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Lok Sabha Election: मोदी की तर्ज पर बना रहे हैं दिल्ली की राह ये पूर्व सीएम
Lok Sabha Election: इस बार के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के बाइस पूर्व मुख्यमंत्री चुनाव मैंदान में है
Lok Sabha Election: गुजरात के लगातार 13 साल मुख्यमंत्री रहने के बाद नरेंद्र मोदी ने संसद का दरवाजा खटखटाया और देश के प्रधानमंत्री बने। अब ऐसे ही कई प्रदेशों के पूर्व मुख्यमंत्री प्रदेश की राजनीति छोड़कर दिल्ली आना चाहते हैं। इसलिए वह इस बार लोकसभा चुनावों में अपनी किस्मत आजमाने के लिए चुनाव मैदान में उतरे हैं।इस बार के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश सहित विभिन्न राज्यों के बाइस पूर्व मुख्यमंत्री चुनाव मैंदान में है।
सबसे ज्यादा दिलचस्प तो जम्मू कश्मीर है जहां दो पूर्व मुख्यमंत्री एक दूसरे के खिलाफ मैंदान में है।अगर पूर्व मुख्यमंत्रियों के चुनाव लडऩे की बात की जाए तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीसरी बार लखनऊ संसदीय सीट से चुनाव मैंदान में है। इससे पूर्व 2014, 2019 में यहीं से संसद पहुंचे थे जबकि लखनऊ से पूर्व 2009 में गाजियाबाद से निर्वाचित हुए थे। वे यूपी की विधानसभा और विधानपरिषद के सदस्य भी रह चुके है।
प्रदेश के अन्य पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव एक बार कन्नौज से चुनाव मैंदान में है। वे पहला उपचुनाव 2000 में कन्नौज से ही जीते थे। इसके अलावा वे यहां से 2004, 2009 में भी यहीं से जीते थे 2009 में वे कन्नौज के साथ ही फिरोजाबाद से भी निर्वाचित हुए थे। 2019 में आजमगढ़ से निर्वाचित हुए थे। इस बार अखिलेश का मुकाबला वहां भाजपा के सुब्रत पाठक से है। यूपी कांग्रेस के प्रभारी रह चुके मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह मध्यप्रदेश की राजगढ़ सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार है। नामांकन से पूर्व दिग्विजय सिंह ने वादा निभाओं यात्रा निकालकर अपनी बात लोगों तक पहुंचायी। इससे पूर्व 1984 और 1992 (उपचुनाव) में निर्वाचित हुए थे। वर्तमान में राज्यसभा के सदस्य है।
मध्यप्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज चौहान विदिशा लोकसभा सीट से चुनाव मैंदान में है। वे लंबे समय तक मप्र के मुख्यमंत्री रहे और पिछले साल हुए चुनाव में उनकी जीत के बाद भी डा.मोहन यादव को सीएम बनाया गया। शिवराज चौहान विदिशा से ही 1991,1996, 1998,1999,2004 में निर्वाचित हुए थे।
मोदी मंत्रिमंडल के सदस्य तथा असम के मुख्यमंत्री रह चुके सर्वानंद सोनोवाल वहां डिब्रूगढ़ सीट से उम्मीदवार है। उन्हे भाजपा पूर्वोत्तर के राज्य में भाजपा का फायरब्रांड चेहरा माना जाता है। सर्वादानंद सोनोवाल 2004 में डिब्रूगढ़ से जीते थे तब वे कांग्रेस में थे 2009 में उन्हे शिकस्त का सामना करना पड़ा। 2011 में वे भाजपा में शामिल हुए 2014 में वे असम की लखीमपुर सीट से संसद पहुंचे। डिब्रूगढ़ से वे तीसरी बार चुनाव मैदान में है असम में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव पश्चिम त्रिपुरा से भाजपा के उम्मीदवार है।
राज्यसभा सदस्य होने के बाद भी भाजपा नेतृत्व ने उनपर दांव लगाया है। उनका मुकाबला वहां कांग्रेस के आशीष कुमार साहा से जो कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष भी है। हाल ही में हरियाणा में मुख्यमंत्री पद से हटाए गए मनोहर लाल खट्टर वहां की करनाल सीट से उम्मीदवार है। वे मुख्यमंत्री के रूप में पांच साल का अपना एक कार्यकाल पूरा करने के बाद दूसरी बार 2019 में सीएम बने और मार्च 2024 तक रहे। उत्तरखण्ड जहां चुनाव हो चुका है वहां भाजपा उम्मीदवार के रूप में त्रिवेद्र सिंह हरिद्वार सीट से चुनाव मैंदान में थे। वे पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे है। मुख्यमंत्री के रूप में वे अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए थे।