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Rahul Gandhi Nomination: राहुल गांधी ने रायबरेली सीट से किया नामांकन, सोनिया-प्रियंका रहीं साथ, रोड शो में उमड़ा हुजूम
Rahul Gandhi Nomination: कांग्रेस के प्रत्याशी रायबरेली और अमेठी में आज ही अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान कांग्रेस पार्टी ने अमेठी और रायबरेली में रोड शो किया और भाजपा को अपनी शक्ति का एहसास कराया।
Rahul Gandhi Nomination: आखिरकार काफी दिनों से जारी उठा पटक के बाद कांग्रेस ने नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन यानी शुक्रवार को रायबरेली और अमेठी लोकसभा सीट के लिए अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी। पार्टी ने रायबरेली से वायनाड के सांसद और वहां के उम्मीदवार राहुल गांधी को उतारा है, जबकि अमेठी से केएल शर्मा को मैदान में उतारा गया है। इससे पहले चर्चाएं थी कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे, मगर ऐन वक्त पर कांग्रेस उनकी सीट बदलते हुए रायबरेली सीट कर दी। शुक्रवार ही इन सीटों पर लोकसभा चुनाव के नामांकन दाखिल करने का अंतिम दिन है।
कांग्रेस के उम्मीदवार में सबसे पहले नामांकन अमेठी से केएल शर्मा ने किया। इस दौरान उन्होंने रोड शो भी निकाला, उनके रोड शो में प्रियंका गांधी मौजूद रहीं। प्रियंका ने लोगों को संबोधित भी किया है। फिर प्रियंका गांधी के नामांकन कार्यक्रम में शामिल हुईं। दोपहर दो बजे के करीब राहुल गांधी ने रायबरेली में जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। वहीं, भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रपात सिंह ने भी नामांकन पत्र दाखिल किया।
पहले शक्ति प्रदर्शन फिर राहुल ने किया नामांकन
नामांकन दाखिल करने के लिए राहुल गांधी सपरिवार के साथ सुबह दिल्ली से रायबरेली के लिए रवाना हुए। राहुल गांधी के साथ सोनिया गांधी, उनकी बहन प्रियंका गांधी और पार्टी के वरिष्ठ मौजूद रहे। प्राइवेट प्लेन से राहुल गांधी सबसे पहले अमेठी पहुंचे। उसके बाद कार से उनका काफिला रायबरेली के लिए निकाल। यहां पर राहुल गांधी ने सबसे पहले अपने चुनावी कार्यालय में हवन पूजन किया। इसके बाद नामांकन जुलूस निकालते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और नामांकन दाखिल किया। राहुल ने नामांकन जुलूस निकालकर भाजपा को अपनी शक्ति का एहसास कराया। राहुल के जुलूस में कार्यकर्ताओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। जुलूस के दौरान शामिल लोग राहुल गांधी जिंदाबाद के नारे लगाते रहे। नामांकन जुलूस खत्म होते ही राहुल गांधी ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर अपना नामांकन दाखिल किया।
रायबरेली में राहुल का मुकाबला यूपी सरकार के मंत्री से
रायबरेली में कांग्रेस के राहुल गांधी का मुकाबला भाजपा के उम्मीदवार एवं प्रदेश सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह से होगा। भाजपा ने गुरुवार शाम को रायबरेली सीट के लिए दिनेश प्रताप सिंह के नाम की घोषणा की थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने रायबरेली से दिनेश प्रताप सिंह को उम्मीदवार बनाया था, तब उन्हें कांग्रेस की सोनिया गांधी से 1 लाख से अधिक वोटों से हार का सामना करना पड़ा था। इस बार सोनिया गांधी रायबरेली से चुनाव नहीं लड़ रही हैं, वह राजस्थान से राज्यसभा सदस्य चुनी गई हैं, इसलिए उनके जाने के बाद खाली हुई परंपरागत सीट से कांग्रेस ने राहुल गांधी को उम्मीदवार बनाया है। दिनेश प्रताप सिंह का इस बार मुकाबला सोनिया गांधी के पुत्र राहुल गांधी से है। ऐसे समय दिनेश प्रताप सिंह कांग्रेस के बेहद करीबी माने जाते थे। वह कांग्रेस एमएलसी भी बनने थे। वह गांधी के परिवार के बेहद करीबी थी, इसलिए रायबरेली में कांग्रेस का हर काम दिनेश प्रताप सिंह देखते थे, लेकिन 2018 में दिनेश प्रताप कांग्रेस का दामन छोड़ दिया था और वह भाजपा में शामिल हो गए। इस वक्त वह भाजपा से एमएलसी हैं और योगी सरकार में मंत्री हैं।
