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रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी, उज्जैन में पकड़े गए आठ लोग
देश में कोरोना की दूसरी लहर ने पांव पसार लिया है। हर रोज लाखों की संख्या में संक्रमित हो रहे हैं।
मध्यप्रदेशः देश में कोरोना की दूसरी लहर ने पांव पसार लिया है। हर रोज लाखों की संख्या में संक्रमित हो रहे हैं। इस समय मध्यप्रदेश में कोरोना ने हाहाकार मचा दिया है। दिन प्रतिदिन यहां कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इस दौरान कोरोना मरीजों के इलाज में सबसे ज्यादा उपयोग होने वाले रेमडेसिविर (Remdesivir) इंजेक्शन की कालाबाजारी जोरो पर है।
बता दें कि उज्जैन के एक निजी अस्पताल में रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी चल रहा था पुलिस ने एक गिरोह के आठ लोगों को रेमडेसिविर (Remdesivir) बेचते हुए पकड़ लिया। कोरोना वायरस के मरीजों के लिए यह इंजेक्शन कारगर है और आरोपियों द्वारा ऐसा कर अस्पताल में भर्ती कोविड-19 मरीजों के जीवन को संकट में डाला जा रहा है। यह जानकारी पुलिस के एक अधिकारी ने दी है।
गौरतलब है कि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय (उज्जैन शहर) अमरेन्द्र सिंह ने बताया कि गिरफ्तार किए गए इन आठ आरोपियों में से तीन आरोपी देशमुख अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर उज्जैन में कार्यरत कर्मचारी हैं और पांच सदस्य आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के पासआउट एवं अध्ययनरत कर्मचारी हैं।
आरोपियों से किया गया बरामद
बता दें कि सिंह ने कहा कि देशमुख अस्पताल एंव रिसर्च सेंटर के तीन कर्मचारी कोरोना मरीजों को लगने वाले इंजेक्शन रेमडेसिविर (Remdesivir) को उसे ना लगाते हुए ऊंटे दाम पर बेचकर कालाबाजारी कर रहे। जहां आरोपीयों से तीन रेमडेसिविर (Remdesivir) इंजेक्शन और दो अन्य एन्टीबायोटिक इंजेक्शन एवं घटना में प्रयुक्त एक एक्टिवा बरामद हुई है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में लोकेश आंजना (22), प्रियेश चौहान (21), भानु प्रताप सिंह (19), सरफराज शाह (22), वैभव पांचाल (19), हरीओम आंजना (19), कुलदीप चौहान (22) एवं राजेश नरवरिया (25) शामिल हैं।
सूचना मिली थी
दरअसप सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि शहर के एलाउंस सिटी के सामने आगर रोड उज्जैन पर तीन लोग रेमडेसिविर (Remdesivir) को ऊँचे दामों पर बेचने के लिए ग्राहकों/ जरुरतमंदो को तलाश रहे हैं। जहां पर तीन आरोपियों, लोकेश, प्रियेश, भानु प्रताप के कब्जे से एक रेमडेसिविर (Remdesivir) अवैध रुप से ऊँचे दामों में बेचते हुए पाए जाने पर तीनों आरोपीयों को गिरफ्तार किया गया। इन आरोपियों ने रेमडेसिविर (Remdesivir) वैभव और हरिओम से खरीदा है। दोनों की तलाशी की गई और उनके पास से रेमडेसिविर (Remdesivir) और एंटबायोटिक इंजेक्शन मिला, जिसे जब्त किया गया।
मध्यप्रदेश के गृह मंत्री ने क्या कहा
बता दें कि कोरोना की दवाओं का कालाबाजारी तेज से हो रहा है। इस दौरान मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने इसे रोकने के लिए टास्क फोर्स बनाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यहां पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रबंधों को पुख्ता करने और इंतजामों की समीक्षा करते हुए यह बात कही।
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