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Loksabha Election 2024: मैदान में उतरें थर्ड जेंडर, जानिए लोकसभा चुनाव में किन्नरों की भागीदारी
Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में थर्ड जेंडर मैदान में उतर चुके हैं। समाज में ट्रांसजेंडर को उचित सम्मान और अधिकार की मांगों को लेकर थर्ड जेंडर ने चुनाव में एंट्री ली है।
Transgender Loksabha Election 2024: देश में थर्ड जेंडर को भी लोकसभा चुनाव में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का मौका दिया जा रहा है। कई निर्वाचन क्षेत्रों में ट्रांसजेंडर समुदाय के लोग चुनाव में बढ़-चढ़ कर मतदान करने के लिए थर्ड जेंडर समुदाय को प्रेरित कर रहे हैं। मालूम हो, इस साल लोकसभा चुनाव 2024 में थर्ड जेंडर भी चुनावी मैदान में उतरें हैं। समाज में ट्रांसजेंडर को उचित सम्मान और अधिकार की मांगों को लेकर थर्ड जेंडर ने चुनाव में एंट्री ली है। आईए जानते हैं चुनावी मैदान में कितने थर्ड जेंडर अपनी किस्मत आजमाने जा रहे हैं...
वाराणसी सीट से किन्नर हिमांगी सखी
थर्ड जेंडर हिमांगी सखी पशुपतिनाथ अखाड़े की महामंडलेश्वर हैं। इस बार लोकसभा चुनाव में हिमांगी सखी उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट से चुनाव लड़ेंगी। हिमांगी सखी को जनता लोक दल ने टिकट दिया है। हिमांगी सखी का नाम मथुरा मस्जिद विवाद के दौरान चर्चा में आया था।
धनबाद सीट से किन्नर सुनैना सिंह
झारखंड में किन्नर सुनैना सिंह धनबाद लोकसभा सीट से चुनाव के मैदान में उतरी हैं। थर्ड जेंडर सुनैना सिंह कोयलांचल के थर्ड जेंडर संघ की जिला अध्यक्ष हैं। किन्नर सुनैना सिंह ग्रैजुएट हैं। ट्रांसजेंडर समाज के हित के लिए सुनैना सिंह चुनाव लड़ रही हैं।
दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट से किन्नर राजन सिंह
लोकसभा चुनाव में थर्ड जेंडर राजन सिंह दक्षिणी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। इस सीट से राजन सिंह थर्ड जेंडर के पहले लोकसभा प्रत्याशी हैं, जो चुनाव लड़ेंगे।
देश की पहली किन्नर उम्मीदवार
देश में पहली बार ट्रांसजेंडर कमला बुआ और शबनम मौसी ने चुनाव लड़ा था। ये दोनों मध्यप्रदेश से पहली ट्रांसजेंडर विधायक और महापौर निर्वाचित हुए थे। यहीं से ट्रांसजेंडरों में चुनाव में अपनी भागीदार को लेकर विचार उमड़ा था। थर्ड जेंडर कमला बुआ और शबनम मौसी ने देश में ट्रांसजेंडर समुदाय को बराबार का अधिकार देने की मांग की थी। लेकिन ऐसा हो नहीं पाया और दोनों को ही राजनीति से बाहर कर दिया गया था। अब एक बार फिर लोकसभा चुनाव में ट्रांसजेंडर चुनावी हिस्सा बनकर आगे आ रहे हैं।
मतदान में थर्ड जेंडरों की भागीदारी
चुनावों में मतदाता की सूची में थर्ड जेंडर समुदाय के मतदाताओं का आंकड़ा हमेशा से ही चौंकाने वाला रहा है। देश में होने वाले सभी चुनाव में ट्रांसजेंडर वोटर्स की संख्या गिनती करने के भी योग नहीं है। अभी तक राजनीति में थर्ड जेंडर की भागीदारी शून्य ही है। हालांकि इस बार लोकसभा चुनाव में थर्ड जेंडर भी भाग ले रहा है। इससे किन्नर समुदाय के वोटर्स की चुनाव में हिस्सेदारी बढ़ सकती है। आज देश में 5 हजार थर्ड जेंडरों को सरकार की तरफ से चिन्हित किया जा चुका है। इसके बाद भी निर्वाचन क्षेत्रों में ट्रांसजेंडर वोटर्स की संख्या काफी कम है। मध्यप्रदेश की कटनी सीट में 25, अंबाला सीट में 75, जयपुर शहरी सीट में 82 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। जबिक दक्षिण दिल्ली में केवल 10 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। इन मतदाताओं में 80 साल की उम्र पार कर जाने वाले ट्रांसजेंडरों को शामिल नहीं किया गया है।