Lok Sabha Election:एग्जिट पोल के नतीजे सही निकले तो और ताकतवर होंगे योगी,NDA की जीत के लिए किया ताबड़तोड़ प्रचार

Lok Sabha Election: उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री ने भी तमाम चुनावी कार्यक्रम किए मगर इस जीत का बड़ा श्रेय योगी आदित्यनाथ को दिया जाना तय माना जा रहा है

Anshuman Tiwari
Published on: 2 Jun 2024 4:53 AM GMT
Lok Sabha Election ( Social Media Photo)
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Lok Sabha Election ( Social Media Photo)

Lok Sabha Election: लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण के मतदान के बाद शनिवार की शाम एग्जिट पोल के नतीजे भी सामने आ गए। लगभग सभी एग्जिट पोल के मुताबिक नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार केंद्र में अपनी सरकार बनाने जा रहे हैं। एग्जिट पोल के नतीजे में एक उल्लेखनीय बात यह भी है कि देश में सर्वाधिक 80 लोकसभा सीटों वाले राज्य उत्तर प्रदेश में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाले एनडीए को बड़ी कामयाबी मिलती दिख रही है। सात एजेंसियों के एग्जिट पोल में उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से एनडीए को 62 से 74 लोकसभा सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है।

सियासी जानकारों का मानना है कि यदि एग्जिट पोल के नतीजे सही साबित हुए तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ताकतवर बनकर उभरेंगे। योगी आदित्यनाथ ने पिछले करीब दो महीने के दौरान एनडीए प्रत्याशियों की चुनावी संभावनाओं को मजबूत बनाने के लिए 200 से अधिक चुनावी कार्यक्रम किए हैं। हालांकि उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह समेत अन्य नेताओं ने भी तमाम चुनावी कार्यक्रम किए मगर इस जीत का बड़ा श्रेय योगी आदित्यनाथ को दिया जाना तय माना जा रहा है।


दो महीने तक किया ताबड़तोड़ प्रचार

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने चुनावी कार्यक्रम की शुरुआत मार्च महीने की 27 तारीख को की थी जब उन्होंने ब्रजभूमि मथुरा में प्रबुद्ध सम्मेलन किया था। शुक्रवार को उन्होंने अपने प्रचार अभियान का समापन पंजाब की जनसभा के साथ किया। दो महीने से अधिक के अपने चुनावी कार्यक्रमों के दौरान योगी आदित्यनाथ ने दोहरा शतक लगा दिया। उन्होंने 169 जनसभा, 15 प्रबुद्ध सम्मेलन और 13 रोड शो कर एनडीए प्रत्याशियों के लिए खूब पसीना बहाया।उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि देश के अन्य राज्यों में भी चुनावी कार्यक्रमों के लिए योगी आदित्यनाथ की भारी डिमांड दिखी। दूसरे प्रदेशों के भाजपा उम्मीदवार भी चाहते थे कि उनके चुनाव क्षेत्र में योगी आदित्यनाथ का कम से कम एक कार्यक्रम जरूर आयोजित किया जाए ताकि उनकी चुनावी जीत सुनिश्चित हो सके। योगी की इस डिमांड से उत्तर प्रदेश के बाहर भी उनकी लोकप्रियता को आसानी से समझा जा सकता है।


दूसरे राज्यों में भी योगी की भारी डिमांड

अपने चुनौती दौरे के दौरान योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों को मथने के साथ ही दूसरे राज्यों में भी भाजपा और सहयोगी दलों के प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने के लिए खूब पसीना बहाया। उन्होंने 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों में भी चुनावी सभाएं और रोड शो किए और इस दौरान लोगों से कमल खिलाने की अपील की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार देश की सत्ता सौंपने के लिए उनके ताबड़तोड़ प्रचार का खूब असर भी दिखा है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 12 केंद्रीय मंत्रियों और प्रदेश सरकार के चार मंत्रियों की संसद पहुंचने की राह आसान बनाने के लिए जमकर मेहनत की। उत्तर प्रदेश सरकार के चार मंत्री इस बार चुनावी अखाड़े में उतरे हैं।इन मंत्रियों जितिन प्रसाद,दिनेश प्रताप सिंह, अनूप बाल्मीकि और जयवीर सिंह की जीत सुनिश्चित करने के लिए योगी आदित्यनाथ ने कई कार्यक्रम किए। पीलीभीत, रायबरेली, हाथरस और मैनपुरी के में योगी के चुनावी कार्यक्रमों से कड़े मुकाबले में फंसे इन प्रत्याशियों की चुनावी संभावनाओं को भी मजबूती मिली है।


पीएम मोदी ने थपथपाई योगी की पीठ

योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ भी कई चुनावी सभाओं में हिस्सा लिया। उल्लेखनीय बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में की गई अपनी लगभग सभी सभाओं में योगी आदित्यनाथ की पीठ ठोकी और कहा कि 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद उत्तर प्रदेश का माहौल पूरी तरह बदल चुका है।पीएम मोदी ने खासतौर पर कानून व्यवस्था में सुधार और माफियाओं के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर योगी की पीठ थपथपाई।योगी आदित्यनाथ ने भी अपनी चुनावी सभाओं के दौरान पीएम मोदी के सशक्त नेतृत्व की खूब तारीफ की और मतदाताओं से सनातन मूल्यों की रक्षा और देश को और ताकतवर बनाने के लिए मोदी को एक बार फिर देश की कमान सौंपने की अपील की।


और ताकतवर बनकर उभरेंगे योगी

अब एग्जिट पोल के नतीजे में भी साफ हो गया है कि पीएम मोदी और योगी आदित्यनाथ की ओर से की गई इस मेहनत का उत्तर प्रदेश में बड़ा नतीजा दिख सकता है। लगभग सभी एग्जिट पोल में उत्तर प्रदेश में भाजपा और सहयोगी दलों को भारी सफलता मिलने की बात कही गई है। सियासी जानकारों का मानना है कि एग्जिट पोल के नतीजे अगर सही साबित होते हैं तो निश्चित रूप से योगी आदित्यनाथ भाजपा में और ताकतवर बनकर उभरेंगे।उत्तर प्रदेश में 2022 का विधानसभा चुनाव जीतने में भी योगी की बड़ी भूमिका मानी गई थी और इसीलिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व में उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में दूसरी पारी सौंपने का फैसला किया था। अब मुख्यमंत्री के रूप में यदि 2024 के लोकसभा चुनाव में योगी एनडीए को बड़ी जीत दिलाने में कामयाब रहे तो निश्चित रूप से उनके मजबूत नेतृत्व पर एक बार फिर मुहर लगेगी।

Shalini Rai

Shalini Rai

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