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UP Lok Sabha Election: बरेली में भाजपा प्रत्याशी को लेकर घमासान, गुटबाजी से नाराज छत्रपाल गंगवार की टिकट लौटाने की धमकी
UP Lok Sabha Election: पार्टी में दिख रही इस गुटबाजी से छत्रपाल गंगवार काफी नाराज हैं और उन्होंने टिकट वापस लौटने की धमकी तक दे डाली है।
UP Lok Sabha Election: बरेली लोकसभा क्षेत्र में भाजपा ने इस बार बड़ा फैसला लेते हुए संतोष गंगवार की जगह छत्रपाल गंगवार को चुनाव मैदान में उतारा है। छत्रपाल गंगवार की उम्मीदवारी के ऐलान के बाद से ही भाजपा संगठन में घमासान छिड़ा हुआ है।
संगठन पदाधिकारियों के साथ ही स्थानीय विधायक भी उनका समर्थन करने के लिए तैयार नहीं दिख रहे हैं। पार्टी में दिख रही इस गुटबाजी से छत्रपाल गंगवार काफी नाराज हैं और उन्होंने टिकट वापस लौटने की धमकी तक दे डाली है। अब बरेली में टिकट बदले जाने की संभावना जताई जा रही है।
लगातार जीतने वाले संतोष गंगवार का टिकट कटा
बरेली लोकसभा क्षेत्र में हुए पिछले चुनावों के दौरान संतोष गंगवार ने अपनी ताकत दिखाई थी और वे भाजपा को लगातार जीत दिलाने में कामयाब रहे थे। उन्होंने आठ बार सांसद का चुनाव जीतकर इस लोकसभा क्षेत्र में भाजपा का झंडा हमेशा बुलंद बनाए रखा।
इस बार भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने बड़ा फैसला लेते हुए संतोष गंगवार का टिकट काट दिया है। संतोष गंगवार का टिकट कटने की अटकलें काफी दिनों से लगाई जा रही थीं। संतोष गंगवार की जगह इस बार छत्रपाल गंगवार को चुनाव मैदान में उतारा गया है मगर उन्हें पार्टी नेताओं और संगठन का पूरा सहयोग नहीं मिल रहा है।
छत्रपाल गंगवार की टिकट लौटाने की धमकी
बरेली में टिकट बदले जाने से पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी दिख रही है। स्थानीय कार्यकर्ताओं और विधायकों की ओर से छत्रपाल गंगवार को चुनाव प्रचार में कोई मदद नहीं मिल रही है।
भाजपा उम्मीदवार गंगवार ने एक बैठक के दौरान पार्टी नेताओं के इस रवैए पर कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि ऐसे माहौल में चुनाव लड़ने का कोई मतलब नहीं है और उन्होंने टिकट लौटाने तक की धमकी दे डाली।
उन्होंने कहा कि संगठन नेताओं की ओर से चुनाव लड़ने में मुझे कोई मदद है नहीं मिल रही है। अगर पार्टी नेताओं का यही रवैया बना रहा तो मैं टिकट वापस करने के लिए तैयार हूं।
बदला जा सकता है भाजपा उम्मीदवार
भाजपा उम्मीदवार की धमकी के बाद आने वाले दिन काफी अहम माने जा रहे हैं। जानकारी सूत्रों का कहना है कि कार्यकर्ताओं की नाराजगी के कारण भाजपा उम्मीदवार का टिकट बदलने का बड़ा फैसला भी लिया जा सकता है।
छत्रपाल गंगवार का टिकट कटने की स्थिति में मेयर उमेश गौतम को सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है। उमेश गौतम ने भी बरेली से टिकट हासिल करने की काफी कोशिश की थी।
हालांकि उन्हें इस काम में कामयाबी नहीं मिल सकी थी। ऐसा में मान जा रहा है कि उनके लिए एक बार फिर संभावनाएं बन सकती हैं।
शीर्ष नेतृत्व के फैसले पर सबकी निगाहें
बरेली लोकसभा क्षेत्र में जीत-हार का फैसला करने में कुर्मी और मुस्लिम मतदाताओं की बड़ी भूमिका मानी जाती रही है। इस लोकसभा क्षेत्र में करीब साढ़े तीन लाख कुर्मी मतदाता हैं। मुस्लिम मतदाताओं की संख्या भी काफी ज्यादा है। क्षेत्र में करीब 35 फ़ीसदी मुस्लिम मतदाता हैं।
भाजपा ने जातीय समीकरण को साधते हुए इस बार पूर्व मंत्री छत्रपाल गंगवार को चुनाव मैदान में उतारा था। वैसे उनकी उम्मीदवारी के ऐलान के बाद से ही उन्हें लगातार विरोध का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी में बढ़ती नाराजगी के बाद उनका टिकट कटने तक की संभावनाएं पैदा हो गई हैं। अब सबकी निगाहें पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के फैसले पर लगी हुई हैं।