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Modi Cabinet: मोदी सरकार में सबसे कम उम्र के कैबिनेट मंत्री होंगे राम मोहन नायडू, चंद्रबाबू के इस करीबी ने तीसरी बार जीता है चुनाव
Modi Cabinet: टीडीपी के नेता येरन नायडू के बेटे राममोहन ने इस बार आंध्र प्रदेश की श्रीकाकुलम लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव जीतकर हैट्रिक लगाई है।
Modi Cabinet: प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी की तीसरी बड़ी में दो सहयोगी दलों टीडीपी और जदयू की भूमिका काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। टीडीपी ने इस बार आंध्र प्रदेश के लोकसभा चुनाव में 16 सीटों पर जीत हासिल की है। भाजपा को पूर्ण बहुमत न मिलने के कारण टीडीपी के मुखिया और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की भूमिका अहम हो गई है। टीडीपी कोटे से मोदी सरकार में राम मोहन नायडू का नाम कैबिनेट मंत्री के रूप में तय कर दिया गया है।नायडू की उम्र इस समय महज 36 साल है और वे अब तक के सबसे कम आयु वाले कैबिनेट मंत्री होंगे। टीडीपी के नेता येरन नायडू के बेटे राममोहन ने इस बार आंध्र प्रदेश की श्रीकाकुलम लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव जीतकर हैट्रिक लगाई है। उन्हें चंद्रबाबू नायडू का काफी करीबी माना जाता है और ऐसे में उनका कैबिनेट मंत्री बनना तय माना जा रहा है।
पिता के निधन के बाद राजनीति के मैदान में उतरे
आंध्र प्रदेश की सियासत में चर्चित चेहरा माने जाने वाले राम मोहन नायडू को राजनीति विरासत में मिली है। उनके पिता येरन नायडू केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं और उन्हें टीडीपी का प्रमुख नेता माना जाता था। 2012 में एक सड़क हादसे में उनका निधन हो गया था। राम मोहन नायडू का जन्म 18 दिसंबर 1987 को हुआ था। उन्होंने दिल्ली के आर पुरम में स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल से शुरुआती पढ़ाई की है। बाद में उन्होंने अमेरिकी यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और एमबीए की पढ़ाई की है।पढ़ाई खत्म करने के बाद उन्होंने सिंगापुर में अपना कॅरियर बनाने की शुरुआत की थी मगर इसी बीच 2012 में एक सड़क हादसे के दौरान उनके पिता येरन नायडू का निधन हो गया। इसके बाद उनके जीवन की दिशा बदल गई और उन्होंने राजनीति के मैदान में उतरने का फैसला किया।
26 साल की उम्र में पहली बार सांसद बने
2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने पहली बार श्रीकाकुलम लोकसभा सीट से किस्मत आजमाई। इस चुनाव में वे मात्र 26 साल की उम्र में पहली बार सांसद बनने में कामयाब रहे। 16वीं लोकसभा में वे दूसरे सबसे कम उम्र के सांसद थे। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने कामयाबी हासिल की।इस बार श्रीकाकुलम लोकसभा सीट से तीसरी बार चुनाव जीत कर जीत की हैट्रिक लगाने वाले राम मोहन नायडू को टीडीपी मुखिया चंद्रबाबू नायडू का काफी करीबी माना जाता रहा है।
चंद्रबाबू नायडू की गिरफ्तारी के समय उन्होंने टीडीपी मुखिया के बेटे नारा लोकेश के साथ मिलकर दिल्ली में मोर्चा संभाला था। दिल्ली में सक्रिय होने के कारण उनके विभिन्न दलों के नेताओं के साथ अच्छे रिश्ते थे और इसी कारण उन्हें दिल्ली में मोर्चा संभालने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
मोदी सरकार में सबसे कम उम्र के कैबिनेट मंत्री होंगे
इस बार दिल्ली में नई सरकार के गठन में भी उनकी भूमिका काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। वे चंद्रबाबू नायडू के साथ लगातार दिल्ली में सक्रिय दिख रहे हैं। चंद्रबाबू ने भी उन्हें दिल्ली में दूसरे दलों के नेताओं के साथ बातचीत की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंप रखी है। अब वे कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं। उल्लेखनीय बात यह है कि वे अब तक के सबसे कम उम्र के कैबिनेट मंत्री होंगे। मौजूदा समय में उनकी उम्र में 36 साल ही है।
संसद रत्न पुरस्कार पा चुके हैं नायडू
राम मोहन नायडू को संसद में सक्रिय भूमिका के लिए भी जाना जाता रहा है। 2020 में उन्हें संसद रत्न सम्मान मिला था। वे संसद की कई महत्वपूर्ण समितियों के सदस्य भी रहे हैं। 2017 में उनकी श्री श्रव्या के साथ शादी हुई थी और मौजूदा समय में उनकी एक बेटी है। पत्नी की गर्भावस्था के दौरान उन्होंने पैटर्निटी लीव ली थी और उसकी खूब चर्चा हुई थी।उनके पिता येरन नायडू 1996 में सबसे कम उम्र के कैबिनेट मंत्री बने थे और अब अपने पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए राममोहन अपने पिता का रिकॉर्ड तोड़ने की दिशा में अग्रसर है।
उन्हें काफी विनम्र और मिलनसार सांसद माना जाता रहा है और इसी कारण वे लगातार तीसरी जीत हासिल करने में कामयाब रहे हैं।