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Madhya Pradesh: राजा पटेरिया को लेकर MP कांग्रेस में मतभेद, कमलनाथ ने भेजा नोटिस तो गोविंद सिंह ने किया समर्थन
Madhya Pradesh: पीएम मोदी पर दिए राजा पटेरिया के बयान पर कमलनाथ ने पटेरिया उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है। वहीं, कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने पटेरिया का समर्थन किया है।
Madhya Pradesh: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर आपत्तिजनक बयान देने वाले कांग्रेस नेता राजा पटेरिया को लेकर मध्यप्रदेश कांग्रेस में ही मतभेद उभर गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी की हत्या का बयान देने के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने पटेरिया को गिरफ्तार कर लिया है। अब पटेरिया के बयान को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ही एकमत नजर नहीं आ रहे हैं।
राज्य कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पटेरिया के बयान की निंदा करते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है। नोटिस में पटेरिया से पूछा गया है कि इस आपत्तिजनक बयान को लेकर उन्हें क्यों न पार्टी से निष्कासित कर दिया जाए? दूसरी ओर नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने पटेरिया का समर्थन करते हुए उनकी गिरफ्तारी को पूरी तरह गलत बताया है। उन्होंने कहा कि माफी मांगने के बाद भी पटेरिया की गिरफ्तारी को कतई न्याय संगत नहीं कहा जा सकता।
नेता प्रतिपक्ष ने किया पटेरिया का समर्थन
दरअसल पटेरिया के बयान के बाद मध्य प्रदेश की सियासत गरमाई हुई है। जहां भाजपा ने इस मुद्दे को लेकर हमलावर रुख अपना रखा है वहीं कांग्रेस बैकफुट पर नजर आ रही है। इस बीच नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने पटेरिया का समर्थन करते हुए कहा कि इस मामले को इतना तूल देकर पटेरिया को गिरफ्तार किया जाना उचित नहीं है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि पटेरिया ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि उन्होंने हत्या का उल्लेख मोदी को हराने के संदर्भ में किया था। उनका यह भी कहना था कि अगर मेरी बात किसी को बुरी लगी हो तो मैं इसके लिए माफी मांगता हूं।
माफी मांगने के बाद गिरफ्तारी उचित नहीं
गोविंद सिंह ने कहा के पटेरिया के माफी मांगने के बाद भी एफआईआर दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार किया जाना न्याय संगत नहीं कहा जा सकता। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की रणनीति दूसरे दलों को समाप्त करने की है। भाजपा की ओर से इस मामले में आधी बात छुपाकर सियासी फायदा उठाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने पटेरिया का समर्थन करते हुए उन्हें अदालत से न्याय मिलने की उम्मीद जताई। गोविंद सिंह ने कहा कि मैं पटेरिया को बहुत बेहतर ढंग से जानता हूं और उनका हिंसा में कभी भी यकीन नहीं रहा है।
कमलनाथ ने अपनाया सख्त रुख
दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पटेरिया के बयान की तीखी निंदा की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी की दिखाए रास्ते पर चलने वाली है और पार्टी का कभी भी हिंसा की गतिविधियों में कोई यकीन नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि पटेरिया का मामला अब अदालत में पहुंच चुका है और इस बाबत अदालत का जो भी फैसला होगा वह हमें मंजूर होगा। उन्होंने विवादित बयान देने पर पटेरिया को नोटिस जारी करते हुए तीन दिनों के भीतर जवाब भी मांगा है। कमलनाथ के सख्त रुख से माना जा रहा है कि पटेरिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेताओं ने पटेरिया के बयान को लेकर अलग अलग रुख अपनाया है। इसे देखते हुए यह साफ हो गया है कि इस मुद्दे को लेकर राज्य कांग्रेस एकमत नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष के बयान पर भाजपा बिफरी
इस बीच गिरफ्तारी के बाद पटेरिया को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। उधर भाजपा ने गोविंद सिंह की ओर से पटेरिया का समर्थन किए जाने पर तीखी आपत्ति जताई है। भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने गोविंद सिंह के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि वे कई बार विधायक चुने जा चुके हैं और उन्हें लोकतांत्रिक मूल्यों में यकीन करना चाहिए। गंभीर अपराध करने वाले व्यक्ति को क्षमा मांगने पर नहीं छोड़ा जा सकता।
भाजपा नेता ने कहा कि दूसरों को उपदेश देने से बेहतर होगा कि गोविंद सिंह को पटेरिया को यह बात सिखानी चाहिए कि उन्हें किस भाषा का इस्तेमाल करना चाहिए। पटेरिया के इस आपत्तिजनक बयान के बाद पूरी कांग्रेस पार्टी को इसे लेकर प्रायश्चित करना चाहिए। इस मुद्दे को लेकर राज्य की सियासत गरमाई हुई है और भाजपा नेताओं ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।