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री तथा पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पुत्र एचडी कुमार स्वामी कर्नाटक की मांडया सीट से चुनाव मैंदान में है। जेडीएस उम्मीदवार स्वामी को भाजपा का समर्थन है हाल ही में उकनी पार्टी एनडीए में शामिल हुई है। इससे पूर्व वह 1996 और 2009 में लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। कर्नाटक के अन्य पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश भाजपा के टिकट पर बेलगाम सीट से पहलीबार चुनाव मैंदान में है।
कर्नाटक के ही एक अन्य पूर्व मुख्यमंत्री बसबराज बोम्मई हावेरी सीट से चुनाव लड़ रहे है। उनके पिता एस आर बोम्मई भी कर्नाटक के मुख्यमंत्री रह चुके थे। बसवराज पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे है। आन्ध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी भाजपा उम्मीदवार के रूप में राजमपेट निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव मैंदान में है। वे अविभाजित आन्ध्र प्रदेश के आखिरी मुख्यमंत्री थे। वे पिछले साल ही बीजेपी में शामिल हुए थे। उन्होंने भाजपा में शामिल होने से पहले अपनी पार्टी बनाई थी। केन्द्रीय मंत्री तथा झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंंडा खूंटी संसदीय क्षेत्र से चुनाव मैंदान में है। इससे पूर्व अर्जुन मुंडा 2009में जमशेदपुर सीट से संसद पहुंच चुके है। इस बार उन्हे खूंटी क्षेत्र से मैंदान में उतारा गया है।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी बिहार की गया सीट से चुनाव मैंदान में है। वे हम (हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा) के संस्थापक है और एनडीए का हिस्सा है।मांझी पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे है। 2022 में यूपी के चुनाव प्रभारी तथा छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 2018-2023 तक वहां के सीएम रहे बघेल राजनांदगाव सीट से चुनाव मैदान में है। वे पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी भी पंजाब की जालंधर सीट से चुनाव मैंदान में है। वे 2021से 2023 तक पंजाब के सीएम रहे। वे पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री थे।
जम्मू कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी अपनी पार्टी जेकेपीडीपी से अनंतनाग से चुनाव मैंदान में है। वे इसी निर्वाचन क्षेत्र से 2019में निर्वाचित हुई थी। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री रह चुके गुलाम नबी आजाद भी 2005से 2008 तक वहां के सीएम रहे और इस चुनाव में अनंतनाग राजौरी से ही है जहां से महबूबा चुनाव मैंदान में है। आजाद से इससे पहले महाराष्ट्र के वाशिम से 1980 और 1984 में निर्वाचित हुई थी। उन्होंने 2022 में कांग्रेस से इस्तीफा देकर डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद का गठन किया था। जम्मू कश्मीर के तीसरे पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (जेकेएनसी) जम्मू कश्मीर की बारामूला सीट से चुनाव मैदान में है। वे 1998 और 2004 में लोकसभा के लिए चुने गए थे।
इसके अलावा 2011 से 2016 तक अरूणांचल प्रदेश के सीएम रहे नबाम तुकी अरूणांचल पश्चिम से भाजपा के उम्मीदवार है। वे कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद मार्च में भाजपा में शामिल हुए थे। वे पहला लोकसभा चुनाव लड़ रहे है।
पुडुचेरी के पूर्व सीएम वी.वैथिलिंगम 1991 से 1996 तक फिर 2008 से 2011 तक पुडुचेरी के सीएम रहे 2019 में पुडुचेरी से कांग्रेस के टिकट पर निर्वाचित हुए थे। तामिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री ओ.पनीर सेल्वम भाजपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में रामनाथपुरम से चुनाव मैंदान में है। उन्हे तीन बार सीएम रहने का मौका मिला।