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सबसे छोटी इंडियन लड़की: ऐसे कद की लड़की एमपी में, विश्व रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाने की कवायद
Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले में दुनिया की सबसे छोटे कद की लड़की के मिलने का दावा किया जा रहा है। लड़की की उम्र 17 साल बताई जा रही है, जबकि उसका कद महज डेढ़ फीट है।
MP: मध्य प्रदेश के बड़वानी जिले (Barwani District) में दुनिया की सबसे छोटे कद की लड़की के मिलने का दावा किया जा रहा है। लड़की की उम्र 17 साल बताई जा रही है, जबकि उसका कद महज डेढ़ फीट है। लड़की को देखने वाला हर शख्स उसकी हाइट और उम्र के बारे में सुनकर चौंक जाता है। लड़की का नाम सोनाली बताया जा रहा है। बता दें कि फिलहाल दुनिया का सबसे छोटा कद होने का रिकॉर्ड महाराष्ट्र (Maharashtra) की रहने वाली ज्योति आमगे के नाम है। आमगे का कद दो फीट है और उसे दुनिया का सबसे छोटी लड़की माना जाता है।
ऐसे आई खबर सामने
दरअसल शुक्रवार को एमपी के आदिवासी बहुल जिले बड़वानी (Barwani District) में जिला अस्पताल के अंदर स्वास्थ्य मेले (health fair) का आयोजन किया गया था। इस दौरान पिता के साथ सोनाली भी अस्पताल पहुंची थी। उसे अपना दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवाना था। बेहद छोटी कद की सोनाली की उम्र जब उसके पिता ने 17 साल बताई तो वहां मौजूद सभी लोग दंग रह गए। किसी को विश्वास नहीं हो रहा था कि महज डेढ़ फीट की इस लड़की की उम्र इतनी है। वो इसे एक-दो साल की बच्ची समझ रहे थे।
ये खबर तुरंत स्थानीय स्वास्थ्य अमले में जंगल में लगी आग की तरह फैल गई। स्थानीय अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। तभी दावा किया जाने लगा कि उक्त बच्ची कद के हिसाब से दुनिया की सबसे छोटी बच्ची है। इस मामले में उसने अभी तक दुनिया की सबसे छोटी बच्ची माने जाने वाली महाराष्ट्र की ज्योति आमगे को पीछे जोड़ दिया है। ज्योति आमगे की हाइट दो फीट है जबकि बड़वानी जिले के आमदा गांव की रहने वाली सोनाली महज डेढ़ फीट (Barwani District) की है।
विश्व रिकॉर्ड में नाम दर्ज करवाने की कवायद
सोनाली को दुनिया की सबसे छोटी लड़की होने का किए जा रहे दावे पर बड़वानी जिला प्रशासन भी गंभीर नजर आ रहा है। जिले के सहायक महिला एवं बाल विकास पदाधिकारी अजय गुप्ता (Assistant Women and Child Development Officer Ajay Gupta) ने कहा कि सोनाली का नाम विश्व रिकॉर्ड में दर्ज करवाने का प्रयास किया जाएगा।
सोनाली के परिवार को मिलेगा पेँशन
सोनाली की सेहत ठीक नहीं रहती है। वो न ठीक से बोल पाती है और न ही ठीक से खड़ी हो पाती है। डॉक्टर ने चेकअप करने के बाद लड़की का दिव्यांग सर्टिफिकेट बना दिया। अब उसके परिवार को सरकार की तरफ से प्रतिमाह एक हजार रूपये बतौर पेँशन के रूप में मिलेगा। दिव्यांग सोनाली के पिता कांतिलाल ने बताया कि उसके घर में चार बच्चे हैं। इनमें सोनाली सबसे बड़ी बेटी है।