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Bageshwar Dham: बागेश्वर बाबा पर बोले प्रेमानंद महाराज, कोई चमत्कार नहीं होता, सब तुक्का है
Bageshwar Dham Controversy: वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज जी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। जिसमें वह मौजूदा विवाद पर परोक्ष रूप से टिप्पणी करते हुए नजर आ रहे हैं।
Bageshwar Dham Controversy: मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Acharya Dhirendra Krishna Shastri) को लेकर इन दिनों बवाल मचा हुआ है। उनके तंत्र-मंत्र से जुड़ी विद्या को लेकर उपजे विवाद के कारण आचार्य धीरेंद्र शास्त्री मीडिया की सुर्खियों में बने हुए हैं। हालांकि, शास्त्री के मुद्दे पर संत-समाज भी बंटा हुआ नजर आ रहा है। अयोध्या के सातु – संतों ने जहां बागेश्वर बाबा का खुलकर समर्थन किया है, वहीं शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने उनका विरोध किया है। बागेश्वर बाबा को लेकर छिड़े विवाद के बीच वृंदावन के एक बड़े संत का बयान सामने आया है।
वृंदावन के संत प्रेमानंद महाराज जी (Premanand Maharaj) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। जिसमें वह मौजूदा विवाद पर परोक्ष रूप से टिप्पणी करते हुए नजर आ रहे हैं। वायरल वीडियो में प्रेमानंद महाराज जी कह रहे हैं कि लोगों को यह भावना नहीं रखनी चाहिए कि बाबा के दर्शन करने से उनके सारे काम पूरे हो जाएंगे।
प्रेमानंद महाराज ने सड़क किनारे बैठ कर चंद रूपये में भाग्य बताने का दावा करने वालों पर तंज कसते हुए कहा कि अगर उनके पास सच में भाग्य रेखा पढ़ने और सुधारने की जानकारी होती तो वे खुद अरबपति होते। उन्होंने कहा कि जो ये कहते हैं कि बाबा के पास गए हमारा काम हो गया, वो सरासर झूठ है। असलियत में वह एक तुक्का है। महाराज जी ने ऐसी भावना लेकर भक्तों को उनके पास न आने की सलाह भी दी।
कोई चमत्कार नहीं होता
वीडियो में महंत प्रेमानंद महाराज जी आगे कहते हैं कि संतों का चमत्कार, स्थान का चमत्कार ये सब कुछ नहीं है। ये सब पुण्य का तुक्का है। तुक्के को सत्य बताने की कोशिश एक ड्रामा है। महंत प्रेमानंद महाराज जी के इस बयान को बागेश्वर बाबा को लेकर उपजे ताजा विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है।
गौरतलब है कि बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री दावा करते हैं कि वह लोगों की मन की बात को पढ़ लेते हैं। बागेश्वर धाम सरकार का कहना है कि ये ध्यान विधि का नतीजा है जो सनातन धर्म की सदियों पुरानी परंपरा है। उनके इसी दावे पर नागपुर की अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने सवाल खड़ा करते हुए बाबा को चमत्कार सिद्ध करने की चुनौती दे डाली । बाबा बागेश्वर के विरूद्ध संस्था ने नागपुर में केस भी दर्ज कराया है।