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Rewa News: रैन बसेरे की व्यवस्था सिर्फ कागजों तक ही है सीमित, बदइंतजामी, गंदगी से कराह रहे हैं लोग
Rewa News: ख़बर मध्य प्रदेश के रीवा जिले से है। जहां गरीब और बेसहारा लोगों को रात बिताने के लिए बनाए गए रैन बसेरे का हाल बहुत बुरा है। हर ओर गंदगी का आलम है।
Rewa News: ख़बर मध्य प्रदेश के रीवा जिले से है। जहां गरीब और बेसहारा लोगों को रात बिताने के लिए बनाए गए रैन बसेरे का हाल बहुत बुरा है। हर ओर गंदगी का आलम है। करोड़ों रुपये की लागत से बने आश्रयस्थल में न तो शुद्ध पेयजल का इंतजाम है और न शौचालय साफ-सुथरे हैं।
बताते चले कि प्रकाश चौराहे के पास संजय गांधी अस्पताल के पास आश्रय स्थल यानी रैन बसेरा है, जिसमें 2 कमरे शौचालय और स्नानागार है। महिलाओं के लिए शौचालय की अलग से व्यवस्था है। दोनो कमरे में कई पलंग हैं। सभी कमरे में पंखे लगे हैं। शौचालय और स्नानागार गंदगी से अटे पडे़ हैं। देखने से लगता है कि मानो यहां महीनों से साफ-सफाई नहीं हुई है। यहां रात बिताने वाले गरीब और बेसहारा लोगों का कहना है कि गंदगी के कारण यहां रुकना भी मुश्किल हो जाता है।
शौचालयों में साफ-सफाई नहीं
शौचालयों में जगह-जगह लगे जाले भी इस बात की गवाही दे रहे हैं कि साफ-सफाई यहां नहीं हो रही है। रैन बसेरे का संचालन नगर निगम प्रशासन की ओर ठेके पर मां आस्था सामाजिक विकास सेवा संस्थान को देकर संचालित कराया जाता है । निगरानी करने वाले मां आस्था सामाजिक विकास सेवा संस्थान के कर्मचारियों की अनदेखी के कारण व्यवस्था खराब है।
इसके अलावा रैन बसेरे में शुद्ध पेयजल की माकूल व्यवस्था भी नहीं है, खाने दाल रोटी चावल सब्जी अधपक्की रोज दी जाती है और प्यार और तो और संस्था द्वारा दी गई दाल में पानी के सिवाय उसमें दाल नहीं दिखती और सब्जी में पानी की सिवाय एक भी आलू नही दिखता । वही आश्रयस्थल में रह रहे गरीब तबके के बुजुर्गो को ना तेल ना तो साबुन कि व्यवस्था दी जाती है जिससे बुजुर्ग गंदे व मॅट माइले कपड़े पहनने को मजबूर है।
हमारे पास अभी तक शिकायत नहीं आई थी- शरद गुप्ता सिटी मैनेजर नगर निगम
वहीं इन बातो को लेकर जब शरद गुप्ता सिटी मैनेजर नगर निगम रीवा का कहना है कि जहां तक साफ-सफाई का सवाल है तो यहां भिच्छूक तबके के लोग रहते है हमारे पास अभी तक शिकायत नहीं आई थी अब मेरे पास शिकायत आई है मैं उसको टीम भेज कर दिखवाता हु वही बात खाने कि गुणवत्ता कि बात जब मीडिया कर्मियो शरद गुप्ता सिटी मैनेजर नगर निगम से पूछा तो सही जवाब ना देकर बातो को घुमाने लगे ।