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PHOTOS: पटना-इंदौर एक्स. कानपुर के पास पटरी से उतरी, 115 यात्रियों की मौत

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Published on: 20 Nov 2016 5:18 AM IST
PHOTOS: पटना-इंदौर एक्स. कानपुर के पास पटरी से उतरी, 115 यात्रियों की मौत
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कानपुरः यहां से करीब 60 किलोमीटर दूर पुखरायां स्टेशन के पास पटना के राजेंद्रनगर और इंदौर के बीच चलने वाली 19321 एक्सप्रेस के 14 डिब्बे शुक्रवार देर रात पटरी से उतर गए। ट्रेन इंदौर से राजेंद्रनगर जा रही थी। यूपी डीजीपी जाविद अहमद ने 115 लोगों के मौत की पुष्टि की हैं। 200 से ज्यादा यात्री घायल हुए हैं। ट्रेन के सारे एसी डिब्बे और एस-1 से एस6 तक डिब्बे पटरी से उतरे हैं। एनडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच चुकी है। राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है। इस हादसे में राहत कार्य के लिए सेना और पैरा मेडिकल की टीम घटना स्थल पर पहुंच गई है।

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी राहत काम की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त 2 डिब्बों को हटाने और उसमें फंसे लोगो निकालने का काम जारी है। घायलों को कानपुर के हैलट अस्पताल लाया जा रहा है। अस्पताल में कई वार्ड खाली करा लिए गए थे। डॉक्टरों की टीम घायलों को देखने का काम कर रही है। सीएम अखिलेश यादव ने सूबे के डीजीपी जावीद अहमद को खुद बचाव कार्य पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने घायलों को मौके से कानपुर तक लाने के लिए रास्ते को खाली रखने का निर्देश भी ट्रैफिक पुलिस को देने के लिए डीजीपी से कहा है।

रेलमंत्रालय ने मृतकों के परिजनों को 3.50 लाख और घायलों को 50 हजार का मुआवजा देने का ऐलान किया है। राज्य सरकार ने हादसे का शिकार हुए लोगों के लिए मुआवजा देने का ऐलान किया है। मृतकों के परिजनों को 5 लाख, गंभीर रूप से घायल लोगों को 50 हजार और मामूली रूप से घायलों को 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया है। पीएम राहत कोष से भी मृतकों को 2 लाख और घायलों को 50 हजार रुपए के मुआवजे का ऐलान किया गया है।

डीजीपी जाविद अहमद ने कहा कि राहत बचाव कार्य जारी हैं। घायलों और मृतकों को अस्पतालों में पहुंचाने की व्यवस्था कर दी गई है। एनडीआरएफ की टीम पहुंच चुकी है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर दलजीत चौधरी घटना स्थल के लिए रवाना हो गए हैं। रेल मंत्री सुरेश प्रभु भी करीब 12 बजे तक घटनास्थल पर पहुंचेगे।

रेलमंत्री और रेल राज्यमंत्री ने जायजा लिया...

रेलमंत्री सुरेश प्रभु हादसे का जायजा लेने कानपुर पहुंचे। उन्होंने घटनास्तल का दौरा किया। रेलमंत्री ने हॉस्पिटल में घायलों से मुलाकात की। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि हादसे की जांच होगी। घटनास्थल पर पहुंचे रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा, ''यह ट्रेन हादसा बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मौत का कोई मुआवजा नहीं होता है। हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। हमारी पहली कोशिश यह है कि घायलों को सही वक्त पर इलाज मिल सके। डॉक्टरों की स्पेशल टीम इस काम में लगाई गई है। साथ ही जो लोग वापस पटना या इंदौर जाना चाहते हैं, उन्हें हिफाजत के साथ वहां पहुंचाया जाएगा। यह ट्रेन हादसा किसी साजिश के तहत हुआ है, इस पर कुछ भी कहना अभी उचित नहीं होगा।''

