TRENDING TAGS :
UP Lok Sabha Election: राहुल का अमेठी और प्रियंका का रायबरेली से लड़ना तय, कांग्रेस आज कर सकती है बड़ा ऐलान
UP Lok Sabha Election: कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी पूर्व की सीट अमेठी से एक बार फिर चुनाव मैदान में उतरेंगे जबकि प्रियंका गांधी रायबरेली में अपनी मां सोनिया गांधी की राजनीतिक विरासत संभालेगी।
UP Lok Sabha Election: कांग्रेस ने अभी तक उत्तर प्रदेश की दो महत्वपूर्ण सीटों अमेठी और रायबरेली को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं मगर अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से उनकी बहन और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है। शनिवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के दौरान इस मामले में अंतिम फैसला लेने की जिम्मेदारी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर छोड़ दी गई।
वैसे जानकार सूत्रों का कहना है कि इन दोनों सीटों पर राहुल और प्रियंका को चुनाव मैदान में उतारने की जमकर पैरोकारी की गई और इन दोनों नामों के अलावा किसी अन्य नाम पर कोई चर्चा तक नहीं हुई। पार्टी की ओर से मिले संकेतों से साफ हो गया है कि राहुल गांधी अपनी पूर्व की सीट अमेठी से एक बार फिर चुनाव मैदान में उतरेंगे जबकि प्रियंका गांधी रायबरेली में अपनी मां सोनिया गांधी की राजनीतिक विरासत संभालेगी। जानकारों का कहना है कि इस संबंध में आज कांग्रेस की ओर से बड़ा ऐलान किया जा सकता है।
सिर्फ राहुल और प्रियंका के नामों पर चर्चा
कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की शनिवार को हुई बैठक के दौरान सोनिया गांधी भी मौजूद थीं। इस दौरान उत्तर प्रदेश कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी और प्रियंका के नाम का प्रस्ताव रखा गया। बैठक में मौजूद सभी सदस्यों ने अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से प्रियंका गांधी की उम्मीदवारी का समर्थन किया। हालांकि पार्टी ने इस बाबत शनिवार को कोई आधिकारिक ऐलान न करते हुए अभी तक सस्पेंस बना रखा है। इस बाबत आखिरी फैसला पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर छोड़ दिया गया।
वैसे कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि उत्तर प्रदेश की सियासी जंग में अब कांग्रेस के इन दोनों दिग्गजों का उतरना तय है। सूत्रों का यह भी कहना है कि पार्टी रविवार को इस संबंध में बड़ा ऐलान कर सकती है। अमेठी और रायबरेली में कांग्रेस उम्मीदवारों पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं और पिछले कई दिनों से इस बाबत आधिकारिक ऐलान का इंतजार किया जा रहा है।
आरोपों की हवा निकालना चाहती है कांग्रेस
दरअसल कांग्रेस बीजेपी की ओर से लगाए जा रहे इस आरोप की हवा भी निकलना चाहती है कि चुनावी हार के डर से राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट पर चुनाव मैदान में नहीं उतरे। कांग्रेस अभी तक देश भर में 317 प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर चुकी है मगर कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली उत्तर प्रदेश की अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीटों पर अभी तक पार्टी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
जानकार सूत्रों का कहना है कि शुक्रवार को केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर मतदान खत्म होने के बाद अब पार्टी अमेठी और रायबरेली को लेकर बड़ा फैसला लेने के लिए तैयार है। कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व अभी तक वायनाड में वोटिंग खत्म होने का इंतजार कर रहा था। पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का मानना था कि अमेठी से राहुल की उम्मीदवारी का फैसला लेने पर वायनाड की वोटिंग पर बुरा असर पड़ सकता है।
