Loksabha Election 2024: गाजियाबाद लोकसभा सीट पर बाहरी उम्मीदवारों को मिलता है मौका, जानें यहां का समीकरण

Loksabha Election 2024 Ghaziabad Seats Details: गाजियाबाद लोकसभा सीट से भाजपा ने अतुल गर्ग को तो कांग्रेस ने डॉली शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। 2008 में परिसीमन के बाद हापुड़ लोकसभा सीट से अलग होकर गाजियाबाद लोकसभा सीट बना था।

Sandip Kumar Mishra
Published on: 12 April 2024 3:32 AM GMT (Updated on: 23 May 2024 2:55 PM GMT)
Loksabha Election 2024: गाजियाबाद लोकसभा सीट पर बाहरी उम्मीदवारों को मिलता है मौका, जानें यहां का समीकरण
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Loksabha Election 2024: देश की राजधानी दिल्ली के पड़ोस में स्थित यूपी का गाजियाबाद प्रदेश के हॉट सीटों में से एक है। गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र के मतदाता जाति-धर्म से ऊपर उठकर मतदान करते हैं। इस लोकसभा क्षेत्र को अस्तित्व में आने के बाद यहां अब तक जिले से बाहर के ही प्रत्याशी रेकॉर्ड वोटों से कई बार जीत दर्ज किए हैं। भाजपा ने अतुल गर्ग को उम्मीदवार बनाया है। जबकि इंडिया गठबंधन के तहत यह सीट कांग्रेस खाते में है। कांग्रेस ने डॉली शर्मा को मैदान में उतारा है। लोकसभा चुनाव 2019 में इस सीट पर 12 उम्मीदवारों के बीच चुनावी मुकाबला हुआ था। लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा के जनरल विजय कुमार सिंह (वीके सिंह) और बसपा और सपा के संयुक्त उम्मीदवार सुरेश बंसल के बीच था। जनरल विजय कुमार सिंह (वीके सिंह) ने सुरेश बंसल को 5,01,500 वोटों से हराकर शानदार जीत हासिल की थी। इस चुनाव में जनरल विजय कुमार सिंह (वीके सिंह) 9,44,503 और सुरेश बंसल को 4,43,003 वोट मिले थे। जबकि कांग्रेस के डॉली शर्मा को 1,11,944 वोट मिले थे।

वहीं लोकसभा चुनाव 2014 में मोदी लहर के दौरान भाजपा के जनरल विजय कुमार सिंह (वीके सिंह) ने कांग्रेस के राज बब्बर को 5,67,260 वोट से हराकर जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में जनरल विजय कुमार सिंह (वीके सिंह) को 7,58,482 और राज बब्बर को 1,91,222 वोट मिले थे। जबकि बसपा के मुकुल 1,73,085 और सपा के सुधन कुमार 1,06,984 वोट मिले थे। वहीं आम आदमी पार्टी के शाजिया इल्मी को 89,147 वोट मिले थे। गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र का निर्वाचन संख्या 12 है। इसमें वर्तमान में 5 विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। इस लोकसभा क्षेत्र का गठन गाजियाबाद जिले के लोनी, मुरादनगर, साहिबाबाद व गाज़ियाबाद और हापुड़ जिले के धौलाना विधानसभा क्षेत्रों को मिलाकर किया गया है। फिलहाल इन 5 सीटों पर भाजपा के विधायक हैं। यह लोकसभा क्षेत्र 2009 में अस्तित्व में आया था। यहां कुल 29,38,845 मतदाता हैं। जिनमें से 13,15,782 पुरुष और 16,22,869 महिला मतदाता हैं। बता दें कि गाजियाबाद लोकसभा सीट पर 2019 में हुए चुनाव में कुल 15,25,097 यानी 55.89 प्रतिशत मतदान हुआ था।


