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Gujarat: BJP को लगा बड़ा झटका, बड़ोदरा की सांसद रंजनबेन भट्ट का चुनाव लड़ने से इनकार
Lok Sabha Election 2024: भाजपा की ओर से रंजनबेन भट्ट को तीसरी बार चुनाव मैदान में उतारने का ऐलान किया गया था मगर वे इस बार चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं है।
Lok Sabha Election 2024: गुजरात में कांग्रेस के मुकाबले मजबूत मानी जा रही भाजपा को बड़ा झटका लगा है। गुजरात की बड़ोदरा लोकसभा सीट पर पिछले दो चुनावों से जीतने वाली रंजनबेन भट्ट ने इस बार चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। भाजपा की ओर से उन्हें तीसरी बार चुनाव मैदान में उतारने का ऐलान किया गया था मगर वे इस बार चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं है।
हालांकि उन्होंने चुनाव न लड़ने के फैसले के पीछे निजी कारण बताए हैं मगर जानकारों का कहना है कि उन्हें तीसरी बार टिकट दिए जाने का व्यापक विरोध होने के कारण उन्होंने चुनाव मैदान से हटने का फैसला किया है। उनके खिलाफ क्षेत्र में पोस्टर वार भी चलाया जा रहा है। पार्टी में भी उनके खिलाफ विरोध के स्वर उठे हैं और माना जा रहा है कि इसी कारण वे चुनाव मैदान से हट गई हैं।
दो बार जीत चुकी हैं बड़ोदरा से चुनाव
गुजरात में लोकसभा की 26 सीटें हैं और भाजपा इनमें से 22 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर चुकी है। जिन सीटों पर पार्टी की ओर से उम्मीदवार घोषित किए जा चुके हैं,उनमें बड़ोदरा की लोकसभा सीट भी शामिल है। इस सीट पर तीसरी बार रंजनबेन भट्ट को चुनाव मैदान में उतारने का ऐलान किया गया था मगर उन्होंने इस बार चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है।
2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश की वाराणसी और गुजरात की बड़ोदरा लोकसभा सीट पर बड़ी जीत हासिल की थी। बाद में उन्होंने बड़ोदरा लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था।
इस सीट पर हुए उपचुनाव में रंजनबेन भट्ट को चुनाव मैदान में उतारा गया था और उन्होंने जीत हासिल की थी। 2019 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव में भी रंजनबेन भट्ट जीत हासिल करने में कामयाब रही थीं। इस बार पार्टी ने फिर उन पर भरोसा जताते हुए टिकट देने की घोषणा की थी मगर वे इस बार चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं हैं।
विरोध के बाद चुनाव से हटने का फैसला
गुजरात भाजपा की वरिष्ठ नेता मानी जाने वाली रंजनबेन भट्ट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखी अपनी पोस्ट में उम्मीदवारी वापस लेने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि निजी कारणों से उन्होंने चुनाव मैदान से हटाने का फैसला किया है। जानकारों का कहना है कि रंजनबेन की उम्मीदवारी का इस बार विरोध किया जा रहा था और उनके खिलाफ क्षेत्र में पोस्टर वार भी शुरू हो गया था।
उनके खिलाफ लगाए गए पोस्टर में लिखा गया है कि मोदी तेरे से बैर नहीं, रंजन तेरी खैर नहीं। कुछ पोस्टर में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गुजरात में भाजपा प्रमुख सीआर पाटिल पर बड़ोदरा के विकास के प्रति दिलचस्पी न लेने का आरोप भी लगाया गया है।
दरअसल बड़ोदरा से भाजपा विधायक केतन इनामदार ने पार्टी से इस्तीफा देने के बाद वापस ले लिया था। इसके बाद से ही रंजनबेन भट्ट के खिलाफ बड़ोदरा में पोस्टर वार शुरू हो गया था। हालांकि रंजनबेन भट्ट ने अपना नाम वापस लेने के पीछे इन कारणों का उल्लेख नहीं किया है।
जल्द जारी होगी गुजरात की एक और सूची
गुजरात में लोकसभा के 26 सीटें हैं और इनमें से 22 सीटों पर भाजपा अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर चुकी है। भाजपा सूत्रों का कहना है कि बाकी बची चार सीटों पर प्रत्याशियों के नाम जल्द ही घोषित कर दिए जाएंगे। अब पार्टी को बाकी बची चार सीटों के साथ बड़ोदरा में भी किसी नए प्रत्याशी के नाम का ऐलान करना होगा।
दो सीटों पर प्रत्याशी बदलने की चर्चा
इस बीच पार्टी में यह भी चर्चा है की दूसरी सूची में घोषित दो प्रत्याशियों को बदला जा सकता है। जिन दो सीटों पर बदलाव की बात कही जा रहा है, उनमें वलसाड और बनासकांठा लोकसभा सीटें शामिल हैं। पार्टी ने आदिवासी समुदाय के लिए आरक्षित वलसाड लोकसभा सीट से धवल पटेल को उम्मीदवार बनाया है जबकि बनासकांठा में बीजेपी ने बदलाव करते हुए रेखा चौधरी को चुनाव मैदान में उतारा है।
भाजपा सूत्रों का कहना है कि अब बीजेपी इन सीटों पर कांग्रेस की तुलना में मजबूत उम्मीदवारों को उतारना चाहती है। कांग्रेस ने वलसाड लोकसभा से अपने सबसे तेजतर्रार आदिवासी नेता अनंत पटेल को मैदान में उतारा है।
बनासकांठा में कांग्रेस ने विधायक गेनीबेन ठाकोर को मैदान में उतारा है। गेनीबेन कांग्रेस की इकलौती महिला विधायक हैं। हालांकि प्रत्याशी बदलने के संबंध में भाजपा की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है।