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Lok Sabha Election: चुनाव आयोग ने जारी किया पहले दो फेज का सटीक आंकड़ा, मतदान प्रतिशत में बढ़ोतरी, TMC ने उठाए सवाल
Lok Sabha Election 2024:आयोग की ओर से जारी किए गए फाइनल आंकड़े से साफ हो गया है कि पहले दो चरणों के मतदान में उतनी ज्यादा गिरावट नहीं दर्ज की गई है जितनी अभी तक बताई जा रही थी।
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों में कम मतदान को लेकर सियासी हल्कों में तरह-तरह की चर्चाएं की जा रही हैं। राजनीतिक दलों को होने वाले नफा-नुकसान को लेकर तरह-तरह के आकलन किए जा रहे हैं। इस बीच चुनाव आयोग की ओर से मंगलवार को पहले दो चरणों के मतदान का सटीक आंकड़ा जारी किया गया है। आयोग की ओर से जारी किए गए फाइनल आंकड़े से साफ हो गया है कि पहले दो चरणों के मतदान में उतनी ज्यादा गिरावट नहीं दर्ज की गई है जितनी अभी तक बताई जा रही थी।
पहले यह माना जा रहा था कि मतदान प्रतिशत में करीब 6 से 7 फ़ीसदी की गिरावट दर्ज की गई है मगर अब साफ हो गया है किया गिरावट महज तीन फ़ीसदी की ही है। हालांकि तृणमूल कांग्रेस के नेता और सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने इतने दिनों बाद आयोग की ओर से आंकड़े जारी किए जाने पर सवाल उठाया है। उन्होंने पहले जारी किए गए आंकड़ों में बढ़ोतरी पर भी संदेह जाहिर किया है।
आयोग ने जारी किया फाइनल आंकड़ा
चुनाव आयोग ने पहले चरण के 11 दिन और दूसरे चरण के चार दिन बाद दोनों चरणों के मतदान का फाइनल आंकड़ा जारी किया है। चुनाव आयोग की ओर से मंगलवार को दी गई जानकारी के मुताबिक लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 66.14 प्रतिशत और दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत मतदान हुआ है।
पहले चरण में 102 सीटों के लिए हुए मतदान में 66.22 प्रतिशत पुरुष और 66.07 महिला मतदाताओं ने वोटिंग की है। वहीं, दूसरे चरण में 88 सीटों के लिए 66.99 फीसदी पुरुष मतदाताओं ने और 66.42 प्रतिशत महिला मतदाताओं ने वोटिंग की।
पहले दोनों चरणों में ज्यादा गिरावट नहीं
वैसे यदि अंतरिम आंकड़ों की बात की जाए तो पहले चरण में करीब 62 फ़ीसदी और दूसरे चरण में करीब 61 फ़ीसदी मतदान बताया गया था। इसकी तुलना 2019 में पहले दो चरणों में हुए मतदान से की जा रही थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में पहले दो चरणों में करीब 69 फ़ीसदी मतदान दर्ज किया गया था।
2019 से तुलना करते हुए मतदान में छह से 7 फ़ीसदी की गिरावट बताई जा रही थी मगर चुनाव आयोग की ओर से फाइनल आंकड़ा जारी किए जाने के बाद साफ हो गया है कि यह गिरावट करीब तीन फ़ीसदी की ही है।
जयराम रमेश ने आयोग को घेरा
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मंगलवार की सुबह चुनाव आयोग की ओर से पहले दो चरणों के मतदान का अंतिम आंकड़ा जारी न किए जाने पर सवाल उठाए थे। उनका कहना था कि चुनाव आयोग का यह कदम हैरान करने वाला है क्योंकि पहले चरण के मतदान के 11 दिन बाद और दूसरे चरण के मतदान के चार दिन बाद भी चुनाव आयोग की ओर से मतदान प्रतिशत का अंतिम आंकड़ा जारी नहीं किया गया है।
उनका कहना था कि यदि पहले के चुनावों को देखा जाए तो आयोग मतदान के बाद उसी दिन या 24 घंटे के भीतर मतदान का अंतिम आंकड़ा जारी कर देता था। जयराम रमेश के इस बयान के बाद आयोग की ओर से पहले दो चरणों के मतदान का अंतिम आंकड़ा जारी किया गया है।
टीएमसी सांसद ने उठाए सवाल
चुनाव आयोग की ओर से अंतिम आंकड़ा जारी किए जाने के बाद तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि दूसरे चरण का मतदान खत्म होने के चार दिन बाद चुनाव आयोग की ओर से पहले दो चरणों के मतदान का अंतिम आंकड़ा जारी किया गया है। उन्होंने पहले जारी आंकड़ों में 5.75 फ़ीसदी की बढ़ोतरी पर हैरानी भी जताई है। उन्होंने सवाल किया कि क्या इसे सामान्य माना जा सकता है? टीएमसी सांसद ने कहा कि मुझे यह पूरा मामला समझ में नहीं आ रहा है।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को 102 सीटों के लिए मतदान हुआ था जबकि दूसरे चरण में 19 अप्रैल को 88 सीटों पर मतदाताओं ने प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला किया था। अब तीसरे चरण में 7 मई को 94 सीटों पर मतदान होने वाला है। आयोग की ओर से घोषित किए गए कार्यक्रम के मुताबिक चुनाव नतीजे की घोषणा 4 जून को की जाएगी।