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Lok Sabha Election: ओडिशा में नया सियासी समीकरण, 15 साल बाद BJP-BJD में गठबंधन तय, बस ऐलान होना बाकी

Lok Sabha Election 2024: राज्य में BJD और BJP के बीच गठबंधन तय माना जा रहा है। जानकार सूत्रों के मुताबिक अब इस संबंध में सिर्फ औपचारिक ऐलान होना बाकी है।

Anshuman Tiwari
Written By Anshuman Tiwari
Published on: 7 March 2024 4:05 AM GMT
PM Modi Naveen Patnaik
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PM Modi Naveen Patnaik  (photo: social media )

Lok Sabha Election 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) के 400 पार के नारे को हकीकत में बदलने के लिए भाजपा विभिन्न राज्यों में अपनी सियासी स्थिति मजबूत बनाने की कोशिश में जुटी हुई है। भाजपा की ओर से आक्रामक चुनाव अभियान के साथ ही नए सहयोगी दलों के जरिए एनडीए की ताकत बढ़ाने की भी कोशिश की जा रही है। इसी कड़ी में ओडिशा में 15 साल बाद नया सियासी समीकरण बनता हुआ दिख रहा है।

राज्य में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (BJD) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच गठबंधन तय माना जा रहा है। जानकार सूत्रों के मुताबिक अब इस संबंध में सिर्फ औपचारिक ऐलान होना बाकी है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी हाल की ओडिशा यात्रा के दौरान विपक्षी दलों पर तीखा हमला बोला था मगर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) पर उन्होंने कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की थी। इसके बाद से ही यह माना जाने लगा था कि दोनों दलों के बीच गठबंधन की खिचड़ी जरूर पक रही है।

पार्टी नेताओं के साथ सीएम ने की चर्चा

दोनों दलों के नेताओं ने बुधवार को लोकसभा और विधानसभा चुनाव से पहले हाथ मिलाने का संकेत दिया है। बीजू जनता दल के नेताओं ने बुधवार को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के आवास पर भाजपा से गठबंधन के मुद्दे पर मैराथन बैठक की है। जानकार सूत्रों का कहना है कि इस बैठक के दौरान गठबंधन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई और पार्टी नेताओं की इस बाबत सकारात्मक प्रतिक्रिया रही है।

बैठक के बाद पार्टी की ओर से जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में भी गठबंधन के पुख्ता संकेत मिले हैं। पार्टी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पार्टी नेताओं के साथ 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की है।

पार्टी सुप्रीमो ने कहा कि 2036 में ओडिशा 100 वर्ष पूर्ति उत्सव मनाने जा रहा है। ऐसे में ओडिशा के विकास और ओडिशा के लोगों के हितों के लिए जो कुछ भी संभव होगा,वह सबकुछ किया जाएगा।

भाजपा नेताओं ने किया नेतृत्व के साथ मंथन

वहीं भाजपा नेताओं ने भी दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ ओडिशा में बीजू जनता दल के साथ गठबंधन के मुद्दे पर चर्चा की है। दिल्ली में हुई बैठक के बाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री तथा वरिष्ठ भाजपा नेता सांसद जुएल ओराम ने कहा कि बट बैठक के दौरान बीजद के साथ गठनबंधन को लेकर चर्चा हुई है। हालांकि, हमने अकेले चुनाव लड़ने की अपनी बात कही है। अब इस मामले में आखिरी फैसला पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को लेना है।

भाजपा नेता सुरथ विश्वाल ने कहा कि पार्टी ने 21 लोकसभा एवं 147 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी की हैं। शीर्ष नेतृत्व जो भी निर्णय लेगा, उसी के अनुरूप आगे की चुनावी रणनीति बनाई जाएगी। वैसे जानकारों का मानना है कि दोनों पक्षों की ओर से मिले संकेतों से साफ हो गया है कि अगला चुनाव दोनों ही पार्टियां मिलकर लड़ने वाली हैं। अब केवल औपचारिक घोषणा करनी बाकी है।

दोनों दलों की राज्य में सियासी ताकत

ओडिशा में लोकसभा की 21 और विधानसभा की 147 सीटे हैं। राज्य में बीजू जनता दल और भारतीय जनता पार्टी दोनों दलों को सियासी रूप से मजबूत माना जाता रहा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजू जनता दल ने 12 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि भाजपा को 8 सीटों पर जीत मिली थी। विधानसभा चुनाव के दौरान बीजू जनता दल ने 112 और भाजपा ने 23 सीटों पर कब्जा किया था।

पूर्व में भी रह चुका है दोनों दलों में गठबंधन

राज्य में पूर्व में भी दोनों दलों के बीच गठबंधन रह चुका है 15 साल पहले दोनों दल एक साथ मिलकर चुनाव लड़ा करते थे। अब 2024 की सियासी जंग में एक बार फिर दोनों दल हाथ मिलाकर चुनावी अखाड़े में उतर सकते हैं। बीजू जनता दल ने संसद में कई नाजुक मौकों पर मोदी सरकार का साथ दिया है। उन्होंने विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया में शामिल होने से इनकार भी कर दिया था।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी समय-समय पर मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की प्रशंसा करते रहे हैं। अपने पिछले ओडिशा दौरे में भी उन्होंने विपक्ष पर तीखा हमला बोला था मगर नवीन पटनायक की सरकार पर कोई भी प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की थी। ऐसे में माना जा रहा है कि दोनों दलों के बीच गठबंधन का जल्द ही ऐलान किया जा सकता है।

हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि दोनों दलों की ओर से कितनी-कितनी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी है। वैसे सूत्रों का कहना है कि दोनों दलों के बीच सीट शेयरिंग की डील में लोकसभा चुनाव में भाजपा को ज्यादा सीटें मिल सकती हैं जबकि विधानसभा चुनाव में बीजू जनता दल को सौ से ज्यादा सीटों पर उम्मीदवार उतारने का मौका मिल सकता है।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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