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Rewa News: बांध में पानी लबालब, लेकिन सिंचाई के लिए बनी नहरें सूखीं, जानिए क्या है वजह

Rewa News:पानी के नाम पर अधिग्रहित की गई किसानों की जमीने बर्बाद हो गईं। टूटी पड़ी नहरों से इधर-उधर पानी के भरने से बोई हुई फसलें भी सड़कर बर्बाद हो रही हैं।

Amar Mishra (Rewa)
Published on: 21 May 2023 6:12 PM IST

Rewa News: रीवा जिले में सिंचाई के लिए बनाए गए बांधों और नहरों की दुर्दशा का खामियाजा यहां के किसानों को भुगतना पड़ रहा है। हनुमना के जूड़ा-टटिहरा बांध और नहरों की सही प्लानिंग नहीं होने की वजह से यहां आसपास के किसान काफी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।

बांध का पानी नहीं पहुंचा नहरों में

जल संसाधन विभाग के पूर्व और रिटायर्ड चीफ इंजिनियर शेर बहादुर सिंह परिहार एवं अधीक्षण अभियंता नागेन्द्र प्रसाद मिश्रा के साथ सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी ने जूड़ा-टटिहरा बांध और आसपास की नहरों का दौरा किया। जल संसाधन विभाग के भ्रष्टाचार की एक-एक करके सभी परतें खुलने लगीं। किसानों की आय दोगुनी करने के दंभ भरने वाले सरकार के दावों के विपरीत किसान यहां पानी को तरस रहे हैं। आय दोगुनी तो दूर, यहां अब किसान अपनी फंसी जमीन वापस करने की गुहार लगा रहे हैं। पानी के नाम पर अधिग्रहित की गई किसानों की जमीने बर्बाद हो गईं। टूटी पड़ी नहरों से इधर-उधर पानी के भरने से बोई हुई फसलें भी सड़कर बर्बाद हो रही हैं।

नहरों के डाउन स्ट्रीम का मुंह बंद

जूड़ा-टटिहरा बांध के नजदीक के ग्रामों में जो नहरें बनाई गई हैं वह संचालित नहीं हैं। कागजों पर किसानो की फसलें सिंचित होना बताया गया, लेकिन सच्चाई यह है बांध बनने के बाद नहरों में पानी पहुंच ही नहीं पाया। जूड़ा-टटिहरा के पास स्थित नहरों में नालों के मिलन स्थल पर बनाए गए सुपर पैसेज में ब्रिज टूट गए। डाउन स्ट्रीम के मुंह बंद पड़े हुए हैं। नहरों की दीवारें टूट गई हैं। नहरों के बीच में मिटटी भरी हुई है। गौरतलब है कि सुपर पैसेज एक ऐसा स्ट्रक्चर होता है, जिसमे नीचे-नीचे नहर पास होती है और ऊपर से लोकल नाले का बहाव रहता है। लेकिन कई जगहों पर सुपर पैसेज स्ट्रक्चर भी डैमेज है।

कैनाल डक्ट की स्थिति खराब

अधीक्षण अभियंता नागेन्द्र मिश्रा ने बताया कि तकनीकी तौर पर कैनाल डक्ट की स्थिति ठीक नहीं है। प्रधानमंत्री सड़क से पासिंग के दौरान नहर का कैनाल डक्ट का मुंह छोटा है, जिससे पानी के दबाब के चलते नहर को नुकसान पहुंच रहा है। विशेषज्ञों द्वारा बताया गया कि कैनाल डक्ट को ठीक करना आवश्यक है। नहर और पानी के लेवल को लेकर इंजीनियर ने बताया कि नहर खुदाई के दौरान काम ठीक ढंग से नहीं किया गया और जिस भी ठेकेदार ने काम किया है वह गुणवत्ताविहीन है।

ये कहना है किसानों का

जूड़ा-टटिहरा के नजदीक के किसान रामावतार साकेत ने बताया कि जब से यह नहर बनी है उसका कोई उपयोग उनके लिए नहीं है। नहर बनने के बाद से ही टूट गई है। गांव की जमीन भी बर्बाद हो गई लेकिन पानी नहीं मिला। नजदीक गांव के ही किसान अर्जुन ने बताया कि जूड़ा-टटिहरा बांध से उन्हें भी पानी नहीं मिल रहा है। पानी के लिए बांध में जाना पड़ता है। नहरों से पानी इसलिए नहीं मिल रहा क्योंकि नहर जगह-जगह टूट गई हैं। देउरा गांव के निवासी गंगा ने बताया कि उनके गांव में सिंचाई के लिए पानी नहीं है। नेताओं ने चुनाव के दौरान एक दशक पहले कहा था कि बाणसागर का पानी पहुंचा देंगे, जो आज तक नहीं हो सका।



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Amar Mishra (Rewa)

Amar Mishra (Rewa)

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