Ghaziabad Vidhan Sabha Chunav 2022




Ghaziabad Lok Sabha Chunav 2014




गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र का राजनीतिक इतिहास

गाजियाबाद ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और पुरातात्विक आधार पर एक बेहद समृद्ध शहर है। पुरातात्विक साक्ष्यों के आधार पर यह पता चलता है कि मोहन नगर से 2 किमी उत्तर की दिशा में हिंडन नदी के तट पर स्थित केसरी के टीले पर आज से 2500 बीसी में ही सभ्यता विकसित हो गई थी। गाजियाबाद 14 नवंबर 1976 से पहले मेरठ जिले की तहसील हुआ करता था। तत्कालीन मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने इस दिन देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती पर गाजियाबाद को जिला के रूप में घोषित किया था। 2008 में परिसीमन के बाद हापुड़ लोकसभा सीट से अलग होकर गाजियाबाद लोकसभा सीट बना था। आजादी के बाद हापुड़ लोकसभा सीट पर हुए चुनाव में कांग्रेस के कृष्णचंद शर्मा विजयी रहे। फिर 1962 में कांग्रेस की कमला चौधरी चुनी गई तो 1967 में प्रकाशवीर शास्त्री निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुने गए थे। 1971 में कांग्रेस के टिकट पर बुद्ध प्रिया मौर्य तो 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर कुंवर महमूद अली संसद पहुंचे थे। साल 1980 में जनता पार्टी सेकुलर के टिकट पर अनवर अहमद, 1984 में कांग्रेस के केएन सिंह तो 1989 में जनता दल के टिकट पर केसी त्यागी विजयी हुए थे। इसके बाद बीजेपी ने यहां पर जीत की ऐसी हैट्रिक लगाई कि ज्यादातर समय इसी के पास ही सीट रहा। 1991 से 1999 तक चार बार डॉ. रमेश चंद तोमर चुनाव में जीत दर्ज की। लेकिन 2004 में कांग्रेस के टिकट पर सुरेंद्र प्रकाश गोयल भी विजयी हुए थे। लेकिन 2008 में परिसीमन के बाद हापुड़ सीट का ज्यादातर हिस्सा मेरठ संसदीय क्षेत्र में मिला दिया गया। ऐसे में गाजियाबाद लोकसभा सीट से 2009 के पहले आम चुनाव में भाजपा की ओर से राजनाथ सिंह मैदान में उतरे और कांग्रेस के सुरेंद्र प्रकाश गोयल को 90,681 वोटों से हरा दिया। वह गाजियाबाद सीट से पहले सांसद बने।

गाजियाबाद के लोगों ने सबसे अधिक बाहरी उम्मीदवारों पर जताया भरोसा

गाजियाबाद में कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा के लिए सुरक्षित सीट रही है। इसका फायदा उठाकर दोनों ही पार्टियों ने यहां सिलेब्रिटी उम्मीदवारों को उतारा और मतदाताओं ने उसे जिता भी दिया। इस सीट पर 1957 से 2019 तक हुए चुनाव में यहां से बाहरी जिलों के प्रत्याशियों को सांसद बनने का मौका मिला है। इनमें भाजपा के रमेश चंद तोमर 4 बार और वीके सिंह लगातार 2 बार चुनाव जीते। सांसद बनकर हापुड़-गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र का संसद में प्रतिनिधित्व करने वाले 13 लोगों में 10 बाहरी थे, महज 3 सांसद ऐसे रहे, जो गाजियाबाद या हापुड़ क्षेत्र के रहने वाले थे। 2008 में गाजियाबाद सीट होने के बाद 2009 के लोकसभा चुनाव में तो भाजपा के राजनाथ सिंह और 2014 में सेना से रिटायर होने के बाद राजनीति में आए वीके सिंह को टिकट दिया गया और वे चुनाव जीत गए। इसी प्रकार कांग्रेस की मजबूत पकड़ होने पर यहां से गांधी परिवार के नजदीकी रहे 1984 में सुल्तानपुर के केएन सिंह को यहां से चुनाव लड़वाया और उन्हें जीत मिली थी।

गाजियाबाद लोकसभा में जातीय समीकरण

गाजियाबाद लोकसभा सीट के धर्म और जातीय समीकरण की बात करें तो यहां पर 72.93 प्रतिशत हिंदू और 25.35 प्रतिशत मुस्लिम समाज के लोग रहते हैं। 23,001 आबादी सिख समाज के लोगों की है। तब के चुनाव में गाजियाबाद संसदीय क्षेत्र में करीब 5,00,000 मुस्लिम व 6,00,000 ब्राह्मण मतदाता के साथ 3,00,000 वैश्य और 3,00,000 जाटव मतदाता रहते हैं। इनके अलावा करीब 2,50,000 राजपूत के अलावा 2,00,000 जाट मतदाता भी चुनाव में अपनी खास भूमिका निभाते हैं। ऐसे में यहां पर चुनाव में मुस्लिम मतदाता की अपनी अहमियत रही है।

गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र से अब तक चुने गए सांसद

  • कांग्रेस से कृष्ण चंद्र शर्मा 1957 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
  • कांग्रेस से कमला चौधरी 1962 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुनी गईं।
  • निर्दल प्रकाश वीर शास्त्री 1967 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
  • कांग्रेस से बुद्ध प्रिया मौर्य 1971 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
  • जनता पार्टी से कुँवर महमूद अली खान 1977 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
  • जनता पार्टी (सेक्युलर) से अनवर अहमद 1980 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
  • जनता पार्टी से कुँवर महमूद अली खान 1977 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
  • भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आई) से केदारनाथ सिंह 1984 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
  • जनता दल से किशन चंद त्यागी 1989 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
  • भाजपा से डॉ. रमेश चंद तोमर 1991, 1996, 1998 और 1999 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
  • कांग्रेस से सुरेंद्र प्रकाश गोयल 2004 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
  • भाजपा से राजनाथ सिंह 2009 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
  • भाजपा से जनरल विजय कुमार सिंह (वीके सिंह)2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
Sandip Kumar Mishra

Sandip Kumar Mishra

Content Writer

Sandip kumar writes research and data-oriented stories on UP Politics and Election. He previously worked at Prabhat Khabar And Dainik Bhaskar Organisation.

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