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Election Result 2024: अखिलेश यादव करहल छोड़ेंगे या कन्नौज, सपा में शुरू हो गया मंथन, 2027 के यूपी विधानसभा चुनाव पर भी निगाहें
Election Result 2024: अखिलेश यादव ने 2022 के विधानसभा चुनाव में मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी और मौजूदा समय में वे विधायक होने के साथ ही नेता प्रतिपक्ष भी हैं।
Election Result 2024: लोकसभा चुनाव में देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 37 सीटों पर जीत हासिल की है। उत्तर प्रदेश में पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के पीडीए समीकरण ने रंग दिखाया है जिससे पार्टी बीजेपी को बड़ा झटका देने में कामयाब हुई है। अखिलेश यादव ने इस बार खुद कन्नौज लोकसभा सीट पर भाजपा को करारी शिकस्त दी है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने 2022 के विधानसभा चुनाव में मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी और मौजूदा समय में वे विधायक होने के साथ ही नेता प्रतिपक्ष भी हैं। ऐसे में अब सबकी निगाहें इस बात पर लगी हुई हैं कि अखिलेश यादव कन्नौज लोकसभा सीट छोड़ेंगे या करहल की विधानसभा सीट। सपा सूत्रों के मुताबिक इस बाबत पार्टी में मंथन शुरू हो गया है। उत्तर प्रदेश में 2027 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए कोई फैसला लिए जाने की संभावना है।
2022 में जीता था करहल से चुनाव
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने 2019 के लोकसभा चुनाव में आजमगढ़ लोकसभा सीट से जीत हासिल की थी। 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनाव हुआ था जिसमें अखिलेश यादव को मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से बड़ी जीत हासिल हुई थी। इसके बाद अखिलेश यादव ने आजमगढ़ लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था।
आजमगढ़ सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी दिनेश लाल यादव निरहुआ ने सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव को हराकर पार्टी को बड़ा झटका दिया था। हालांकि इस बार के लोकसभा चुनाव में धर्मेंद्र यादव ने निरहुआ से हिसाब बराबर कर लिया है। धर्मेंद्र यादव ने इस बार आजमगढ़ में भाजपा प्रत्याशी निरहुआ को लंबे मार्जिन से हराया है।
इस बार कन्नौज में भाजपा से बराबर किया हिसाब
करहल विधानसभा सीट से जीत हासिल करने के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव ने लखनऊ में डेरा डालकर लोकसभा चुनाव पर निगाहें गड़ा रखी थीं। इस बार के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव एम-वाई समीकरण से आगे बढ़े और उन्होंने पीडीए के दांव से भाजपा को चित कर दिया। पार्टी उत्तर प्रदेश में 37 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रही है। सपा से गठबंधन का लाभ कांग्रेस को भी मिला है और कांग्रेस छह सीटों पर विजयी हुई है।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस बार कन्नौज लोकसभा सीट पर बड़ी जीत हासिल करके 2019 में अपनी पत्नी डिंपल यादव को भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक के हाथों मिली हार का बदला भी ले लिया है। अब ऐसे में उन्हें बड़ा फैसला लेना है कि वे करहल विधानसभा सीट बरकरार रखेंगे या कन्नौज लोकसभा सीट।
सपा में सीट को लेकर शुरू हो गया मंथन
समाजवादी पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पार्टी में इस संबंध में मंथन शुरू हो गया है। नफा-नुकसान के आकलन के बाद ही जल्द ही अखिलेश यादव इस बाबत फैसला लेंगे। समाजवादी पार्टी के लिए उत्तर प्रदेश में 2027 में होने वाला विधानसभा चुनाव भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
ऐसे में अखिलेश यादव की रणनीति पर सब की निगाहें लगी हुई है। जानकारों का कहना है कि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव को देखते हुए अखिलेश यादव विधायक व नेता प्रतिपक्ष के पद पर बने रहने का बड़ा फैसला ले सकते हैं।
2027 के विधानसभा चुनाव पर अखिलेश की निगाहें
उत्तर प्रदेश में 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा को सिर्फ 47 सीटों पर जीत हासिल हुई थी मगर 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की सीटों का आंकड़ा 111 पर पहुंच गया था। लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह नजर आ रहा है और पार्टी नेताओं की ओर से 2027 के चुनाव में यूपी का रण जीतने के दावे भी किए जाने लगे हैं।
ऐसे में माना जा रहा है कि सपा मुखिया अखिलेश यादव यूपी में टिक कर भाजपा को सत्ता से बेदखल करने का बड़ा फैसला ले सकते हैं। हालांकि उन्होंने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। पार्टी की ओर से भी इस बाबत अभी तक कोई बयान नहीं जारी किया गया है।