कानपुर देहात में हुए ट्रेन हादसे में करीब 60 से ज्यादा यात्रियों की मौत हो चुकी है और काफी संख्या में लोग घायल हुए हैं। घायलों को कानपुर के हैलट अस्पताल भेजा जा रहा है। हैलट अस्पताल में अब तक 28 घायल पहुंच चुके है। हैलट अस्पताल का पूरा अमला घायलों के इलाज में लगा हुआ है। घायलों का हालचाल लेने पंहुचे कानपुर जिलाधिकारी डॉ कौशल राज शर्मा ने मेडिकल कालेज प्राचार्य डॉ नवनीत कुमार से बात की और हिदायत दी कि किसी भी घायल के इलाज में लापरवाही ना बरती जाए। जिलाधिकारी ने आसपास के निजी नर्सिंग होमो को हिदायत दी है कि अगर हैलट में घायलो की संख्या बढ़ेगी तो उनको इलाज करना पड़ेगा। बता दें कि भोपाल से भी 107 यात्री दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन में यात्रा कर रहे थे।

आगे की स्लाइड में देखें कानपुर देहात के जिला अस्पताल में घायलों की लिस्ट...

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आगे की स्लाइड में पढ़ें वाराणसी से थे कितने यात्री....

बता दें कि दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन में वाराणसी के लगभग 500 यात्री यात्रा कर रहे थे। एस-1 और एस-2 में 107 यात्री शामिल है। वाराणसी रेल प्रशासन ने यात्रियों की सुविधाओं के लिए 10 लोगों की टीम गठित की है। इंदौर-पटना एक्सप्रेस के एस-2 में यात्रा कर रहे वाराणसी के 5 यात्रियों की मौत की सूचना हेल्पलाइनके जरिए मिली। मरने वालों में प्रतिमा श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव के साथ उनकी 2 बेटियां और एक बेटा शामिल है। यह जानकारी संजय के रिश्तेदार ने दी, जो हादसे की जानकारी होने के बाद कैंट स्टेशन पर आए हैं। संजय अपने चाचा की बेटी की शादी में शामिल होने के लिए वाराणसी आ रहे थे।

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दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन की बोगियों में शामिल वाराणसी के यात्री...

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S-5-14

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S-7-54

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S-11-23

S-12-22

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टोटल 517 यात्री वाराणसी के हैं सबसे ज्यादा S2 बोगी में 60 लोग वाराणसी के हैं।

आगे की स्लाइड में पढ़ें मुगलसराय से कितने थे यात्री...

इंदौर-पटना ट्रेन में मुग़लसराय स्टेशन पर उतरने वाले 8 यात्री यात्रा कर रहे थे। मुग़लसराय रेल प्रसाशन के पास अभी तक इन यात्रियों की जानकारी नहीं है। मुग़लसराय स्टेशन पर हेल्प लाइन नंबर शुरू किया गया। कानपूर जाने वाले यात्रियों ने ट्रेन हादसे के बाद टिकट कैंसिल कराना शुरू किया।

यात्रियों की सुविधाओं के लिए जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर...

बीएसएनएल..लैंड लाइन...

05412-2254145

05412-2254145

..रेलवे टेलीफोन

05412- 72770

05412- 72771

05412- 73677

इंदौर-पटना एक्सप्रेस से मुग़लसराय स्टेशन पर आने वाले यात्रियों की डिटेल

1_PNR-8158757154_सरवन कुमार

2_PNR-8751682255_अनिल जायसवाल_टिकट कैंसिल

3_PNR-8488165188_रमेश पाल

4_8252685991_जवाहर लाल यादव

5_PNR-8408882915_मदन सिंह

6_PNR-8353276165_रामअशीष सिंह

07_PNR-8653122974_हरिनाथ

08_PNR-8153283773_सुभाष राम

रेलमंत्री ने हादसे की जांच करने का आदेश दिया

इस बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने राहत और बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ की टीम भेजने का ऐलान किया है। वहीं, रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा है कि हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने हादसे के शिकार हुए लोगों को मुआवजा देने का ऐलान किया गया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर इस हादसे के लिए संवेदना जाहिर की है तो वहीं रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा घटना स्थल पर पहुंच गए हैं।

