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Lok Sabha Election: राहुल की मोदी से बहस वाली चुनौती पर BJP का पलटवार, INDIA तो छोड़िए कांग्रेस के भी पीएम चेहरा नहीं
Lok Sabha Election: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस निमंत्रण को स्वीकार करते हुए कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सार्वजनिक बहस के लिए तैयार हैं।
Lok Sabha Election: देश में इन दिनों लोकसभा चुनावों को लेकर सियासी माहौल गरमाया हुआ है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच वार-पलटवार का दौर जारी है। इस बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दो पूर्व जजों और एक वरिष्ठ पत्रकार की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चुनावी बहस करने की चुनौती को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा है कि वे प्रधानमंत्री मोदी से विभिन्न मुद्दों पर बहस करने के लिए तैयार हैं।
राहुल गांधी की ओर से यह बयान दिए जाने के बाद भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा ने कहा कि राहुल गांधी को इंडिया गठबंधन तो छोड़िए कांग्रेस ने भी प्रधानमंत्री पद का चेहरा नहीं बनाया है। ऐसे में कांग्रेस को बताना चाहिए कि राहुल गांधी कौन है जिनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहस करनी चाहिए।
दोनों नेताओं के बीच बहस का प्रस्ताव
दरअसल रिटायर्ड जस्टिस मदन बी. लोकुर, जस्टिस रिटायर्ड अजीत पी. शाह और वरिष्ठ पत्रकार एन.राम ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं को सार्वजनिक बहस में हिस्सा लेते हुए अपने एजेंडे के बारे में जनता को जानकारी देने का प्रस्ताव रखा था। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को एक मंच पर बहस करने के लिए आमंत्रित किया गया था।
राहुल गांधी ने बहस की चुनौती स्वीकारी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस निमंत्रण को स्वीकार करते हुए कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सार्वजनिक बहस के लिए तैयार हैं। कांग्रेस नेता ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि प्रमुख पार्टियों के लिए स्वस्थ लोकतंत्र के लिए एक मंच से देश के सामने अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत करना एक सकारात्मक पहल होगी। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से बहस की चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा कि देश को उम्मीद है कि पीएम मोदी इस बहस में हिस्सा लेंगे।
उन्होंने कहा कि मैंने इस आमंत्रण के संबंध में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से चर्चा की है। वे भी इस बात से सहमत है कि इस तरह की बहस से लोगों को हमारे दृष्टिकोण को समझने में मदद मिलेगी और वे एक विकल्प चुनने में सक्षम होंगे।
उनका कहना था कि वह एक सार्थक और ऐतिहासिक बहस में भाग लेने के लिए उत्सुक हैं। कृपया हमें बताएं कि क्या प्रधानमंत्री मोदी बहस में हिस्सा लेने के लिए सहमत हैं? इसके बाद हम बहस के विवरण और प्रारूप पर चर्चा कर सकते हैं।
भाजपा ने किया पलटवार
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के इस बयान पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया जताई है। भाजपा नेता और सांसद तेजस्वी सूर्या ने पलटवार करते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन की तो बात ही छोड़िए, राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के भी पीएम चेहरा नहीं हैं। आखिरकार राहुल गांधी कौन है जिनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहस करनी चाहिए?
भाजपा नेता ने कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक में राहुल गांधी की स्थिति पर सवाल उठाते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी को बहस के लिए आमंत्रित करने से पहले वे विपक्षी दल की ओर से खुद को प्रधानमंत्री का चेहरा घोषित करवाएं। पहले उन्हें कांग्रेस का पीएम कैंडिडेट बनने तो दीजिए। तब तक हम लोग उनके लिए भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रवक्ता को तैनात कर देते हैं जो उनसे बहस करेंगे।
ऐसे नेता से पीएम मोदी क्यों करेंगे बहस
पूर्व में कांग्रेस नेता और अब भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता बन चुके जयवीर शेरगिल ने भी कांग्रेस को जवाब दिया है। उन्होंने एक्स पर अपनी पोस्ट में लिखा कि संसद से भाग रहे हैं, अमेठी से भाग रहे हैं, जवाबदेही से भाग रहे हैं। पार्टी के अध्यक्ष का पद छोड़ रहे हैं और विपक्ष का नेता नहीं बन पा रहे हैं, लेकिन फिर भी खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बहस करने का हकदार महसूस कर रहे हैं? भगोड़े शौकीन नेताओं से बहस करना मोदी जी के समय के लायक नहीं है। उन्होंने संसद में राहुल गांधी के ट्रैक रिकॉर्ड को लेकर भी सवाल उठाए।
स्मृति ईरानी ने दी घमंड से बचने की सलाह
केंद्रीय मंत्री और अमेठी से भाजपा की प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने भी प्रधानमंत्री पद को लेकर राहुल गांधी की उम्मीदवारी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि मैं उनसे यह पूछना चाहती हूं कि क्या वे इंडिया गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार हैं? उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति में अपने तथाकथित महल में एक सामान्य भाजपा कार्यकर्ता का मुकाबला करने की ताकत नहीं है, उसे घमंड से बचना चाहिए।