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Loksabha Election 2024: सिवान लोकसभा सीट पर बाहुबली शहाबुद्दीन के पत्नी के खिलाफ ये दिग्गज हैं मैदान में, जानें समीकरण
Loksabha Election 2024 Siwan Seats Details: सिवान लोकसभा सीट से हर बार की तरह इस बार भी बाहुबली सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हेना शहाब चुनावी मैदान में हैं। जबकि जेडीयू ने विजयलक्ष्मी कुशवाहा और राजद ने अवध बिहारी चौधरी पर दांव लगाया है।
Loksabha Election 2024: देश के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद का बिहार का सिवान जिला जन्मभूमि है। साथ ही इस धरती की पहचान डॉ. सैय्यद मोहम्मद और मौलाना मजरूल हक जैसे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की रूप में भी होती है। सीवान को डॉ राजेंद्र प्रसाद ने पहचान दिलवाई तो इंटरनेशनल ठग नटरवल लाल ने बदनाम किया। इसके अलावा सिवान लोकसभा सीट से सांसद रहे बाहुबली मोहम्मद शहाबुद्दीन की गुंडई और दबंगई की चर्चा बिहार समेत पूरे देश में होता है।
सिवान लोकसभा सीट से हर बार की तरह इस बार भी बाहुबली सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन की पत्नी हेना शहाब चुनावी मैदान में हैं। यह सीट एनडीए के सहयोगी जेडीयू के खाते में हैं। जेडीयू ने यहां से विजयलक्ष्मी कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है। जबकि इंडिया गठबंधन यहां जातीय समीकरण बैठाने में जुटा हुआ है। अगर हम बात करें लोकसभा चुनाव 2019 की तो जेडीयू की कविता सिंह ने बाहुबली पूर्व सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब को 1,16,958 वोटो से हराकर जीत दर्ज की थी। इस चुनाव में कविता सिंह को 4,48,473 और हिना शहाब को 3,31,515 वोट मिले थे। जबकि सीपीआई(एमएल) के अमर नाथ यादव 74,644 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 में हुए कविता सिंह और हिना शहाब की राजनीतिक लड़ाई को भगवा बनाम बुर्का की लड़ाई कहा गया था। हिना शहाब जहां बुर्के में प्रचार करती थीं तो एनडीए उम्मीदवार कविता सिंह भगवा दल का प्रतिनिधि कहा जाता था।
ओम प्रकाश यादव ने पहले निर्दल फिर भाजपा के टिकट पर दर्ज की जीत
वहीं लोकसभा चुनाव 2014 में मोदी लहर के दौरान भाजपा के ओम प्रकाश यादव ने राजद के टिकट पर चुनाव लड़ी हिना शहाब को 1,13,847 वोट से शिकस्त दी थी। इस चुनाव में ओम प्रकाश यादव को 3,72,670 और हिना शहाब को 2,58,823 वोट मिले थे। जबकि सीपीआई (एमएल) के अमर नाथ यादव 81,006 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। बता दें कि इस चुनाव में अकेले लड़े जेडीयू के उम्मीदवार मनोज कुमार सिंह 79,239 वोट पाकर चौथे स्थान पर रहे। वहीं लोकसभा चुनाव 2009 में निर्दलीय उम्मीदवार रहे ओम प्रकाश यादव ने राजद के हिना शहाब को 63,430 वोट से हराकर जीत हासिल की थी। जबकि सीपीआई (एमएल) के अमर नाथ यादव 72,988 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। वहीं जेडीयू के उम्मीदवार ब्रिशिन पटेल 43,968 वोट पाकर चौथे स्थान पर रहे।
यहां जानें सिवान लोकसभा क्षेत्र के बारे में
सिवान लोकसभा क्षेत्र का निर्वाचन संख्या 18 है।
यह लोकसभा क्षेत्र 1956 में अस्तित्व में आया था।
इस लोकसभा क्षेत्र का गठन सिवान जिले के 6 विधानसभा क्षेत्र- सिवान सदर, जीरादेई, दरौली, रघुनाथपुर, दारौंदा और बड़हरिया को मिलाकर किया गया है।
सिवान लोकसभा के 6 विधानसभा सीटों में से 3 पर सीपीआई (एमएल), 2 पर राजद और 1 पर भाजपा का कब्जा है।
यहां कुल 17,99,551 मतदाता हैं। जिनमें से 8,55,554 पुरुष और 9,43,944 महिला मतदाता हैं।
सिवान लोकसभा सीट पर 2019 में हुए चुनाव में कुल 9,84,810 यानी 54.73 प्रतिशत मतदान हुआ था।
सिवान लोकसभा क्षेत्र का राजनीतिक इतिहास
दाहा नदी के किनारे बसे सीवान का नाम मध्यकाल में राजा शिवमान के नाम पर रखा गया है। सिवान का महेंद्रनाथ मंदिर धार्मिक महत्व रखता है। सिवान की पहचान एक डॉलर इकोनॉमी वाले जिले के रूप में भी है। यहां के हिंदू-मुस्लिम खासकर मुस्लिम बड़ी संख्या में खाड़ी देशों में काम करते हैं। सिवान लोकसभा सीट जब 1957 में अस्तित्व में आया, तब यहां के शुरुआती चार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की। यहां से झूलन सिन्हा पहले सांसद बने। इसके बाद 1962, 1967, 1971 में कांग्रेस के ही मोहम्मद यूसुफ ने लगातार जीत की हैट्रिक लगाई। लेकिन 1977 में यहां से जनता पार्टी के मृत्युंजय प्रसाद सांसद बने। 1980 में कांग्रेस ने फिर वापसी की। इस बार मोहम्मद यूसुफ सांसद बने जबकि 1984 में अब्दुल गफूर।
1989 में पहली बार खिला कमल, फिर हो गया राजद का कब्जा
भाजपा ने पहली बार 1989 में इस सीट पर अपना खाता खोला। जनार्दन तिवारी सांसद चुने गए। लेकिन 1991 में वृषिण पटेल जनता दल के टटिकट पर संसद पहुंचे। फिर 1996 में यहां शहाबुद्दीन ने पहली बार जनता दल की टिकट पर जीत दर्ज की। इसके बाद 1998, 1999 और 2004 में लगातार तीन बार आरजेडी की टिकट पर जीत दर्ज कर हैट्रिक लगाया। यही नहीं 2004 में शहाबुद्दीन जेल में रहकर चुनाव जीता गया था।
सिवान लोकसभा क्षेत्र से अब तक चुने गए सांसद
- कांग्रेस से झूलन सिन्हा 1957 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- कांग्रेस से मोहम्मद यूसुफ 1962, 1967 और 1971 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- जनता पार्टी से मृत्युंजय प्रसाद 1977 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- कांग्रेस से मोहम्मद यूसुफ 1980 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- कांग्रेस से अब्दुल गफूर 1984 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- भाजपा से जनार्दन तिवारी 1989 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- जनता दल से ब्रिशिन पटेल 1989 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- जनता दल से मोहम्मद शहाबुद्दीन 1996 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- राजद से मोहम्मद शहाबुद्दीन 1998, 1999 और 2004 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- निर्दल ओम प्रकाश यादव 2009 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- भाजपा से ओम प्रकाश यादव 2014 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- भाजपा से ओम प्रकाश यादव 2014 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुने गए।
- जेडीयू से कविता सिंह 2019 में लोकसभा चुनाव में सांसद चुनी गईं।