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Lok Sabha Election 2024: नॉमिनेशन कल से और उम्मीदवारी पर अब तक सस्पेंस...क्या होगा वरुण का?
Lok Sabha Election 2024: यूपी की पीलीभीत सीट पर पहले चरण में चुनाव होना है। 20 मार्च से नॉमिनेशन शुरू होना है और वहीं उससे एक दिन पहले तक बीजेपी और सपा ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। इस सीट से वरुण गांधी सांसद हैं और अब चर्चा उनके सियासी भविष्य को लेकर भी होने लगी है। वरुण गांधी का क्या होगा?
Lok Sabha Election 2024: यूपी के पीलीभीत सीट पर पहले ही चरण में लोकसभा का चुनाव (Lok Sabha Election 2024) होना है। 20 मार्च से यहां नामांकन शुरू हो रहा है। वहीं भाजपा और सपा ने अभी तक यहां से अपने प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं। ऐसे में यहां अब वरुण गांधी के राजनीतिक भविष्य को लेकर सवाल उठने लगा है कि क्या होगा बीजेपी सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) का? 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 की 80 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है। बीजेपी, अपना दल सोनेलाल, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, निषाद पार्टी, राष्ट्रीय लोक दल जैसी पार्टियों से गठबंधन की गोटी सेट कर अपने टारगेट तक पहुंचने की कोशिश में जुटी है। वहीं पार्टी ने उत्तर प्रदेश की 51 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान भी कर दिया है लेकिन एक ऐसी सीट पर पार्टी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं जिस पर सबकी नजर है। यह सीट है पीलीभीत लोकसभा सीट।
पीलीभीत सीट से वरुण गांधी (Varun Gandhi) भाजपा सांसद हैं। 2009 में पहली बार लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद पहुंचे वरुण गांधी की गिनती कभी बीजेपी के फायरब्रांड नेताओं में होती थी। राजनीति में एंट्री के साथ ही तेजी से सफलता की सीढ़िया चढ़ते गए लेकिन पिछले कुछ साल से वे अपनी ही पार्टी को अक्सर घेरते नजर आए हैं। वहीं अब स्थिति यह हो गई है कि वरुण गांधी को इस बार बीजेपी से टिकट मिलेगा भी या नहीं, इसे लेकर राजनीतिक गलियारे में चर्चा होने लगी है। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि पीलीभीत सीट उत्तर प्रदेश की उन आठ सीटों में शामिल है जिनके लिए पहले चरण में 20 अप्रैल को मतदान होना है। पहले चरण की सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया 20 मार्च से शुरू हो रही है।
बीजेपी उत्तर प्रदेश की 80 में से 51 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान भी कर चुकी है लेकिन पार्टी ने अभी तक पीलीभीत को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं। वरुण गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक पोस्ट किया है जिसे इसी सस्पेंस से जोड़कर देखा जा रहा है। वरुण गांधी ने फेसबुक पोस्ट कर कहा है-सत्य को बेशक थोड़ा इंतजार करना पड़े मगर अंततः विजय सत्य की ही होगी। वरुण की इस पोस्ट के सियासी मायने भी तलाशे जा रहे हैं।
एक ओर जहां जनता में वरुण गांधी के चुनाव लड़ने या न लड़ने को लेकर भ्रम की स्थिति है तो वहीं विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) (Samajwadi Party) भी बीजेपी उम्मीदवार के ऐलान का इंतजार कर रही है। बता दें कि पिछले कुछ साल से बीजेपी सांसद वरुण गांधी अपनी ही पार्टी की सरकार को अक्सर घेरते नजर आए हैं। किसान आंदोलन हो या बेरोजगारी का मुद्दा, ऐसे कई मौकों पर वरुण गांधी अपनी ही पार्टी की लाइन और सरकार के विपरीत खड़े नजर आए। लंबे समय तक पीलीभीत में पार्टी के मंच से दूर नजर आए। वैसे बीजेपी सांसद वरुण के तेवर में पिछले कुछ दिनों से बदलाव भी देखा जा रहा है।
पीएम की तारीफ भी की थी
कुछ दिनों पहले अमृत योजना (amrit scheme) के तहत चयनित पीलीभीत स्टेशन पर आयोजित एक कार्यक्रम में वरुण लंबे समय बाद बीजेपी नेताओं के साथ एक मंच पर नजर आए थे। वरुण ने तब पीएम मोदी की जमकर तारीफ भी की थी और पिछले कुछ समय से उनके ट्वीट भी रिट्वीट कर रहे हैं। इससे तो यही लगता है कि वरुण को बीजेपी से टिकट मिलने का विश्वास है, लेकिन बीजेपी उम्मीदवार का ऐलान होने के बाद ही यह साफ हो पाएगा कि पार्टी उनको उनके बदले व्यवहार का इनाम देती है या किसी नए चेहरे पर दांव लगाती है। यूपी की इस सीट पर अभी तक उम्मीदवार को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। अब देखना यह होगा कि यह सस्पेंस कब टूटेगा।