Rewa News: फाइलेरिया मुक्ति अभियान का शुभारंभ, दो वर्ष से ऊपर सभी लोगों को दी जाएगी दवा

Rewa News: फाइलेरिया मच्छर के काटने से हाेने वाला संक्रामक रोग है। इससे बचाव के लिए सरकार द्वारा लोगों को मुफ्त में दवा दी जा रही है।

Amar Mishra (Rewa)
Published on: 11 Feb 2023 7:51 AM GMT
Rewa Filaria liberation campaign
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Rewa Filaria liberation campaign (photo: social media )

Rewa News: एमपी के रीवा जिले के सभी बूथ में फाइलेरिया की दवा खिलाई जा रही है। दो वर्ष से ऊपर के लोगो से CMHO डॉ बीएल मिश्रा ने अपील किये है कि सभी फाइलेरिया की दवा खाये इस दवा को खाने से किसी भी प्रकार का साइड इफेक्त नही पर इस बात का विशेष ध्यान रखे कि फाइलेरिया की दवा को खाली पेट न खाए। खाना खाने के बाद ही खाये । जो फाइलेरिया की दवा नहीं खायेगा उसे हाथी पाव जैसी गंभीर बीमारी पकड़ सकती है फिर उसका कोई उपचार नही है ।

फाइलेरिया मच्छर के काटने से हाेने वाला संक्रामक रोग है। इससे बचाव के लिए सरकार द्वारा लोगों को मुफ्त में दवा दी जा रही है। एक पखवारा तक चलने वाला फाइलेरिया मुक्ति अभियान में कार्यक्रम की सफलता के लिए आशा,आंगनबाड़ी एवं प्रशिक्षित वॉलेंटियर को लगाया गया है। जो घर-घर जाकर दो वर्ष के ऊपर के सभी लोगों को दवा की खुराक देंगे। दो से पांच वर्ष के बच्चों को डीईसी एवं एल्बेडाजोल की एक-एक गोली,छह से चौदह साल के किशोर को डीईसी की दो तथा एल्बेडाजोल की एक गोली तथा15 साल के ऊपर के लोगों को डीईसी की तीन गोली एवं एल्बेंडाजोल की एक गोली की खुराक दी जाएगी। टीम के सामने ही दवा खिलाने का निर्देश दिया गया है। डीईसी की गोली खाली पेट नहीं खाना है एवं एल्बेंडाजोल की गोली को चबाकर खाना है।

इन्हें नहीं खिलाई जाएगी दवा

दो साल के कम उम्र के बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलाई जाएगी। इसके अलावा जो गंभीर बिमारी से पीड़ित हैं उन्हें भी दवा नहीं दी जाएगी। CMHO डाक्टर BL मिश्रा ने बताया कि फाइलेरिया में पैरों,हाथो में एवं गले मे सुजन आ जाती है। जिसे हाथी पाव कहा जाता है। यह बीमारी अगर किसी को हो गई तो इसका कोई उपचार ही नहीं है फिर जिंदगी भर इसी तरह विकलांग बनके घूमना पड़ेगा।

मझगवा स्कूल के 6 छात्रों की फ्लेरिया की दवा से बिगड़ी थी तबीयत संजय गांधी अस्पताल में लाया गया। रीवा जिले के मझगवां शासकीय स्कूल के 6 छात्रों की दवा खाने के बाद तबीयत बिगड़ने की जानकारी सामने आई है जहा छात्रों एवं छात्र के परिजन के द्वारा बताया गया कि कल स्कूल से फोन आया था कि आपके बच्चे को फ्लेरिया की दवा खिलाने के बाद चक्कर आ गया है। उसे ले जाइए इसके बाद छात्र के परिजन स्कूल गए तो उनके होश ही उड़ गए क्योंकि बच्चे उल्टी कर रहे थे। उन्हें चक्कर आ रहा था। स्कूल से जानकारी दी गई कि फलेरिया की दवा खाने के बाद तबीयत अचानक खराब होने लगी। लगभग 6 बच्चों की तबीयत खराब हुई, जिन्हें उपचार के लिए तत्काल रीवा के संजय गांधी अस्पताल भेजा गया। डॉक्टर BL मिश्रा संजय गांधी हॉस्पिटल छात्रों का हाल जानने के लिए गए। जहां छात्रों की स्थिति एकदम नॉर्मल है। उन्हें आब्जर्वेशन में रखकर छुट्टी दे दी गई थी। एक छात्र को जरूर बच्चा वार्ड में भर्ती कराया गया है मगर दवा खाने से कोई नुकसान नहीं है। थोड़ा सर में दर्द हुआ था जिन्हें अब छुट्टी दे दी गई है।

Monika

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Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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