TRENDING TAGS :
उरी अटैकः चीन-रूस से झटका खाया पाक अमेरिकी शरण में, मध्यस्थता की लगाई गुहार
वॉशिंगटन/बीजिंगः उरी में सेना के कैंप पर आतंकी हमले में घिरे पाकिस्तान को अपने दोस्त चीन से भी झटका लगा है। चीन ने हमले को भयानक और दिल दहलाने वाला करार दिया है। वहीं, उरी अटैक के बाद रूस ने पाक को एमआई-35 अटैक हेलीकॉप्टर न देने का फैसला किया है। साथ ही पीओके में दोनों देशों के युद्धाभ्यास को भी उसने रद्द कर दिया है। इससे घबराया पाक अब अमेरिका की शरण में पहुंचा है। उसने अमेरिका से मध्यस्थता की गुहार लगाई है।
चीन ने क्या कहा?
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने हमले को भयानक बताया। उन्होंने कहा कि हम इस दिल दहलाने वाले हमले से चकित हैं। हालांकि, चीन के प्रवक्ता ने जैश-ए-मोहम्मद के बारे में कुछ नहीं कहा। बता दें कि जैश चीफ मसूद अजहर के खिलाफ यूनाइटेड नेशन्स प्रतिबंध लगवाने की भारत की कोशिश पर चीन ने अड़ंगा लगाया था। चीन ने इसके साथ ही भारत और पाकिस्तान से अपने मतभेद बातचीत से हल करने की सलाह भी दी है।
यह भी पढ़ें...DGMO ने कहा- इस हमले का जवाब जरूर देंगे, वक्त और जगह भी हम ही तय करेंगे
रूस ने किया किनारा
रूस ने भी उरी हमले के बाद पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया है। दोनों देशों के बीच पीओके में संयुक्त सैन्य अभ्यास होने वाला था। पाकिस्तान इसे लेकर काफी उत्साहित था, लेकिन रूस ने इस अभ्यास को रद्द कर दिया। साथ ही पाकिस्तान को एमआई-35 अटैक हेलीकॉप्टर भी वह नहीं बेचेगा। ऐसे तीन हेलीकॉप्टर रूस ने पाकिस्तान को दिए हैं। बाकी का सौदा रद्द कर दिया गया है।
यह भी पढ़ें...आतंकियों की अब खैर नहीं: उरी हमले पर प्रेसिडेंट से मिले PM मोदी, बड़ी कार्रवाई के संकेत
घबराया पाक अमेरिकी शरण में
चीन और रूस के साथ फ्रांस, जापान और संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून की ओर से भी उरी अटैक पर भारत का पक्ष लिए जाने से पाकिस्तान घबरा गया है। उसने अमेरिका की शरण ली है। अमेरिका पहुंचे पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ ने अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी से मुलाकात की। उन्होंने कश्मीर मसले के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अमेरिकी मध्यस्थता की गुहार लगाई। बता दें कि 21 सितंबर को नवाज, संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाषण देने वाले हैं।
भारत ने और बढ़ाया दबाव
इस बीच, भारत ने उरी अटैक के बाद पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अलग-थलग करने की कोशिश और तेज कर दी है। जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संगठन (यूएनएचसीआर) में भारत ने उरी हमले का मुद्दा उठाते हुए आतंकवाद के खिलाफ सभी देशों से एकजुट होने का आह्वान किया। उसने ये भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र को पाकिस्तान पर दबाव डालकर सीमा पार आतंकवाद रुकवाना चाहिए। साथ ही पाकिस्तान में आतंकवाद के ढांचे को नष्ट करने की दिशा में भी दबाव डालने की जरूरत पर भारतीय दूत ने जोर दिया।