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Rewa News: आरटीओ के भ्रष्टाचार का गढ़ बना रतहरा और चोरहटा बाईपास
Rewa News: आरटीओ के इशारे पर उड़नदस्ता अजय मार्को द्वारा ऑफिस के स्टाफ व प्राइवेट आदमी को भेज कर रीवा के बाईपास पर सुबह से देर रात तक ट्रकों और भारी वाहनों को रोककर एंट्री के नाम पर 2000 से लेकर 10,000 रुपए तक की अवैध वसूली खुलेआम जारी है।
Rewa News: मध्य प्रदेश के रीवा में परिवहन विभाग द्वारा खुलेआम अवैध वसूली से भारी वाहन के संचालक त्रस्त हो गए हैं। आज तक इस तरह की खुलेआम वसूली ना तो देखी गई और ना ही सुनने को कभी मिली है। आरटीओ के इशारे पर उड़नदस्ता अजय मार्को द्वारा ऑफिस के स्टाफ व प्राइवेट आदमी को भेज कर रीवा के बाईपास पर सुबह से देर रात तक ट्रकों और भारी वाहनों को रोककर एंट्री के नाम पर 2000 से लेकर 10,000 रुपए तक की अवैध वसूली की जाती है, जो खुलेआम जारी है।
फिर भी नहीं लग पा रहा प्रतिबंध
ऐसा नहीं है कि इसकी भनक किसी को नहीं है आमजन से लेकर राजनैतिक गलियारे तक इसकी चर्चा जोरों पर है फिर भी इस अवैध वसूली पर प्रतिबंध नहीं लग पा रहा है जबकि रतहरा बाईपास पर कई बार भीषण सड़क हादसे हो चुके हंै। बाईपास में आरटीओ विभाग आए दिन चेकिंग लगाता है जिसकी वजह से हर समय हादसे की संभावना बनी रहती है। कई बार तो यहां पर घटनाएं हो चुकी है। बीते कुछ समय पहले वि.वि. थाने के अजगरहा के समीप आरटीओ चेकिंग से बचकर भाग रहे ट्रक ने बाइक सवारों को कुचल दिया था जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। चोरहटा के समीप आरटीओ चेकिंग की वजह से दो लोगों की मौत हो चुकी है।
गडकरी भी सीएम को लिख चुके पत्र
हैरानी की बात तो यह है कि आए दिन हो रही घटनाओं के बाद भी बाईपास आरटीओ विभाग की चेकिंग के लिए सबसे पसंदीदा स्थान बना हुआ है। आखिर किसके शह पर यह वसूली का खेल खेला जा रहा है यह लोगों के समझ से परे है जबकि इस अवैध वसूली मामले को लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को पत्र लिखकर अवगत कराया जा चुका है। इतना ही नहीं एक प्रशासनिक कार्यक्रम में एक सांसद ने भी खुले मंच से कहा था की रीवा आरटीओ विभाग द्वारा खुलेआम अवैध वसूली की जा रही है जिस पर प्रतिबंध लगना चाहिए। इस सब के बाद भी अवैध वसूली पर रोक न लगना सवालिया निशान खड़ा करता है।
वाहन वालकों को धौंस दिखाते
इस अवैध वसूली में उड़नदस्ता वाहन के साथ कुछ प्राइवेट लोग भी डंडे लेकर वाहन वालकों को धौंस दिखा कर रोकते हैं और उन्हें लेकर उड़नदस्ता तक जाते हैं और वह अवैध वसूली में सहयोग करते हैं। इस संबंध में जब आरटीओ मनीष त्रिपाठी से बात की गई तो मनीष त्रिपाठी द्वारा बहकी बहकी बातें करते हुए बातें बनाने की कोशिश की गई, लेकिन जब पत्रकारों ने एक पीड़ित ट्रक ड्राइवर का वीडियो दिखा कर आरटीओ का बाइट करना चाहा तो आरटीओ ने उड़नदस्ता के अजय मार्को का नंबर देते हुए एक दो तीन हो गए। वहीं जब धन उगाही के मामले को लेकर पत्रकारों द्वारा मनीष त्रिपाठी के द्वारा दिए गए नंबर पर संपर्क साध कर बात करना चाहा तो वह नंबर पहुंच के बाहर बता रहा था।