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Lok Sabha Election 2024: कन्नौज सीट से चुनावी अखाड़े में उतरेंगे अखिलेश यादव!
Lok Sabha Election 2024: सपा मुखिया के इस लोकसभा क्षेत्र की सियासी जंग में उतरने के बाद दिलचस्प मुकाबला होने की उम्मीद है क्योंकि भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक ने भी इस क्षेत्र में पूरी ताकत लगा रखी है।
Lok Sabha Election 2024: समाजवादी पार्टी की ओर से लोकसभा चुनाव के लिए जारी प्रत्याशियों की पांचवीं सूची के बाद पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की उम्मीदवारी को लेकर तस्वीर साफ हो गई है। अब सपा मुखिया अखिलेश यादव का कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। हालांकि, अभी तक पार्टी की ओर से अखिलेश की लोकसभा सीट का औपचारिक ऐलान नहीं किया गया है। वैसे अखिलेश यादव कन्नौज के सपा नेताओं को पहले ही चुनाव लड़ने का संकेत दे चुके हैं। इसी कारण कन्नौज की सपा इकाई ने सक्रियता भी बढ़ा दी है।
धर्मेंद्र की उम्मीदवारी के बाद तस्वीर हुई साफ
पूर्व मुख्यमंत्री और सपा मुखिया अखिलेश यादव के कन्नौज या आजमगढ़ से चुनाव मैदान में उतरने की अटकलें कई दिनों से लगाई जाती रही हैं। इन दोनों लोकसभा क्षेत्रों को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता रहा है। हालांकि पिछले चुनाव में इन दोनों सीटों पर सपा को हार का सामना करना पड़ा था।
समाजवादी पार्टी ने शनिवार को अपने प्रत्याशियों की पांचवीं सूची जारी कर दी। इसमें पांच लोकसभा सीटों के प्रत्याशियों का ऐलान किया गया है। सपा ने पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को आजमगढ़ लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है। पहले उन्हें बदायूं लोकसभा सीट से टिकट दिया गया था मगर बाद में सपा मुखिया ने वहां से अपने चाचा शिवपाल यादव को उतार दिया था।
बाद में धर्मेंद्र यादव को आजमगढ़ और कन्नौज दोनों लोकसभा सीटों का प्रभारी बना दिया गया था। इसके बाद माना जा रहा था कि इनमें से एक सीट पर अखिलेश और दूसरी सीट पर धर्मेंद्र यादव चुनाव लड़ेंगे। अब पार्टी ने धर्मेंद्र को आजमगढ़ सीट से चुनाव मैदान में उतार दिया है। ऐसे में अब अखिलेश कन्नौज लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरेंगे।
कन्नौज-आजमगढ़ में लगा था सपा को झटका
कन्नौज लोकसभा सीट पर 1998 से 2004 तक लगातार समाजवादी पार्टी का कब्जा रहा। 2019 के लोकसभा चुनाव में पार्टी को इस सीट पर करारा झटका लगा था। भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक ने अखिलेश यादव की पत्नी और सपा प्रत्याशी डिंपल यादव को हराकर सपा के इस किले को ध्वस्त कर दिया था। भाजपा ने एक बार फिर सुब्रत पाठक को ही इस चुनावी मैदान में उतारने का ऐलान कर दिया है। सुब्रत पाठक टिकट की घोषणा से पहले ही क्षेत्र में सक्रिय बने हुए हैं।
आजमगढ़ संसदीय सीट को भी सपा का गढ़ माना जाता रहा है और इस सीट से सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और खुद अखिलेश यादव सांसद रह चुके हैं मगर पिछले दिनों इस सीट पर हुए उपचुनाव में भाजपा के दिनेश लाल यादव निरहुआ ने सपा के धर्मेंद्र यादव को हराकर इस सीट पर कब्जा कर लिया था।
भाजपा ने इस सीट पर निरहुआ को फिर अपना प्रत्याशी घोषित किया है। पिछले उपचुनाव में धर्मेंद्र यादव की हार में बसपा प्रत्याशी शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली ने बड़ी भूमिका निभाई थी। गुड्डू जमाली को 2,66,210 वोट मिले थे। अब गुड्डू जमाली सपा में शामिल हो चुके हैं और ऐसे में धर्मेंद्र यादव की सियासी स्थिति मजबूत मानी जा रही है।
सपा जल्द कर सकती है बड़ा ऐलान
सपा की ओर से अभी तक प्रत्याशियों की पांच सूची जारी की जा चुकी है मगर पार्टी ने अभी तक अखिलेश यादव की उम्मीदवारी का ऐलान नहीं किया है। सपा के कन्नौज जिला अध्यक्ष कलीम खान का कहना है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कन्नौज से ही चुनाव लड़ने की बात कही है। पार्टी कार्यकर्ता भी यही चाहते हैं जिस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सहमति जताई है। उन्होंने बताया कि जल्द ही इस बाबत बड़ा ऐलान किया जा सकता है।
सपा सूत्रों का कहना है कि पार्टी जल्द ही कन्नौज लोकसभा सीट को लेकर अपने पत्ते खोल सकती है। सपा मुखिया के इस लोकसभा क्षेत्र की सियासी जंग में उतरने के बाद दिलचस्प मुकाबला होने की उम्मीद है क्योंकि भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक ने भी इस क्षेत्र में पूरी ताकत लगा रखी है।