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लोकतंत्र का इंदौरी चेहरा: दो लाख से ज्यादा वोट नोटा को

Lok Sabha Election Result 2024: गोपालगंज में मतदाताओं ने 51,660 या 5 प्रतिशत मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुनकर रिकॉर्ड बनाया था।

Neel Mani Lal
Written By Neel Mani Lal
Published on: 5 Jun 2024 12:27 PM IST
NOTA in Indore
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 इंदौर में नोटा  (फोटो: सोशल मीडिया )

Lok Sabha Election Result 2024: भारत के चुनावी लोकतंत्र के कई रंग इस बार देखने को मिले। इनमें एक इंदौर का रंग भी रहा। स्वच्छता के लिए नम्बर वन इंदौर ने "नोटा" के मामले में भी नम्बर वन होने का रिकॉर्ड बना दिया है। ये जनता की तल्खी का भी प्रदर्शन है।

नया रिकॉर्ड

इंदौर ने देश में सबसे अधिक 2,18,674 नोटा वोट दर्ज करके नया रिकॉर्ड लिख दिया है। अभी तक रिकॉर्ड बिहार के गोपालगंज द्वारा 2019 में बनाया गया था। गोपालगंज में मतदाताओं ने 51,660 या 5 प्रतिशत मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुनकर रिकॉर्ड बनाया था

क्या हुआ नया

इंदौर में भाजपा उम्मीदवार शंकर लालवानी ने 11,75,092 मतों के भारी अंतर से लोकसभा चुनाव जीता है। मौजूदा सांसद लालवानी के निकटतम प्रतिद्वंद्वी बसपा के लक्ष्मण सोलंकी को 51,659 वोट मिले। रिकॉर्ड अंतर से जीतने वाले लालवानी के खिलाफ इंदौर में मैदान में उतरे सभी 13 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई।

यदि किसी उम्मीदवार को किसी निर्वाचन क्षेत्र में डाले गए कुल वैध मतों के छठे हिस्से से कम वोट मिलते हैं, तो चुनाव आयोग उसकी जमानत जब्त कर लेता है।

- इंदौर लोकसभा सीट पर नोटा (इनमें से कोई नहीं) विकल्प को कुल वोटों का 16.28 प्रतिशत वोट मिला।

- कांग्रेस ने नोटा का समर्थन करने का आह्वान किया था, क्योंकि उसके उम्मीदवार अक्षय कांति बाम ने आखिरी समय में चुनाव मैदान से नाम वापस ले लिया था। इस कदम के कारण विपक्षी पार्टी को इस प्रतिष्ठित सीट से चुनाव से बाहर होना पड़ा। बाद में बाम भाजपा में शामिल हो गए।

- 13 मई को इंदौर में 25.27 लाख पात्र मतदाताओं में से 61.75 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इनमें से 13,43,294 मत वैध पाए गए। इसमें से 16.28 प्रतिशत मत नोटा को गए।

- 2019 में इंदौर में 69 प्रतिशत मतदान हुआ था, जिसमें 5,045 मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुना था।

- 2014 के लोकसभा चुनावों में तमिलनाडु के नीलगिरी में नोटा ने 46,559 वोट हासिल किए थे, जिसमें से लगभग 5 प्रतिशत वोट नोटा के खाते में गए थे।

- सितंबर 2013 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ईवीएम में नोटा विकल्प को शामिल किया गया था। इस विकल्प ने मतदाताओं को चुनाव मैदान में सभी उम्मीदवारों को खारिज करने का विकल्प दिया।

- नोटा बटन को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पर अंतिम विकल्प के रूप में रखा जाता है।



Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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