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मूंछ पर आंच नहीं: मूंछ न कटवाने पर अड़े सिपाही को मिली जीत,गृह मंत्री के दखल के बाद बहाली का आदेश जारी
मध्यप्रदेश में दो दिनों से लंबी मूंछों पर चल रहे बवाल में गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के दखल के बाद सिपाही राकेश राणा की बहाली का आदेश दे दिया गया है।
नई दिल्ली:मध्यप्रदेश में दो दिनों तक मचे बवाल के बाद मूंछ वाले सिपाही राकेश राणा की बहाली का आदेश जारी कर दिया गया है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के दखल के बादपुलिस मुख्यालय की ओर से राणा के निलंबन आदेश को रद्द कर दिया गया। अफसर के आदेश के बाद भी राणा ने मूंछ कटवाने से इनकार कर दिया था जिसके बाद उनके निलंबन का आदेश जारी हुआ था।
सोशल मीडिया पर दो दिनों से यह मामला छाया हुआ था और काफी संख्या में लोग राणा के रुख का समर्थन कर रहे थे। एक सिपाही के निलंबन का मामला इतना गरमा गया कि आखिरकार प्रदेश के गृहमंत्री को इसमें दखल देना पड़ा और अब राकेश राणा की बहाली का आदेश जारी कर दिया गया है।
विवाद को खत्म करने का प्रयास
राकेश राणा को 7 जनवरी को मूंछ न कटवाने पर निलंबित कर दिया गया था। राणा मध्य प्रदेश पुलिस के विशेष सशस्त्र बल के चालक पद पर तैनात थे। सहायक महानिरीक्षक कोऑपरेटिव फ्रॉड प्रशांत कुमार की ओर से उनके निलंबन का आदेश जारी किया गया था। पुलिस मुख्यालय के डीआईजी कार्मिक की ओर से आज उनके निलंबन आदेश को रद्द कर दिया गया। जानकारों का कहना है कि इस कदम के जरिए पुलिस विभाग में दो दिनों से सिपाही की मूंछ को लेकर चल रहे विवाद को खत्म करने का प्रयास किया गया है।
मूंछ कटवाने से कर दिया था इनकार
यह सारा विवाद उस समय शुरू हुआ था जब विशेष महानिदेशक कोऑपरेटिव फ्रॉड ने सिपाही राकेश राणा को अपनी मूछें कटवाने का आदेश दिया था मगर राणा ने मूंछे कटवाने से इनकार कर दिया था। सिपाही की दलील थी कि वह अपनी मूंछों की काफी देखभाल करता है और उसे मूंछों का कटवाना मंजूर नहीं था। राणा के इनकार के बाद उन्हें 7 जनवरी को निलंबित कर दिया गया था।
निलंबित होने के बाद भी राणा का कहना था कि उसे अपने फैसले पर कोई पछतावा नहीं है और उसने मूंछों को अपनी शान बताया था। राणा का कहना था कि भले ही नौकरी चली जाए, लेकिन उसे मूंछ कटवाना मंजूर नहीं है।
सोशल मीडिया पर छा गया था मामला
बाद में यह मामला सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया। सोशल मीडिया पर दो दिनों से राणा की फोटो और उनसे जुड़ी खबरें वायरल हो रही थीं। काफी संख्या में लोग राणा के पक्ष में दलील दे रहे थे जिसके बाद गृह मंत्री ने इस मामले में दखल दिया। गृह मंत्री की ओर से इस बाबत डीजीपी से रिपोर्ट भी तलब की गई थी।
इस मामले को लेकर आज पुलिस मुख्यालय में बैठकों का कई दौर चला और आखिरकार राकेश राणा की बहाली का आदेश जारी कर दिया गया। सोशल मीडिया पर कई लोगों ने सरकार की ओर से उठाए गए इस कदम को उचित बताया है। लोगों का कहना है कि पुलिस के अफसरों को किसी के व्यक्तिगत जीवन में दखल नहीं देना चाहिए।