पुलिस-ग्रामीण सबसे पहले पहुंचे

उत्तर-मध्य रेलवे के मुताबिक हादसे की जगह राहत ट्रेन भेजी गई है। देर रात हादसा होने के कारण बचाव कार्य में शुरुआत में काफी दिक्कत आई। हादसे में पटरियां भी उखड़ गईं हैं। मौके पर सबसे पहले स्थानीय पुलिस और आसपास के ग्रामीण पहुंचे। उन्होंने बचाव का काम शुरू किया। बताया जा रहा है कि 4 डिब्बे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए हैं। इनमें से सबसे ज्यादा नुकसान एस-1 और एस-2 डिब्बे का हुआ है। इसके अलावा एसी फर्स्ट और सेकेंड एसी के डिब्बे भी पटरी से उतरे हैं। कई डिब्बे एक-दूसरे पर चढ़ गए हैं। हादसा जब हुआ, उस वक्त यात्री गहरी नींद में थे।

आगे की स्लाइड में पढ़ें जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर....

हेल्पलाइन नंबर जारी

दुर्घटना रात 3.10 बजे पुखरायां और मलासा स्टेशनों के बीच हुई। दुर्घटनाग्रस्त ट्रेन में सवार यात्रियों के परिजनों की मदद के लिए उत्तर-मध्य रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। ये नंबर निम्नलिखित हैं-

झांसी का हेल्पलाइन नंबर 0510-1072 है।

उरई का हेल्पलाइन नंबर 0516-21072 है।

कानपुर का हेल्पलाइन नंबर 0512-1072 है।

पुखरायां का हेल्पलाइन नंबर 05113-270239 है।

कानपुर देहात जिला प्रशासन का हेल्पलाइन नंबर 0511-271050 है।

वाराणसी का हेल्पलाइन नंबर 0542-2503814 है।

इंदौर का हेल्पलाइन नंबर 07311072 है।

उज्जैन का हेल्पलाइन नंबर 07341072 है।

रतलाम का हेल्पलाइन नंबर 074121072 है।

लखनऊ का हेल्पलाइन नंबर 9794830973, BSNL-0522-2234757 और RLY-25507 है।

जेएनयू का हेल्पलाइन नंबर -0545 2263585।

ट्रेनें रद्द, कुछ के रास्ते बदले

ट्रेन हादसे की वजह से ट्रेनों कों रद्द भी किया गया है और कुछ के रूट बदले गए हैं। 11109 झांसी-लखनऊ इंटरसिटी और 51803 झांसी-कानपुर पैसेंजर ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। वहीं, 12542 और 12522 आगरा और कानपुर के रास्ते चलेंगी। 12541 भीमसेन, बांदा, इटारसी होकर चलेगी। जबकि, 12534 को ग्वालियर और इटावा होकर चलाया जाएगा।

आगे की स्लाइड में पढ़ें पीएम का ट्वीट...













आगे की स्लाइड में देखें ट्रेन हादसे की फोटोज और वीडियो...

यात्रियों की मौत मौके पर राहत काम करते पुलिसकर्मी

यात्रियों की मौत पटरी से उतरे एक डिब्बे से घायल यात्रियों को उतारने की कोशिश करती पुलिस

यात्रियों की मौत ट्रेन हादसे में मारे गए यात्रियों में से कुछ के शव

यात्रियों की मौत पटरी से उतरे डिब्बों के पास स्थानीय लोग

यात्रियों की मौत हादसे वाली जगह पर लोग और पुलिसकर्मी

यात्रियों की मौत हादसे की जगह पर जुटी भीड़

यात्रियों की मौत हादसे की भयानकता की गवाह है ये तस्वीर

यात्रियों की मौत ट्रेन हादसे की जगह पर मौजूद पुलिस

यात्रियों की मौत ट्रेन हादसे की भयावहता बयान करती एक और तस्वीर



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