×

TRENDING TAGS :

Aaj Ka Rashifal

Lok Sabha Election 2024: हमीरपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र

Lok Sabha Election 2024: हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र के तहत पांच विधानसभा सीटें आती हैं - हमीरपुर, राठ (एससी), महोबा, चरखारी और तिंदवारी।

Neel Mani Lal
Published on: 18 May 2024 1:50 PM IST
Lok Sabha Election ( Social Media Photo)
X

Lok Sabha Election ( Social Media Photo)

क्षेत्र की खासियत

- बुंदेलखंड की हमीरपुर लोकसभा सीट चित्रकूट धाम बांदा मंडल का हिस्सा है।

- हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र यमुना और बेतवा नदियों के संगम पर बसा है। इस नगर को राजा हमीरदेव ने बसाया था। इनका क़िला खंडहर के रूप में यहाँ आज भी है।

- सिंहमहेश्वरी (संगमेश्वर) मंदिर, चौरादेवी मंदिर, मेहर बाबा मंदिर, गायत्री तपोभूमि, बांके बिहारी मंदिर, ब्रह्मानंद धाम, कल्पवृक्ष और निरंकारी आश्रम आदि यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से हैं।

- हमीरपुर को आल्हा उदल की वीरभूमि भी कहा जाता है।

- 2011 की जनगणना के मुताबिक, हमीरपुर प्रदेश का तीसरा सबसे कम आबादी वाला जिला है।

- यहां पर यमुना और बेतवा दो अहम नदियां मिलती हैं। बेतवा नदी के किनारे पर मोटा रेत मिलता है जिसकी काफी मांग रहती है।

- आजादी के लिए अंग्रेजों से लड़ाई में इस जिले की अहम भूमिका रही है।

विधानसभा क्षेत्र

- हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र के तहत पांच विधानसभा सीटें आती हैं - हमीरपुर, राठ (एससी), महोबा, चरखारी और तिंदवारी। 2022 के विधानसभा चुनाव में सभी पांचों सीटों पर भाजपा ने क्लीन स्वीप किया था। 2017 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा सभी सीटों पर जीती थी।


जातीय समीकरण

- 2011 के जनगणना के मुताबिक हमीरपुर क्षेत्र में 82.79 फीसदी ग्रामीण और 17.21 फीसदी शहरी आबादी है। इस क्षेत्र में अनुसूचित जाति की आबादी करीब 22.63 फीसदी है। इसके अलावा राजपूत, मल्लाह और ब्राह्मण मतदाता काफी निर्णायक भूमिका में हैं। यहाँ 8.26 फीसदी मुस्लिम मतदाता भी हैं।


राजनीतिक इतिहास और पिछले चुनाव

- हमीरपुर संसदीय सीट के राजनीतिक इतिहास को देखें तो यहां पर कांग्रेस को अब तक 6 बार जीत मिल चुकी है और उसके बाद भाजपा का नंबर है। 1952 से यहां पर संसदीय चुनाव की शुरुआत हुई थी। आज तक किसी भी राजनीतिक दल ने महिला को अपना उम्मीदवार नहीं बनाया है।

- 1952, 1957 और 1962 में कांग्रेस के मन्नूलाल द्विवेदी जीते।

- 1967 में जनसंघ के स्वामी ब्रह्मानंद को जीत मिली।

- 1971 में कांग्रेस के स्वामी ब्रह्मानंद सांसद बने।

- 1977 के चुनाव में भारतीय लोकदल के तेज प्रताप सिंह को जीत हासिल हुई।

- 1980 में कांग्रेस के डूंगर सिंह और 1984 में स्वामी प्रसाद सिंह को जीत मिली।

- 1989 में जनता दल के गंगाचरन राजपूत विजयी रहे।

- 1991 में भाजपा के विश्वनाथ शर्मा और 1996 तथा 1998 में गंगाचरन राजपूत को जीत हासिल हुई।

- 1999 के चुनाव में बसपा के अशोक कुमार सिंह चंदेल को जीत हासिल हुई। अशोक सिंह चंदेल 26 जनवरी 1997 को हमीरपुर शहर में पांच लोगों की हुई सामूहिक हत्या में नामजद होने के बाद भी बसपा में एंट्री लेकर चुनाव लड़े थे।

- 2004 में सपा के राज नारायण बुधौलिया सांसद बने।

- 2009 में बसपा के विजय बहादुर सिंह को मौक़ा मिला।

- 2014 और 2019 में भाजपा के पुष्पेंद्र सिंह विजयी रहे।

इस बार के उम्मीदवार

- हमीरपुर लोकसभा सीट से भाजपा ने मौजूदा सांसद पुष्पेंद्र चंदेल को उम्मीदवार बनाया है। पुष्पेंद्र पिछले 10 साल से सांसद हैं। इस सीट पर इंडिया अलायन्स के तहत समाजवादी पार्टी के अजेन्द्र सिंह राजपूत उम्मीदवार हैं जबकि बसपा ने निर्दोष दीक्षित को प्रत्याशी बनाया है।


स्थानीय मसले

उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से जिलों को अलग करके बुन्देलखण्ड राज्य बनाने की मांग दशकों से चली आ रही है। हमीरपुर उन निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है जो इस प्रस्तावित राज्य की भौगोलिक सीमा के भीतर आता है। यहाँ के अन्य मुद्दों में बाढ़, जल संकट, सड़कों की खराब स्थिति, उद्योग धंधों की कमी आदि हैं।



\
Shalini Rai

Shalini Rai

Next Story