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MP News: स्वरोजगार को बढ़ावा देने को समन्वित प्रयास पर जोर, रीवा का सुंदरजा आम विश्व स्तर पर होगा स्थापित
MP News Today: रीवा कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में कलेक्टर मनोज पुष्प ने स्वरोजगार योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की।
MP News Today: रीवा के कलेक्टर मनोज पुष्प ने आज स्वरोजगार को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए कहा कि देश के राष्ट्रीय फल के रूप में आम चिन्हित है। रीवा जिले में आमों का राजा सुंदरजा का उत्पादन होता है। रीवा जिले की इस विशिष्ट आम प्रजाति को विश्व स्तर पर स्थापित किया जाएगा। इसके लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में आम उत्पादक किसान, उद्योगपति तथा आमों के संबंध में विशिष्ट जानकारी रखने वाले विशेषज्ञ शामिल होंगे। सुंदरजा आम की जियो टैगिंग की प्रक्रिया शीघ्र पूरी होने वाली है, जिस तरह सफेद बाघ ने रीवा को विशिष्ट पहचान दी है उसी तरह सुंदरजा आम भी रीवा की नई पहचान बनेगा। जिले में सुंदरजा तथा अन्य आमों का उत्पादन बढ़ने से किसानों की आय में वृद्धि होने के साथ रोजगार के भी अवसर बढ़ेंगे।
रीवा कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में कलेक्टर मनोज पुष्प ने स्वरोजगार योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि स्वरोजगार युवाओं को रोजगार का अवसर देने का सबसे बड़ा साधन है।
योजनाओं को विभागों के समन्वय और बैंकों के सहयोग से क्रियान्वित करें: कलेक्टर
कलेक्टर ने कहा शासन की विभिन्न योजनाओं को विभागों के समन्वय और बैंकों के सहयोग से क्रियान्वित करें। बैंकर्स तथा स्वरोजगार योजनाओं से जुड़े अधिकारी समन्वित प्रयास करेंगे, तभी इसके लक्ष्य पूरे होंगे। इस माह के अंतिम सप्ताह से विकासखण्ड स्तर पर स्वरोजगार मेले आयोजित किए जाएंगे। इनमें शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र के कुछ कर गुजरने का सपना देखने वाले युवाओं को स्वरोजगार का अवसर दिया जाएगा। इसके लिए महाप्रबंधक उद्योग तथा जिला समन्वयक आजीविका मिशन मिलकर पूरी कार्ययोजना तैयार करें। अग्रणी बैंक प्रबंधक स्वरोजगार मेलों को सफल बनाने में बैंकों की सकारात्मक भूमिका सुनिश्चित करें।
विन्ध्य क्षेत्र के आम उत्पादन और सुंदरजा आम से जोड़ने का करेंगे प्रयास: कलेक्टर
कलेक्टर ने कहा कि रीवा ही नहीं पूरे विंन्ध्य क्षेत्र में सदियों से अच्छे आमों के उत्पादन की परंपरा रही है। यहाँ हर गांव में आम का बगीचा होना लगभग अनिवार्य था। आम के व्रतबंध और विवाह की भी यहाँ परंपरा है। इसके आर्थिक और सामाजिक कारण होने के साथ-साथ धार्मिक कारण भी हैं। इन परंपराओं के जानकारों के माध्यम से हम नई पीढ़ी को विन्ध्य क्षेत्र के आम उत्पादन और सुंदरजा आम से जोड़ने का प्रयास करेंगे। इसके लिए विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आम के उत्पादन, आम से बने विभिन्न उत्पादों के विपणन के साथ-साथ आम को खास बनाने के प्रयास किए जाएंगे।
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में जिला प्रबंधक उद्योग यूबी तिवारी, जिला समन्वयक आजीविका मिशन अजय सिंह, एलडीएम एसके निगम, जिला संयोजक ट्राइबल डीएस परिहार, सीईओ अन्त्यावसायी सहकारी समिति एनके पाठक, सहायक संचालक उद्यानिकी योगेश पाठक, उप संचालक पशुपालन डॉ राजेश मिश्रा तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।