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MP Video: नहर में धकेली गयी 60 गायो को गौसेवको ने किया रेस्क्यू, ग्रामीणों ने किया विरोध

MP News Todsy: बकिया बराज नहर में बीड़ा और बरों के बीच धकेले गए लगभग 50 की संख्या में गोवंश को रेस्क्यू किए जाने के लिए सहायता मांगी गयी थी।

Amar Mishra (Rewa)
Published on: 30 Sep 2022 6:47 AM GMT
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60 गायो को गौसेवको ने किया रेस्क्यू (photo: social media )

MP News Today: सेमरिया बकिया बराज नहर में धकेली गयी 60 गायो को गौसेवको ने रात भर पानी में 25 किलो मीटर चलकर रेस्क्यू कर बाद बाहर निकाला। पुलिस और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से रेस्क्यू किए गए गोवंश आसपास के ग्रामीणों ने लट्ठ लेकर पुलिस और रेस्क्यू टीम का किया विरोध । निर्मित हुई विवाद की स्थिति लेकिन पुलिस प्रशासन ने स्थित को संभाला। दोषियों को चिन्हित नहीं कर पाई पुलिस, नहीं हुई कोई एफ आई आर।

सतना रीवा से होते हुए बीड़ा सेमरिया क्षेत्र से निकलने वाली पीएचसी पावर प्लांट में बिजली सप्लाई करने वाली बखिया बैराज नहर में अकेले गए 50 से अधिक गोवंशों को सुरक्षित कर लिया गया है। जानकारी के अनुसार अभी भी कुछ घायल गोवंश फंसे हुए हैं, जिन्हें रेस्क्यू किए जाने का प्रयास चल रहा है।

टीएचसी पावर प्लांट सिरमौर में कार्य करने वाले कर्मचारी चंद्रभूषण तिवारी के माध्यम से सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी को सूचना दी गई। जिसमें बकिया बराज नहर में बीड़ा और बरों के बीच धकेले गए लगभग 50 की संख्या में गोवंश को रेस्क्यू किए जाने के लिए सहायता मांगी गयी थी। इसके बाद सोशल एक्टिविस्ट के द्वारा मामले को मीडिया में सर्कुलेट करते हुए जिला कलेक्टर रीवा मनोज पुष्प एवं पुलिस अधीक्षक रीवा नवनीत भसीन को व्हाट्सएप के माध्यम से सूचना प्रेषित की गई और कार्यवाही की माग की गई।

मामले की गंभीरता

मामले की जानकारी गोवंशों और पशुओं के अधिकार के लिए कार्य करने वाले कई संगठनों को भी भेज दिए गए । इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए पूरे देश भर में विभिन्न संगठन एक्टिव हो गए। मामले की जानकारी रीवा शहर में पशुओं और बेसहारा कुत्तों के लिए कार्य करने वाली एनिमल राइट एक्टिविस्ट रूपा द्विवेदी को मिली तो उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी से संपर्क कर लोकेशन की जानकारी ली। शिवानंद द्विवेदी ने मामले की जानकारी रूपा को बताते हुए टीएचसी पावर प्लांट में कार्य करने वाले कर्मचारी चंद्रभूषण तिवारी एवं अन्य मदद संबंधी जानकारी उपलब्ध करवाई।

प्राप्त जानकारी अनुसार बताया गया है कि स्वस्थ और चलने योग्य गोवंशों को तो हांकते हुए मुख्य गेट पर लाकर बकिया बराज नहर से बाहर निकाल लिया गया है लेकिन अभी भी तीन ऐसे गोवंश हैं जो चलने फिरने में असमर्थ हैं और घायल हैं अभी भी फंसे हुए हैं।

बताया गया स्थिति तब भयानक हो गई जब गोवंशों को बाहर निकालते समय दर्जनों ग्रामीणों ने इसका विरोध किया। इससे जाहिर है कि इन्हीं ग्रामीणों के द्वारा गोवंशों को बकिया बराज नहर के अंदर धकेला गया होगा। इन ग्रामीणों का तर्क था यह गोवंश हमारी खेती को नुकसान करते हैं इसलिए हम इन्हें बाहर नहीं निकलने देंगे। बताया गया की रेस्क्यू टीम में उपस्थित कार्यकर्ताओं के साथ ग्रामीणों ने गाली-गलौज और बदसलूकी भी की है लेकिन उपस्थित पुलिस वालों ने मामले को संभालते हुए गोवंशों को सुरक्षित बाहर निकलवाया।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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