TRENDING TAGS :
Lok Sabha Election: लोगों की पहली पसंद है मेनका गाँधी, वरुण को किनारे कर सकती है बीजेपी
Sultanpur News: तमाम राजनीतिक विश्लेषक कयासों के सहारे बता रहे हैं कि टिकट किसको मिलेगा लेकिन ज़्यादातर लोगो की राय मौजूदा सांसद मेनका गाँधी के पक्ष में है।
Lok Sabha Election: आने वाले लोकसभा चुनाव दे पहले ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने सभी उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। लेकिन सूची आने के बाद भी कुछ सांसदों के भाग्य पर अनिश्चयता की लकीरे बानी हुई है। जिले को भारतीय जनता पार्टी ने पहली लिस्ट में न शामिल करके कयासों का बाजार को और गर्म कर दिया है। ऐसे में तमाम राजनीतिक विश्लेषक कयासों के सहारे बता रहे हैं कि टिकट किसको मिलेगा लेकिन ज़्यादातर लोगो की राय मौजूदा सांसद मेनका गाँधी (MP Maneka Gandhi) के पक्ष में है। हालांकि अभी इस बात से पर्दा हटना बाकी है।
मेनका गाँधी की लोकप्रियता और राजनीतिक चुनौतियाँ
महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के दिन 8 मार्च को भारतीय जनता पार्टी कोर कमेटी की बैठक है। इसी पर सबकी निगाह टिकी हुई है। कल सुल्तानपुर लोक सभा (Sultanpur Lok Sabha) का टिकट घोषित कर दिया जाएगा। आम जन की बात करें तो मेनका गाँधी की लोकप्रियता बहुत ज़बरदस्त है। जनता का मानना भी है कि मेनका गाँधी ने ही जिले में विकास कार्यो में नज़ीर पेश की है। हालांकि यह समय राजनीति अनिश्चितता से भरा हुआ है। इसलिए क्या होगा इसका अंदाज़ा लगाना फिलहाल मुमकिन नहीं है।
तथ्य एक नज़र में
सुल्तानपुर संसदीय क्षेत्र पर अधिकतर भाजपा का या कांग्रेस का कब्ज़ा रहा है दो बार बसपा ने भी अपना दम दिखाया है। 2014 में भाजपा ने वरुण गाँधी को प्रत्याशी बनाया था और वो जीत कर लोकसभा पहुँचे थे।
2019 में भाजपा ने सीट बदल दी और वरुण गाँधी (Varun Gandhi) पीलीभीत लोक सभा से और मेनका गाँधी ((MP Maneka Gandhi)) सुल्तानपुर लोकसभा से चुनाव जीती थी। हालांकि मेनका गांधी को महागठबंधन के प्रत्याशी चन्द्रभद्र सिंह सोनू ने कड़ी टक्कर दी थी। महज़ 14 हज़ार के आसपास से मेनका गाँधी ने चुनाव जीता था।
इस बार भी दावेदार तो बहुत से हैं लेकिन माना जा रहा है कि मेनका की दावेदारी मज़बूत है, अंतिम समय मे भाजपा उन्हें टिकट दे भी सकती है। फिलहाल चौक चैराहो पर टिकट को लेकर चर्चा गर्म है। कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मेनका गाँधी ने जितना काम किया है उसको देखते हुए टिकट कटने की कोई सम्भावना नज़र नहीं आती है।