TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

ब्यूरोक्रेट्स बोले- ये IAS Vs MEDIA की लड़ाई नहीं बल्कि दिल की बात

Newstrack
Published on: 16 April 2016 3:45 PM IST
ब्यूरोक्रेट्स बोले- ये IAS Vs MEDIA की लड़ाई नहीं बल्कि दिल की बात
X

लखनऊ: देश के एक प्रतिष्ठित अंग्रेजी अखबार और मैंगजीन के बहिष्कार का कैम्पेन चला रहे आईएएस ऑफिसर्स का कहना है कि ये IAS Vs MEDIA की लड़ाई नहीं बल्कि उनके दिल की बात है।

केंद्र में तैनात आईएएस ऑफिसर अनिल स्वरूप ने अपने फेसबुक वॉल पर इसी अभिव्यक्ति को जाहिर करते हुए कहा कि यह कैम्पेन बताता है कि इससे सिविल सर्वेंट का दिल दुखा है। उनका कहना है कि कैम्पेन मीडिया के खिलाफ नहीं है। मुख्य रूप से यह एक गलत चीज को सही करने की प्रक्रिया है। मीडिया में एक गलत चीज को कुछ लोग बढ़ावा दे रहे हैं।

anil swarup fb

बता दें, कि सीनियर आईएएस ऑफिसर्स को सफाई इसलिए देनी पड़ी क्योंकि इस कैंपेन की आड़ में कुछ जूनियर आईएएस ऑफिसर्स मीडिया के खिलाफ प्रतिकूल टिप्पणी दे रहे थे।

ये भी पढ़ें...IAS whatsapp में ये कौन घुसा बाहरी ? एक पोस्ट से मची खलबली

हर प्रोफेशन का किया जाना चाहिए सम्मान

-सेंट्रल आईएएस एसोसिएशन के संजय भूसरेड्डी ने केंद्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह की मीडिया पर टिप्प्णी का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय भी हम लोगों ने इसका विरोध किया था।

-हर प्रोफेशन का सम्मान किया जाना चाहिए।

-सिविल सर्वेंट को बाबू कहकर संबोधित करना सही नहीं है।

-इससे हम लोगों की भावनाओं को ठेस लगी है।

-भूसरेड्डी ने बताया कि इस मामले को आईएएस एसोसिएशन ने नहीं उठाया है बल्कि यह पर्सनल मामला है।

-यह सिविल सर्वेंट की जनरल फीलिंग है और यह कैम्पेन किसी विशेष मीडिया समूह के खिलाफ नहीं है।

ये भी पढ़ें...लखनऊ एसएसपी राजेश पांडेय का नया पता- C/O डीएम लखनऊ ?

दिल्ली के सीनियर आईएएस व्हाटसएप ग्रुप पर चल रहा कैम्पेन

-ऐसे अखबारों के बहिष्कार को लेकर केंद्र सरकार में तैनात सीनियर आईएएस के व्हाट्सएप ग्रुप पर काफी जोश-खरोश के साथ मैसेज चल रहा है।

-एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इसमें लोगों को ऐसे अखबारों के बहिष्कार की अपील की जा रही है।

क्या है मामला

-दरअसल आईएएस ऑफिसर्स को एक अंग्रेजी अखबार और मैंगजीन के द्वारा ब्यूरोक्रेट को बाबू कहकर संबोधित करना नागवार लगा है।

-इसी को लेकर बीते दिनों आईएएस ऑफिसर अमृत अभिजात ने अपने फेसबुक वॉल पर अपील कर इनके बहिष्कार की मांग की थी।

-यह मुद्दा गरमाया और अब यह मामला देश की ब्यूरोक्रेसी में चर्चा का विषय बन गया है।

-इसके विरोध में आईएएस ऑफिसर्स बाकायदा कैम्पेन चला रहे हैं।

अमृत अभिजात ने क्या लिखा था अपने फेसबुक वॉल पर

-आईएएस ऑफिसर अमृत अभिजात ने अपने फेसबुक वॉल पर लिखा था कि मैंने ऐसे अखबारों का बहिष्कार किया है जिसमें काफी समय से आईएएस को बाबू कहकर संबोधित किया जाता है।

-मैंने कई सिविल सर्वेंट से भी ऐसे अखबारों के बहिष्कार की अपील की है।

-कई लोग जल्द ही इसे फॉलो भी करेंगे।

-इससे हम लोग आहत हैं।

-हम अपने आत्मसम्मान पर चोट पहुंचाने की किसी को अनुमति नहीं देंगे।

-आईएएस के लिए इस तरह के संबोधन का प्रयोग अस्वीकार्य है।

-यह अपमानित करने के इरादे से इस्तेमाल किया जा रहा है।



\
Newstrack

Newstrack

Next Story