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PM Modi Nomination: काफी मंथन के बाद तय हुए PM मोदी के चार प्रस्तावक, सवर्ण, OBC और दलित समीकरण साधने की कोशिश
PM Modi Nomination: ब्राह्मण समाज से ताल्लुक रखने वाले आचार्य द्रविड़ के अलावा तीन अन्य प्रस्तावकों में समाज के दूसरे वर्गों को साधने का प्रयास किया गया है।
PM Modi Nomination: वाराणसी संसदीय सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन पत्र के चार प्रस्तावकों के नाम तय करने पर भी भाजपा ने काफी मंथन किया है। पार्टी के शीर्ष नेताओं की ओर से तय किए गए चार नामों के जरिए जातीय समीकरण साधने की कोशिश भी की गई है। प्रधानमंत्री मोदी के चार प्रस्तावकों में पहला नाम आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ का है जिन्होंने अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त निकाला था।
ब्राह्मण समाज से ताल्लुक रखने वाले आचार्य द्रविड़ के अलावा तीन अन्य प्रस्तावकों में समाज के दूसरे वर्गों को साधने का प्रयास किया गया है। प्रधानमंत्री मोदी के तीन अन्य प्रस्तावकों में दो ओबीसी वर्ग से जुड़े हुए हैं जबकि दलित समाज से भी एक प्रस्तावक को शामिल किया गया है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी प्रधानमंत्री मोदी के चार प्रस्तावकों के नामों को लेकर काफी मंथन किया गया था।
आचार्य गणेश्वर शास्त्री पहले प्रस्तावक
इस बार के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन के पहले प्रस्तावक प्रसिद्ध वैदिक विद्वान आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ होंगे। ब्राह्मण समाज से आने वाले आचार्य गणेश्वर शास्त्री वैदिक और कर्मकांड विद्वान के रूप में देश-दुनिया में प्रसिद्ध हैं। वे रामघाट स्थित सांगवेद विद्यालय में रहते हैं। आचार्य शास्त्री ने ही अयोध्या में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त निकाला था।
इससे पहले अयोध्या में श्रीराम मंदिर के शिलान्यास का मुहूर्त भी आचार्य शास्त्री ने ही निकाला था। अयोध्या में भूमि पूजन और शिलान्यास के मुहूर्त पर शंका करने वालों को आचार्य शास्त्री ने शास्त्रार्थ की भी चुनौती दे दी थी। काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण समारोह का शुभ मुहूर्त भी आचार्य शास्त्री ने ही निकला था।
पटेल बिरादरी को साधने की कोशिश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूसरे प्रस्तावक के रूप में ओबीसी समाज से आने वाले बैजनाथ पटेल का नाम तय किया गया है। बैजनाथ पटेल संघ के पुराने और समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं। पटेल सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र के हरसोस के रहने वाले हैं। सेवापुरी और रोहनिया विधानसभा क्षेत्र में कुर्मी पटेल मतदाताओं की संख्या काफी ज्यादा है और माना जा रहा है कि इस वोट बैंक का समीकरण साधने के लिए ही बैजनाथ पटेल को प्रधानमंत्री मोदी का प्रस्तावक बनाया गया है।
ओबीसी और दलित समीकरण पर भी निगाहें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे प्रस्तावक ओबीसी बिरादरी से आने वाले लालचंद कुशवाहा हैं। भाजपा को पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में ओबीसी बिरादरी का अच्छा समर्थन मिलता रहा है और इसे बनाए रखने के लिए लालचंद कुशवाहा को पीएम मोदी के नामांकन का तीसरा प्रस्तावक बनाया गया है।
दलित समाज को साधने के लिए भी वाराणसी के भाजपा नेताओं ने कही माथापच्ची की है। दलित वोट बैंक को साधने के लिए दलित समाज से आने वाले संजय सोनकर को प्रधानमंत्री मोदी का चौथा प्रस्तावक बनाया गया है। वे वाराणसी में संगठन के महामंत्री हैं।
2014 और 2019 में भी किया गया था मंथन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन के प्रस्तावकों लेकर पहले भी खूब मंथन किया जाता रहा है। प्रस्तावकों में मशहूर हस्तियों के साथ समाज के अन्य वर्गों को भी शामिल करने का प्रयास किया जाता है। 2014 के लोकसभा चुनाव में भारत रत्न महामना पंडित मदन मोहन मालवीय के पौत्र जस्टिस गिरधर मालवीय, पद्म पुरस्कार विजेता शास्त्रीय गायक पं. छन्नूलाल मिश्रा, नाविक भद्र प्रसाद निषाद व बुनकर अशोक कुमार को प्रस्तावक बनाया गया था।
2019 में हुए पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान विज्ञानी रमाशंकर पटेल, शिक्षाविद् प्रो.अन्नपूर्णा शुक्ला, डोमराजा जगदीश चौधरी व पार्टी के पुराने कार्यकर्ता सुभाष गुप्ता पीएम मोदी के प्रस्तावक थे। 2014 और 2019 की तरह 2024 में भी प्रस्तावकों लेकर खूब मंथन किया गया है।
पीएम मोदी को चुनौती देना विपक्ष के लिए मुश्किल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट पर बड़ी जीत हासिल की थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी के जीत का मार्जिन बढ़ गया था। इस बार भाजपा नेता प्रधानमंत्री मोदी के जीत का मार्जिन और बढ़ाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। सोमवार को वाराणसी की सड़कों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रोड शो में उमड़े जनसलब से साफ हो गया है कि विपक्ष के लिए वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी को चुनौती देना इस बार भी काफी मुश्किल होगा।
प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ इंडिया गठबंधन ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को चुनाव मैदान में उतारा है। अजय राय इससे पहले के दो चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ हार का सामना कर चुके हैं। बसपा ने इस लोकसभा क्षेत्र में पीएम मोदी के खिलाफ अतहर जमाल लारी को टिकट दिया है।