पाठ पढ़ाया। इस पर उनके भतीजे और सीएम अखिलेश यादव ने अपने ही अंदाज में उन्हें जवाब दे दिया।

क्या बोले शिवपाल?

-शिवपाल सिंह यादव ने अपने संबोधन में समाजवाद की बात कही।

-शिवपाल ने कहा कि आज की पीढ़ी को समाजवाद का ज्ञान नहीं है।

-उन्होंने कहा कि नई पीढ़ी को समाजवाद पढ़ना चाहिए।

-शिवपाल ने सभी का नाम लिया, लेकिन अखिलेश का नाम नहीं लिया।

ramgopal-birthday-1 कार्यक्रम की शुरुआत में सामने बैठे अखिलेश और पीछे की कुर्सी पर बैठे शिवपाल

अखिलेश ने कैसे दिया जवाब?

-शिवपाल ने भले नाम न लिया हो, लेकिन अखिलेश ने अपने संबोधन में शिवपाल का नाम लिया।

-शिवपाल के बाद अखिलेश यादव ने समारोह में माइक संभाला।

-उन्होंने कहा कि हमने तो नेताजी (अपने पिता) से समाजवाद सीखा है।

-अखिलेश ने ये भी कहा कि नेताजी ने लोहिया और जयप्रकाश नारायण के समाजवाद को आगे बढ़ाया है।

क्यों है मुलायम के कुनबे में रार?

-क्यूईडी के सपा में विलय का शिवपाल ने एलान किया था।

-अखिलेश यादव ने डॉन की पार्टी के विलय का जोरदार विरोध किया।

-शिवपाल ने कहा था कि मुलायम के कहने पर विलय किया गया।

-सपा संसदीय बोर्ड में अखिलेश अड़े तो विलय रद्द कर दिया गया।

-शिवपाल सिंह मंत्रीमंडल विस्तार में भी शामिल नहीं हुए थे।



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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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