TRENDING TAGS :
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में पुलिस मुठभेड़, मारे गए 13 नक्सली
Encounter: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में पुलिस और नक्सिलयों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई, जिसमें 13 नक्सली ढेर किए गए हैं।
Encounter: महाराष्ट्र (Maharashtra) के गढ़चिरौली (Gadchiroli) में पुलिस की सी-60 यूनिट और नक्सिलयों (Naxals) के बीच मुठभेड़ (Encounter) होने की खबर सामने आ रही है। इस दौरान पुलिस के जवानों ने अब तक 13 नक्सलियों को ढेर (6 Naxals Killed) कर दिया है। पुलिस ने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली के एटापल्ली जंगल इलाके से नक्सलियों के शवों (Bodies of Naxals) को बरामद किया है।
बता दें कि महाराष्ट्र मे नक्सलियों के खिलाफ नक्सल विरोधी अभियान चलाया जा रहा है। इस बीच गढ़चिरौली में महाराष्ट्र पुलिस और उनके बीच मुठभेड़ शुरू हो गई, जिसमें 13 नक्सलियों को पुलिस ने ढेर कर दिया है। इसकी जानकारी गढ़चिरौली के डीआईजी संदीप पाटिल ने दी। इलाके में अभी भी तलाशी अभियान जारी है। बता दें कि महाराष्ट्र के गढ़चिरौली इलाका छत्तीसगढ़ की सीमा से लगा हुआ है। यह पूरा क्षेत्र नक्सल प्रभावित है।
पुलिस को मिली थी नक्सलियों की मौजूदगी की जानकारी
मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस टीम को इलाके में नक्सलियों की मौजूदगी की जानकारी मिली थी। जिसके बाद पुलिस की सी-60 यूनिट ने नक्सलियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इस दौरान नक्सलवादियों ने पुलिस की टीम पर हमला बोल दिया, जिसके बाद यह एनकाउंटर शुरू हो गया। अब तक पुलिस ने इस मुठभेड़ में 13 को मार गिराया है। जिनके शवों को बरामद कर लिया गया है।
बीत हफ्ते भी 2 नक्सली हुए थे ढेर
गौरतलब है कि इससे पहले 13 मई को नक्सल विरोधी अभियान में 2 नक्सलियों को ढेर किया गया था। यह मुठभेड़ पिछले हफ्ते धनोरा तालुक के मोर्चुल गांव के पास जंगली इलाके में हुई थी। दरअसल, पुलिस को इनपुट मिला था कि मोर्चुल के जंगलों में 25 नक्सली जमा हुए हैं। ऐसे में पुलिस मौके पर पहुंची और इलाके को चारों ओर से घेर लिया।
जब नक्सलियों ने खुद को पुलिस से चारों ओर से घिरा पाया तो उन्होंने गोलियां चलानी शुरू कर दी थी। जिसके बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए सुरक्षाबलों ने भी गोलीबारी शुरू की, जो देखते देखते मुठभेड़ में तब्दील हो गई। इसमें दो नक्सलियों को पुलिस ने मार गिराया था, जबकि अन्य वहां से मौका देखते भाग निकले थे। उस दौरान मारे गए नक्सलियों में एक महिला नक्सली का शव भी बरामद हुआ था।
वहीं, इससे पहले अप्रैल महीने के आखिरी हफ्ते में नक्सल प्रभावित जिले के गढ़चिरौली में नक्सलवादियों ने एक पुलिस स्टेशन पर ग्रेनेड से अटैक कर दिया था। हालांकि गनीमत ये रही कि ग्रेनेड फटा नहीं, जिससे एक बड़ा हादसा होते-होते रहे गया था। आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ जवानों पर नक्सलियों ने हमला किया था। जिसमें 22 जवान शहीद हुए थे।
29 मार्च को 5 नक्सली हुए थे ढेर
वहीं, आपको बताते चलें कि इससे पहले 29 मार्च को भी गढ़चिरौली में खोब्रामेन्धा के जगलों में सुरक्षाबलों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ हो गई थी, जिसमें दो महिलाओं समेत कम से कम पांच नक्सली मारे गए थे। दरअसल, गढ़चिरौली पुलिस की सी-60 कमांडो टीम ने जंगल में विभिन्न स्थानों पर नक्सलियों के खिलाफ तलाशी अभियान चलाया था। इस दौरान पुलिस के जवानों की 50-60 चरमपंथियों के साथ मुठभेड़ हो गई थी।
एनकाउंटर में दोनों ओर से ताबड़तोड़ गोलीबारी की जाती रही, जो कि करीब एक घंटे से भी अधिक समय तक जारी रही थी। जिसके बाद नक्सलवादी मौका पाते ही जंगल में अंदर की तरफ भाग गए थे। इसके बाद पुलिस ने आसपास के क्षेत्र में छानबीन की तो इलाके से 303 राइफल मैगजीन, जिंदा कारतूस, बिजली के तारों के बंडल, फायर-क्रैकर बम, दवाइयां, 3 प्रेशर कुकर बम और अन्य कई चीजें बरामद हुई थी। वहीं एक अन्य मुठभेड़ में पांच नक्सलवादी मारे गए थे, जिसमें दो महिलाएं भी शामिल थीं।
कैसे हुए गढ़चिरौली का गठन
आपका बता दें कि महाराष्ट्र के गढ़चिरौली इलाका छत्तीसगढ़ की सीमा से लगा हुआ है। यह पूरा क्षेत्र नक्सल प्रभावित है। गढ़चिरौली जिले का गठन 26 अगस्त 1982 को चंद्रपुर जिले से गढ़चिरौली और सिरोंचा तहसीलों को अलग करके किया गया था। गढ़चिरौली जिला महाराष्ट्र के दक्षिणपूर्वी कोने में स्थित है। यह चंद्रपुर जिला, गोंदिया जिला, छत्तीसगढ़ राज्य और तेलंगाना राज्य से घिरा है। गढ़चिरौली एक आदिवासी जिला है।