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Lok Sabha Election: लालू यादव पर मुस्लिमों की हकमारी का आरोप, पूर्व सांसद अशफाक करीम का राजद से इस्तीफा
Lok Sabha Election 2024: अशफाक करीम कटिहार लोकसभा सीट से टिकट के दावेदार थे मगर महागठबंधन में हुए सीट बंटवारे में यह सीट कांग्रेस के खाते में चली गई है।
Lok Sabha Election 2024: बिहार में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी माहौल गरमाया हुआ है। एनडीए और विपक्षी महागठबंधन ने जीत हासिल करने के लिए जोरदार अभियान छेड़ दिया है मगर इस बीच राजद को करारा झटका लगा है। राज्यसभा के पूर्व सदस्य और पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद अशफाक करीम ने पार्टी मुखिया लालू प्रसाद यादव पर मुसलमानों की हकमारी का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी मुखिया को लिखे गए पत्र में उन्होंने कहा कि लालू ने इस बार के चुनाव में अल्पसंख्यकों को सम्मानजनक हिस्सेदारी नहीं दी है।
अशफाक करीम कटिहार लोकसभा सीट से टिकट के दावेदार थे मगर महागठबंधन में हुए सीट बंटवारे में यह सीट कांग्रेस के खाते में चली गई है। कांग्रेस ने इस सीट से तारिक अनवर को चुनाव मैदान में उतारा है। जानकारों का कहना है कि अशफाक करीम इसे लेकर पार्टी नेतृत्व से नाराज थे और उन्होंने पार्टी मुखिया पर बड़ा आरोप लगाते हुए राजद की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। वे जल्दी ही जदयू का दामन थाम सकते हैं।
कटिहार से टिकट न मिलने पर नाराजगी
अशफाक करीम का राज्यसभा सदस्य के रूप में कार्यकाल खत्म होने के बाद उन्हें कटिहार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाने का वादा किया गया था मगर इस बार वे चुनाव नहीं लड़ सके। सीट बंटवारे में कटिहार लोकसभा सीट कांग्रेस के खाते में चली गई जिसे लेकर करीम नाराज बताए जा रहे थे। अब उन्होंने पार्टी मुखिया को भेजे गए अपने इस्तीफे में बड़ा आरोप भी लगाया है।
राजद मुखिया को लिखे गए पत्र में उन्होंने कहा कि वे सामाजिक न्याय को ताकत देने के लिए पार्टी से जुड़े थे। आप जाति आधारित गणना करने का दावा करते थे और जिसकी जितनी हिस्सेदारी, उसकी उतनी भागीदारी की बात भी कहते थे।
उन्होंने लालू पर मुसलमानों की हकमारी का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें आबादी के अनुरूप तो दूर सम्मानजनक हिस्सेदारी भी नहीं दी गई। ऐसी स्थिति में राजद के साथ राजनीति करना मेरे लिए असंभव है।
पप्पू यादव के खिलाफ प्रत्याशी उतारने पर सवाल
राजद के पूर्व सांसद ने अपने पत्र में लालू के बेहतर स्वास्थ्य की कामना तो की है मगर पार्टी मुखिया पर तीखा हमला भी बोला है। राजद से इस्तीफा देने के पूर्व उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान भी पार्टी के खिलाफ जमकर आरोप लगाए थे। उन्होंने कटिहार से लोकसभा का टिकट न मिलने पर राजद की नीतियों पर भी सवाल उठाए थे। उन्होंने पूर्णिया में पप्पू यादव के खिलाफ राजद का उम्मीदवार उतारे जाने पर भी तीखा हमला बोला था। राजद ने पूर्णिया में बीमा भारती को चुनाव मैदान में उतारा है। उनका कहना था कि सीमांचल में राजद की पकड़ नहीं रह गई है और मुसलमानों की नुमाइंदगी लगातार कम होती जा रही है।
राजद ने सिर्फ दो मुस्लिमों को टिकट दिया
बिहार में राजद अभी तक मुस्लिम-यादव समीकरण के जरिए अपनी ताकत दिखाता रहा है। इस बार के लोकसभा चुनाव में लालू यादव ने आठ सीटों पर यादवों को टिकट दिया है जबकि सिर्फ दो सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं।
मधुबनी सीट से अशरफ अली फातमी को टिकट दिया गया है जबकि अररिया में शाहनवाज आलम को चुनाव मैदान में उतारा गया है। इसे लेकर राजद मुखिया पर मुसलमानों की अनदेखी करने का आरोप लगाया जा रहा है।