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Maharashtra News: कोश्यारी के शिवाजी संबंधी बयान पर भाजपा को भी आपत्ति, शिंदे गुट भी खफा,अलग-थलग पड़े गवर्नर
Maharashtra News: अपनी टिप्पणी को लेकर राज्यपाल कोश्यारी पूरी तरह अलग-थलग पड़ गए हैं और सभी राजनीतिक दलों ने उनके बयान पर आपत्ति जताई है।
Maharashtra News: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की ओर से छत्रपति शिवाजी को लेकर की गई टिप्पणी पर पैदा हुआ विवाद खत्म होता नहीं दिख रहा है। कांग्रेस, एनसीपी और शिंदे गुट के तीखे विरोध के बाद अब भाजपा ने भी राज्यपाल कोश्यारी के बयान पर आपत्ति जताई है। महाराष्ट्र के विपक्षी दलों की ओर से राज्यपाल को हटाए जाने की मांग के बीच प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि राज्यपाल को शिवाजी की तुलना केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से नहीं करनी चाहिए थी।
अपनी टिप्पणी को लेकर राज्यपाल कोश्यारी पूरी तरह अलग-थलग पड़ गए हैं और सभी राजनीतिक दलों ने उनके बयान पर आपत्ति जताई है। राज्यपाल कोश्यारी ने शनिवार को औरंगाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान शिवाजी को पुराने जमाने का आदर्श बताया था। कोश्यारी का कहना था कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और नितिन गडकरी जैसे लोग नए जमाने के आदर्श हैं।
भाजपा नेता ने भी बयान पर आपत्ति जताई
महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष बावनकुले ने अपने बयान में कहा कि राज्यपाल को एनसीपी मुखिया शरद पवार और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की तुलना छत्रपति शिवाजी से नहीं करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के सभी लोगों का यही मानना है।
हालांकि इसके साथ ही भाजपा नेता ने यह भी कहा कि यह नहीं भूला जाना चाहिए कि राज्यपाल छत्रपति शिवाजी से प्रेरणा लेकर ही काम कर रहे हैं। राज्य में विपक्षी दलों की ओर से उन्हें निशाना बनाने का बहाना खोजा जा रहा है। पिछले ढाई वर्ष का कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई अच्छे काम किए हैं जिसे विपक्ष की ओर से नजरअंदाज किया जा रहा है।
शिंदे गुट की महाराष्ट्र से हटाने की मांग
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिंदे गुट भी राज्यपाल की टिप्पणी को लेकर खफा है। शिंदे गुट से जुड़े हुए विधायक संजय गायकवाड़ ने छत्रपति शिवाजी के संबंध में राज्यपाल की टिप्पणी के बाद उन्हें महाराष्ट्र से हटाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल को यह समझना चाहिए कि छत्रपति शिवाजी के आदर्श कभी पुराने नहीं पड़ते। इसके साथ ही उनकी तुलना दुनिया के किसी भी अन्य महान व्यक्ति से नहीं की जा सकती।
उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति को महाराष्ट्र के इतिहास की जानकारी नहीं है, उसे यहां रहने का हक नहीं है। केंद्र सरकार को जल्द से जल्द कोश्यारी को महाराष्ट्र से हटाना चाहिए। शिंदे गुट के विधायक ने कहा कि कोश्यारी अतीत में भी अपने बयानों के जरिए विवाद पैदा कर चुके हैं।
विपक्ष ने खोल रखा है मोर्चा
कोश्यारी का यह बयान एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना के उद्धव गुट को काफी नागवार गुजरा है। इन दलों ने राज्यपाल को तुरंत पद से हटाने की मांग की है। बयान के बाद राज्यपाल के खिलाफ महाराष्ट्र में कई स्थानों पर प्रदर्शन किए गए हैं।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कोश्यारी के बयान को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर भी निशाना साधा है। उन्होंने शिवाजी पर कोश्यारी के बयान को महाराष्ट्र का अपमान बताया। विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि राज्यपाल की टिप्पणी राज्य के लोगों को कतई स्वीकार नहीं है।
कोश्यारी के इस बयान पर भड़का विवाद
दरअसल राज्यपाल कोश्यारी शनिवार को औरंगाबाद में डॉक्टर बी आर अंबेडकर मराठवाड़ा यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इस समारोह के दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और एनसीपी के मुखिया शरद पवार को डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया। इस दौरान अपने भाषण के दौरान कोश्यारी ने कहा कि स्कूली दिनों में जब हमारे टीचर पसंदीदा नेता के बारे में पूछते थे तो उस समय हम सभी अपनी पसंद के आधार पर महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस और जवाहरलाल नेहरू का नाम लिया करते थे।
आज अगर कोई महाराष्ट्र में पसंदीदा नेता के बारे में पूछे तो आपको महाराष्ट्र से बाहर जाने की जरूरत नहीं है। ऐसे नेता आपको महाराष्ट्र में ही मिल जाएंगे। शिवाजी तो अब पुराने जमाने की बात हैं। नए जमाने में अंबेडकर से लेकर नितिन गडकरी तक आपको यहीं मिल जाएंगे।
कोश्यारी के बयान पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी प्रतिक्रिया जताई है। उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज हमारे लिए भगवान हैं और हम लोग अपने माता-पिता से भी ज्यादा आदर उन्हें देते हैं। वे हम सभी के जीवन के लिए आदर्श हैं।