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Madhya Pradesh News : मध्यप्रदेश में बाढ़ से जीवन तबाह, लाखों किसानों की फसलें हुई बर्बाद
Madhya Pradesh News :MP गृहमंत्री पिछले दिनों बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचे जहां उन्हें खुद वायु सेना ने रेस्क्यू किया।
Madhya Pradesh News : जब भी कभी आपदा (Disaster) आती है तो वो सदियों की मेहनत को पल भर में मिटा के चली जाती है। ना जाने कितने जान खोते हैं, कितने बिखर जाते हैं और फिर कभी निखर नहीं पाते हैं। मध्यप्रदेश, राजस्थान समेत देश के अन्य राज्यों में बारिश (Rain) का सितम कुछ इस तरह बरप रहा है कि सरकारें, आम जनता भी कुछ नहीं कर पा रही है।
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री पिछले दिनों बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचे जहां उन्हें खुद वायु सेना ने रेस्क्यू किया। मध्यप्रदेश के शिवपुरी, ग्वालियर, श्योपुर में बाढ़ जैसे हालात है। कई इलाके यहां तक कि राष्ट्रीय राजमार्ग भी बाढ़ की चपेट में हैं। लाखों किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। लोगों के आशियाने छिन गये हैं।
हालांकि बारिश थमने के बाद भी हालात वैसे ही बने हुए हैं। लोग जो घर छोड़कर बाहर की ओर आ गए थे अब वे अपने गांवों की ओर लौटने लगे हैं। ग्वालियर - चम्बल संभाग में बारिश थमने के बाद लोगों को अब अपने खाने - दाने के लाले पड़े हैं। क्योंकि बारिश ने करीब 749 गांवों को बर्बाद कर दिया। ये गांव श्योपुर, दतिया, शिवपुरी, मुरैना जिले के हैं। अधिकतर गांव मुरैना जिले से सटे हुए हैं। 80 हजार हेक्टयर की फसल बर्बाद हो चुकी है।
श्योपुर में लोगों ने चक्काजाम कर दिया। उसके बाद कलेक्टर का भी घेराव किया। श्योपुर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह आने वाले थे पर उनका दौरा रद्द कर दिया गया। गुना, दतिया, भिंड, मुरैना, ग्वालियर, श्योपुर, शिवपुरी इन सभी जिलों के आसपास के गांवों से करीब 6918 लोगों को बचाया गया जबकि 27 हजार 836 लोगों को सुरक्षित स्थान पर लाया गया।
सरकार का आश्वाशन
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान डबरा जिले में पहुंचे और लोगों का हल चाल जानने की कोशिश की। इसी दौरान कई महिलाओं ने खेतों में खराब हुई अपनी फसलों के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में 1.20 लाख के आवास की व्यवस्था का आश्वासन दिया और हर नुकसान का मुआवजा देने का ऐलान किया। इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना को भी व्यवस्था से जोड़ने की बात कही। बाढ़ प्रभावित परिवारों को आधा क्विन्टल खाद्य देने का आश्वासन दिया।
कुछ 11 जिलों में अभी भी सामान्य से कम वर्षा
श्योपुर, ग्वालियर के आसपास जिलों में अभी भी खतरा नहीं टला है। तो वहीं 11 जिलों में सामान्य से कम वर्षा हुई है। मौसमी सिस्टम का रुख अब सागर, छतरपुर जिलों की ओर शिफ्ट कर गया है। आने वाले दिनों में भारी बारिश की संभावनाएं मौसम विज्ञानियों द्वारा जताई जा रही है। भोपाल संभाग के आस पास क्षेत्रों में दो दिन तक धूप न निकलने के भी आसार हैं। भोपाल के तालाबों का जलस्तर अब बढ़ गया है। जो आने वाले समय के लिए खतरे की घंटी हो सकता है। मौसम केंद्र ने भोपाल संभाग के राजगढ़, विदिशा समेत शिवपुरी, गुना, नीमच, अशोकनगर को फ्लैश फ्लड रिस्क में रखा है।