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झारखंड में भी INDIA गठबंधन बिखरा, CPI ने दिखाए तेवर, आठ सीटों पर अकेले लड़ेगी पार्टी
Lok Sabha Election 2024: देश में जल्द होने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान इंडिया गठबंधन कई राज्यों में मिलकर चुनाव लड़ता दिख रहा है तो कई राज्यों में गठबंधन पूरी तरह बिखर गया है।
Lok Sabha Election 2024: पश्चिम बंगाल के बाद झारखंड में भी विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया (India Alliance) को करारा झटका लगा है। पश्चिम बंगाल में टीएमसी मुखिया ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने राज्य की सभी लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार कर गठबंधन को झटका दिया है तो अब झारखंड में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) ने गठबंधन से अलग होने का फैसला किया है।
भाकपा ने झारखंड की 14 में से आठ लोकसभा सीटों (Lok Sabha Seats) पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। पार्टी का कहना है कि राज्य में सीट बंटवारे को लेकर कोई बातचीत न होने के कारण यह फैसला किया गया है।
अकेले चुनाव लड़ने का फैसला
देश में जल्द होने वाले लोकसभा चुनाव के दौरान इंडिया गठबंधन (India Alliance conflict) कई राज्यों में मिलकर चुनाव लड़ता दिख रहा है तो कई राज्यों में गठबंधन पूरी तरह बिखर गया है। रविवार को विपक्षी गठबंधन को दो बड़े झटके लगे। पश्चिम बंगाल के बाद झारखंड में भी गठबंधन में एकजुटता की कोशिशों को झटका लगा है।
भाकपा के झारखंड प्रदेश सचिव महेंद्र पाठक ने कहा कि इस बार के लोकसभा चुनाव में हमने अपने दम पर चुनाव मैदान में उतारने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि झारखंड में भाजपा ने सभी सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है मगर कांग्रेस और महागठबंधन में शामिल अन्य दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर अभी तक कोई बातचीत शुरू नहीं हो सकी है। ऐसी स्थिति में हमने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
इन आठ सीटों पर लड़ेगी पार्टी
उन्होंने बताया कि पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक के दौरान राज्य में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया गया। उन्होंने कहा कि पार्टी राज्य की आठ लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। उन्होंने कहा कि हमने सीटों को लेकर भी फैसला कर लिया है और पार्टी की ओर से रांची, हजारीबाग, कोडरमा, चतरा, पलामू, गिरिडीह, दुमका और जमशेदपुर लोकसभा क्षेत्रों में उम्मीदवार उतारे जाएंगे।
उन्होंने कहा कि पार्टी के उम्मीदवारों की घोषणा 16 मार्च के बाद कर दी जाएगी। झारखंड में लोकसभा की 14 सीटें हैं और इनमें से भाजपा के पास 11, झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) के पास एक और झारखंड मुक्ति मोर्चा एवं कांग्रेस के पास एक-एक सीट है। कांग्रेस की एकमात्र सांसद गीता कोड़ा ने पिछले दिनों भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी और भाजपा ने उन्हें इस बार की चुनावी जंग में उतार दिया है।
फैसले पर झामुमो की तीखी प्रतिक्रिया
भाकपा के आठ सीटों पर चुनाव लड़ने के फैसले पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। झामुमो के प्रवक्ता मनोज पांडेय ने कहा कि सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या प्रदेश इकाई की ओर से इस तरह का फैसला लिया जा सकता है? उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन की बातचीत चल रही है और ऐसी स्थिति में प्रदेश इकाई की ओर से यह ऐलान समझ से परे है। उन्होंने कहा कि प्रदेश इकाई का यह फैसला अनुशासन को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े करता है।
पश्चिम बंगाल में टीएमसी के बाद झारखंड में भाकपा का यह ऐलान इंडिया गठबंधन के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है। दरअसल झारखंड में अभी तक सीट शेयरिंग को लेकर कोई फॉर्मूला तय नहीं किया जा सका है। सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल दलों के बीच सीटों को लेकर खींचतान बनी हुई है। दूसरी ओर भाजपा की अगुवाई वाला एनडीए पूरी मजबूती के साथ चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में जुटा हुआ है।