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Maharashtra News: औरंगाबाद का नाम बदलने पर भड़के AIMIM सांसद इम्तियाज जलील, बीजेपी पर साधा निशाना
Maharashtra News: महाराष्ट्र के दो शहरों के नाम बदले जाने को लेकर वहां की राजनीति गरमाई हुई है। पिछले दिनों केंद्र सरकार ने राज्य सरकार के उस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था, जिसमें ऐतिहासिक शहर औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर और धाराशिव करने की मांग की गई थी।
Maharashtra News: महाराष्ट्र के दो शहरों के नाम बदले जाने को लेकर वहां की राजनीति गरमाई हुई है। पिछले दिनों केंद्र सरकार ने राज्य सरकार के उस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था, जिसमें ऐतिहासिक शहर औरंगाबाद और उस्मानाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर और धाराशिव करने की मांग की गई थी। लंबे समय से औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर किए जाने की होती रही है, जो अब जाकर पूरी हुई। हालांकि, केंद्र के इस कदम पर ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) भड़की हुई है।
सांसद इम्तियाज जलील की प्रतिक्रिया
औरंगाबाद से एआईएमआईएम सांसद इम्तियाज जलील ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इम्तियाज जलील औरंगाबाद के सांसद थे और औरंगाबाद के सांसद रहेंगे। औरंगाबाद का नाम बदलने पर कोई नाच रहा है, कोई झूम रहा है लेकिन मैं औरंगाबाद में पैदा हुआ और औरंगाबाद में ही मरूंगा। उन्होंने सीएम एकनाथ शिंदे के ट्वीट पर निशाना साधते हुए कहा कि ये हमारा शहर है न कि आपका।
औरंगाबाद में रैली का किया ऐलान
एआईएमआईएम सांसद इम्तियाज जलील ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए औरंगाबाद में बड़ी रैली करने का ऐलान किया है। जलील ने अपने एक ट्वीट में कहा, औरंगाबाद हमारा शहर है, था और रहेगा। अब औरंगाबाद के लिए हमारे शक्ति प्रदर्शन का इंतजार करें। हमारे प्यारे शहर के लिए एक विशाल मोर्चा! हमारे शहर के नाम पर राजनीति करने वाली इन ताकतों (भाजपा) को हराने के लिए औरंगाबादियों तैयार हो जाओ। हम निंदा करते हैं और हम लड़ेंगे।
उद्धव सरकार ने भी भेजा था प्रस्ताव
महाविकास अघाड़ी सरकार ने भी औऱंगाबाद का नाम बदले जाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा था। तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने विदाई के क्रम में 20 जून 2022 को औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर किए जाने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा था। तब भी स्थानीय सांसद इम्तियाज जलील ने इसका कड़ा विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि उद्धव ठाकरे केवल अपनी सरकार बचाने के लिए ऐसा कर रहे है। सांसद ने आगे कहा था कि अगर किसी शहर का नाम बदला जाता है तो भारी मात्रा में पैसा खर्च होता है। लगभग 500 करोड़ रूपये की लागत आती है।
औरंगाबाद का नाम बदलने में भारी खर्च
उन्होंने दिल्ली के एक अधिकारी का हवाला देते हुए कहा कि औरंगाबाद जैसे शहर का नाम बदलने के लिए तो 1 हजार करोड़ रूपये की जरूरत पड़ेगी। यह करदाताओं का पैसा है, जो आपका और मेरा है। इसलिए ऐसा करना सही नहीं होगा। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में बीजेपी, शिवसेना और राज ठाकरे की एमएनएस लंबे समय से औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर किए जाने की मांग करती रही है। मुगल बादशाह औरंगजेब की मृत्यु यहीं हुई थी। यहीं पर उसकी और उसकी पत्नी रबिया दुरानी का भी मकबरा है।