TRENDING TAGS :
Rewa News: नेशनल हाइवे के निर्माण में हजारों पेड़ों के कत्लेआम के बाद अब वृक्षारोपण में घोटाले का आरोप
Rewa News: रीवा संभाग में नेशनल हाइवे फोरलेन सड़कों के निर्माण दौरान काटे गये पुराने वृक्षों के बदले अनुबंध के मुताबिक वृक्षारोपण नहीं कराया गया। करोड़ों की काटी गई लकड़ी गायब कर दी गई है।
Rewa News: संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक शिव सिंह ने आरोप लगाया है कि रीवा संभाग में नेशनल हाइवे फोरलेन सड़कों के निर्माण दौरान काटे गये पुराने वृक्षों के बदले अनुबंध मुताबिक वृक्षारोपण नहीं कराया गया। करोड़ों की काटी गई लकड़ी गायब कर दी गई है। रीवा संभाग सहित समूचे मप्र में लगभग दो हजार करोड़ का घोटाला किया गया है। जिसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जानी चाहिए।
आरोपों की लंबी फेहरिस्त
अपने आरोपों के फेहरिस्त में उन्होंने कहा कि अगस्त 2019 में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, अवर सचिव पीडब्ल्यूडी भोपाल, मुख्य अभियंता सड़क विकास निगम कमिश्नर, रीवा कलेक्टर को पत्र लिख कर तत्काल मामले की जांच की मांग की गई थी। शिव सिंह ने बताया कि नेशनल हाइवे मार्ग रीवा-हनुमना व मनगवां-चाकघाट तथा रीवा-सतना एवं रीवा-सिरमौर फोरलेन सड़क निर्माण दौरान मप्र सड़क विकास निगम द्वारा हजारों पुराने वृक्षो का कत्लेआम किया गया था। जिसमें कलेक्टर के आदेश के मुताबिक उसी प्रजाति के 10 गुना वृक्ष लगाये जाने का पालन नहीं किया गया।
प्रधानमंत्री व भारत सरकार सड़क परिवहन मंत्रालय को अप्रैल 2016 में की गई शिकायत पर सड़क परिवहन मंत्रालय द्वारा दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई का आदेश मनीष रस्तोगी तत्कालीन एमडी मप्र सड़क परिवहन निगम को दिया गया था। यह भी शर्त थी कि नये रोपित पौधो का निरीक्षण वन विभाग समय-समय पर करेगा तथा देखभाल निर्माण संस्था एवं मप्र सड़क विकास निगम करेगा। काटे गये वृक्षों के बदले लाखों वृक्ष लगाने थे, जिसका पालन आज तक नहीं किया गया। जिसकी शिकायत प्रधानमंत्री सहित भारत सरकार सड़क परिवहन मंत्री से की गई थी।
सम्भागीय प्रबंधक सड़क विकास निगम लिमिटेड सम्भाग क्रमांक 1 रीवा द्वारा पत्र क्रमांक 89/2019 के माध्यम से यह जानकारी शासन को दी गई थी कि रीवा-हनुमना सड़क के किनारे 42883 पौधो का पौधरोपण किया गया है तथा तारफेसिंग व टीगार्ड भी लगाये गये है। लेकिन उक्त कार्य मात्र दस्तावेजों तक ही सीमित हैं। उक्त शिकायतों को लेकर शिव सिंह ने बताया कि उप वनमंडल अधिकारी मऊगंज के समक्ष उनके बयान भी दर्ज किए गए थे, जहां भौतिक सत्यापन की बात उठाई गई थी, लेकिन उसके बाद भी आज तक दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।