अब आज अमेठी से राहुल गांधी की उम्मीदवारी का बड़ा फैसला लिया जा सकता है। इसी तरह रायबरेली में सोनिया गांधी की विरासत उनकी बेटी प्रियंका गांधी को सौंपने पर भी मुहर लगाई जा सकती है।
कांग्रेस का गढ़ रही है अमेठी लोकसभा सीट
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने 2004 से 2019 तक अमेठी लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था।। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें अमेठी सीट पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। इस बार भी प्रदेश कांग्रेस के नेता और अमेठी के कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता मांग कर रहे हैं कि इस क्षेत्र से राहुल गांधी को ही चुनाव मैदान में उतारा जाए।
भाजपा ने अपनी पहली सूची में ही अमेठी से स्मृति ईरानी के नाम का ऐलान कर दिया था। उम्मीदवारी की घोषणा से पहले से ही स्मृति ईरानी अमेठी में लगातार सक्रिय बनी हुई है। रविवार को अयोध्या में प्रभु श्रीराम का दर्शन करने के बाद वे सोमवार को अमेठी से नामांकन दाखिल करने वाली हैं। यदि कांग्रेस की ओर से आज राहुल गांधी की उम्मीदवारी का ऐलान कर दिया गया तो अमेठी प्रदेश की सबसे हॉट सीटों में एक बन जाएगी।
मां की विरासत संभाल सकती हैं प्रियंका
इसी तरह रायबरेली के लोकसभा सीट पर भी कांग्रेस नेतृत्व की ओर से प्रियंका गांधी की उम्मीदवारी का ऐलान किया जा सकता है। सोनिया गांधी ने 2004 से अभी तक लगातार रायबरेली सीट का लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया मगर अब वे राजस्थान से राज्यसभा की सदस्य बन चुकी हैं। उन्होंने पहले ही इस बार लोकसभा चुनाव न लड़ने का मन बना लिया था। इसके बाद उन्होंने रायबरेली के लोगों के नाम भावुक चिट्ठी भी लिखी थी।
जानकार सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी पहले चुनाव लड़ने को तैयार नहीं थीं मगर पार्टी नेताओं के लगातार अनुरोध करने पर उन्होंने रायबरेली से चुनाव लड़ने पर अपनी सहमति दे दी है। यदि कांग्रेस नेतृत्व ने प्रियंका गांधी के नाम पर मुहर लगा दी तो यह उनकी चुनावी राजनीति की शुरुआत होगी। राजनीति के मैदान में वे पिछले कई वर्षों से सक्रिय हैं मगर उन्होंने अभी तक एक भी चुनाव नहीं लड़ा है।
राहुल ने दिया था बड़ा बयान
गाजियाबाद में पिछले दिनों कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने सपा मुखिया अखिलेश यादव के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राहुल गांधी से अमेठी से चुनाव लड़ने की संभावनाओं के बारे में सवाल पूछा गया था तो उसके जवाब में राहुल गांधी का कहना था कि इस बाबत फैसला पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति को लेना है। इस संबंध में पार्टी का उन्हें जो भी आदेश मिलेगा,वे उसे मानेंगे।
सियासी जानकारों का मानना है कि राहुल गांधी ने मीडिया को यह जवाब जरूर दिया है, लेकिन हर किसी को इस बात की पुख्ता जानकारी है कि अमेठी और रायबरेली से चुनाव लड़ने के संबंध में आखिरी फैसला राहुल और प्रियंका को खुद ही लेना है। अब कांग्रेस के दोनों दिग्गज नेता उत्तर प्रदेश की सियासी जंग में उतरने के लिए तैयार हो गए हैं और ऐसे में कांग्रेस आज बड़ा ऐलान कर सकती है।
कांग्रेस के ऐलान के बाद भाजपा खोलेगी पत्ते
दूसरी ओर भाजपा ने अमेठी से स्मृति ईरानी के नाम का ऐलान तो बहुत पहले कर दिया था मगर रायबरेली लोकसभा सीट पर पार्टी ने अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। जानकारों का कहना है कि रायबरेली में कांग्रेस प्रत्याशी के नाम का ऐलान होने के बाद ही भाजपा भी इस सीट पर अपने प्रत्याशी की घोषणा करेगी।
भाजपा में भी इस बाबत शीर्ष स्तर पर गहराई से मंथन किया जा चुका है और माना जा रहा है कि पार्टी प्रियंका गांधी की मजबूत घेरेबंदी के लिए कोई हैवीवेट उम्मीदवार उतार सकती है।