TRENDING TAGS :
Rampur सीट से एसटी हसन को उतार सकती है सपा, मुरादाबाद से रुचि वीरा को मिल सकता है टिकट
UP Lok Sabha Election 2024: सपा एसटी हसन को रामपुर से चुनावी समर में उतार सकती है। वहीं, एसटी हसन की मुरादाबाद सीट से रुचि वीरा कैंडिडेट हो सकती हैं।
UP Lok Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी द्वारा अपने प्रत्याशियों को बदलने का सिलसिला जारी है। नया नाम मुरादाबाद से सांसद एसटी हसन का सामने आ रहा है। चर्चा है कि एसटी हसन को सपा के कद्दावर नेता आज़म खान के 'गढ़' रामपुर से उम्मीदवार बनाया जा सकता है। हालांकि, पार्टी ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है, मगर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज है।
एसटी हसन और रुचि वीरा दोनों ने भरा पर्चा
दरअसल, इन बातों को बल तब मिला जब मुरादाबाद से सपा प्रत्याशी डॉ. एसटी हसन पर्चा भरने घर से निकले और कलेक्ट्रेट पहुंचे। बाजे-गाजे के साथ हसन साहब गंतव्य तक पहुंचे। पर्चा भी भरा। मगर, यहीं एक और बात हुई। बिजनौर निवासी रुचि वीरा (Ruchi Veera) ने भी मुरादाबाद लोकसभा सीट के लिए पर्चा भरा। अब अटकलबाजी और कयासबाजियों का दौर शुरू हुआ। मुरादाबाद में समाजवादी पार्टी खेमे से कोई नेता कुछ भी बोलने को तैयार नहीं। जिसके बाद मुरादाबाद लोकसभा से प्रत्याशी को लेकर लोगों में संशय देखने को मिला।
रामपुर में नामांकन का कल आखिरी दिन
वहीं, रामपुर लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी का पेंच फंसता नजर आया। आज़म खान की दशकों तक सीट रही रामपुर में अभी तक सपा ने कोई कैंडिडेट नहीं उतारा है। यहां बता दें, बुधवार (27 मार्च) नामांकन का आख़िरी दिन है। और मंगलवार की शाम तक उम्मीदवार को लेकर अनिश्चितता बरक़रार है।
एसटी हसन रामपुर से, रुचि वीरा मुरादाबाद से होंगी प्रत्याशी !
चूंकि, अब समय ज्यादा बचा नहीं। रातभर का वक़्त शेष है। इसलिए संभव है कि समाजवादी पार्टी एसटी हसन को रामपुर सीट से मैदान में उतार सकती है। मुरादाबाद सीट से रुचि वीरा को चुनाव लड़ा सकती है। समय कम होने की वजह से अब इस तर्क को बल मिल रहा है।
आज़म का अखिलेश पर दबाव
इस बीच रामपुर की सपा की ज़िला इकाई ने कहा है कि, यदि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव स्वयं चुनाव लड़ने नहीं आते हैं तो वो चुनाव प्रचार का बहिष्कार करेंगे। आज़म खान का एक पत्र भी सामने आया है। जिसके बाद माना जा रहा है कि अखिलेश यादव पर आजम खान ने रामपुर से चुनाव लड़ने का दबाव बनाया है। हालांकि, अखिलेश यादव ने उनकी बात नहीं मानी।