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Election 2024: केजरीवाल की गिरफ्तारी का होगा बड़ा असर, अब इन नेताओं पर होगी आप के चुनाव अभियान की जिम्मेदारी
Lok Sabha Election 2024:आप नेताओं का आरोप है कि केजरीवाल की बढ़ती लोकप्रियता के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर उनकी गिरफ्तारी की गई है।
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पार्टी के लिए बड़ा झटका मानी जा रही है। दिल्ली के शराब घोटाले में केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आप नेताओं का गुस्सा भड़क उठा है। आप नेताओं का आरोप है कि केजरीवाल की बढ़ती लोकप्रियता के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर उनकी गिरफ्तारी की गई है।
देश में जल्द होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण की सीटों पर नामांकन का काम शुरू हो गया है। ऐसे में केजरीवाल के गिरफ्तारी से आम आदमी पार्टी के चुनाव अभियान को लेकर भी सवाल उठाए जाने लगे हैं। सियासी जानकारों का मानना है कि केजरीवाल की गिरफ्तारी से आप का चुनाव अभियान काफी प्रभावित होगा। जानकारों का मानना है कि अब लोकसभा चुनाव अभियान की जिम्मेदारी पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान,दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी पर आ जाएगी।
केजरीवाल की गिरफ्तारी राजनीतिक साजिश
दिल्ली की मंत्री और आप की वरिष्ठ नेता आतिशी का कहना है कि ईडी और भाजपा के मन में अदालतों के प्रति सम्मान की कोई भावना नहीं है। अगर सम्मान की भावना होती तो केजरीवाल के आवास पर छापा मार कर उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाता। उन्होंने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को राजनीतिक साजिश बताया।
आप की वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि गिरफ्तारी के बावजूद अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे और जेल से ही सरकार चलाएंगे। केजरीवाल का इस्तीफा न देना आप की सोची समझी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
जेल से सरकार चलाने की आप की रणनीति
दिल्ली के विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल भी ईडी की टीम के केजरीवाल के आवास पर पहुंचने के बाद मौके पर पहुंच गए। उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार करने के बाद भी ईडी की टीम को कुछ पता नहीं चला। अब तक 600 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है मगर कोई खुलासा नहीं हो सका।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल की आवाज को दबाने के लिए उन्हें गिरफ्तार करने की साजिश रची गई। उनका भी कहना था कि आप की ओर से पहले ही यह रणनीति बनाई जा चुकी है कि गिरफ्तारी के बावजूद केजरीवाल मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे और जेल से ही सरकार चलाएंगे।
अब कैसे चलेगा आप का चुनाव अभियान
दरअसल आप नेता चुनावी माहौल में केजरीवाल की गिरफ्तारी को बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश में जुट गए हैं। आप नेताओं की चिंता सिर्फ केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर ही नहीं है बल्कि उन्हें इस बात की भी चिंता सता रही है कि केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद लोकसभा का चुनाव अभियान कैसे चलेगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल पार्टी के स्टार प्रचारक हैं।
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन कर रखा है। इस गठबंधन के तहत आप दिल्ली में चार लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि कांग्रेस की ओर से तीन सीटों पर प्रत्याशी उतारे जाने हैं। पंजाब में दोनों दलों के बीच गठबंधन नहीं हो सका है और ऐसे में दोनों दलों की ओर से राज्य की सभी 13 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी है।
राघव चड्ढा भी नहीं ले पाएंगे अभियान में हिस्सा
केजरीवाल की गिरफ्तारी से पार्टी के सामने सबसे बड़ा संकट चुनाव अभियान चलाने का पैदा हो गया है। केजरीवाल के अलावा दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और आप सांसद संजय सिंह को आप का बड़ा चेहरा माना जाता रहा है और ये दोनों नेता पहले से ही जेल में बंद है। आप सांसद राघव चड्ढा अपने आंख की सर्जरी करने के लिए ब्रिटेन जा चुके हैं। इस कारण में पार्टी के चुनाव अभियान में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
पंजाब के पिछले विधानसभा चुनाव में आपकी बड़ी जीत में राघव चड्ढा ने बड़ी भूमिका निभाई थी। दिल्ली में भी उनकी पकड़ मानी जाती है।ऐसे में दिल्ली और पंजाब के अलावा अन्य राज्यों में पार्टी के चुनाव अभियान पर ग्रहण लगता हुआ दिख रहा है।
अब इन कंधों पर होगी चुनाव अभियान की जिम्मेदारी
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक्स पर पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि भाजपा की राजनीतिक टीम यानी ईडी केजरीवाल की सोच को कभी कैद नहीं कर सकती है। आम आदमी पार्टी ही भाजपा को रोक सकती है। आप सोच को कभी नहीं दबा सकते।
सियासी जानकारों का मानना है कि केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह की शराब घोटाले में गिरफ्तारी के बाद अब आप का चुनाव अभियान चलाने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी भगवंत मान के कंधों पर ही है। मान के साथ ही दिल्ली सरकार के दो मंत्रियों सौरभ भारद्वाज और आतिशी को भी चुनाव अभियान में बड़ी भूमिका निभानी होगी।
देखने वाली बात यह होगी कि मान, सौरभ भारद्वाज और अतिशी यह जिम्मेदारी को निभाने में कहां तक कामयाब हो पाते हैं।