पहली बार फिरोज गांधी थे मैदान में
रायबरेली और अमेठी हमेशा से गांधी परिवार की परंपरागत सीट रही है। लेकिन अमेठी में साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा में कांग्रेस से अमेठी सीट छीन ली थी, जबकि रायबरेली में कांग्रेस ने अपना जलवा बरकरार रखा। रायबरेली में कांग्रेस से सबसे पहले साल 1952 और 1958 में फिरोज गांधी ने चुनाव लड़ते हुए जीत हासिल की थी। फिरोज गांधी के निधन के बाद 1967 में इंदिरा गांधी ने इस जिले को अपना सियासी रण बनाया। उनके बाद 2004 में उनकी बहू सोनिया गांधी यहां से चुनाव लड़ने आईं और लगातार 2019 तक चुनाव जीते हुए संसद भवन पहुंचीं। सोनिया ने रायबरेली से पांच बार लोकसभा चुनाव जीता। अब सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी इस विरासत को संभालने जा रहे हैं। यहां आखिरी बार भाजपा ने 1998 में जीत दर्ज की थी, तब अशोक सिंह प्रत्याशी बनाए गए थे।
सतीश शर्मा ने रोका भाजपा की जीत का रथ
हालांकि भाजपा की जीत का रथ 1999 में गांधी परिवार के सहयोगी सतीश शर्मा ने रोका। 1999 के लोकसभा चुनाव में सतीश शर्मा रायबरेली से कांग्रेस से सांसद चुने गए। इसके बाद पांच साल बाद 2204 में रायबरेली से गांधी परिवार की बहू सोनिया गांधी ने इस सीट की कमान संभाली और उसके बाद से लगातार 2019 लोकसभा चुनाव जीती आईं, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में सोनिया रायबरेली से चुनाव न लड़ने का फैसला लिया। वह राजस्थान से राज्यसभा पहुंचीं। इस बार सोनिया की जगह राहुल गांधी मैदान में हैं। अब देखना यह होगा कि क्या राहुल गांधी भी सोनिया गांधी की तरह अपनी जीत बरकरार रख पाते हैं?
स्मृति ईरानी के सामने kL शर्मा
अमेठी से कांग्रेस ने 2024 के लोकसभा चुनाव में अपने करीबी केएल शर्मा उम्मीदवार बनाया है। केएल वर्मा का यहां पर मुकाबला भाजपा की उम्मीदवार एवं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी से राहुल गांधी को हरा का सामना करना पड़ा था। हालांकि 2014 के चुनाव में ईरानी को राहुल से हारना का सामना करना पड़ा था। ईरानी का यह पहला लोकसभा चुनाव था।
नामांकन का आज आखिरी दिन
कांग्रेस उम्मीदवार ने रायबरेली और अमेठी में से अमेठी में अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है। नामांकन दाखिल करने के के लिए राहुल गांधी दिल्ली से रायबरेली के लिए रवाना हो गए। सबसे पहले वह अमेठी आए, फिर यहां से रायबरेली के लिए पहुंच और दोपहर दो बजे करीब राहुल गांधी ने अपना नामांकन पत्र दाखिला किया। राहुल गांधी के नामांकन कार्यक्रम में सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी के अलावा कांग्रेस के कई दिग्गज नेता और तेलंगाना के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए। वहीं, केएल शर्मा ने प्रिंयका गांधी की मौजूदगी में अमेठी से अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिय है। बता दें कि पांचवें चरण के लिए चुनाव के नामांकन पत्र दाखिल करने का शुक्रवार, 03 मई को आखिरी दिन है।