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महाराष्ट्र में गंभीर हालात: बेकाबू हुआ कोरोना, लग सकता है लॉकडाउन

महाराष्ट्र में 1 अप्रैल को कोरोना के 43 हजार से ज्यादा नए कर्ज किए गए। राज्य में कोरोना से हालात काफी ज्यादा बुरे हैं।

Shreya
Published on: 2 April 2021 9:44 AM GMT (Updated on: 2 April 2021 10:39 AM GMT)
Maharashtra Corona
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उद्धव ठाकरे (फोटो- ट्विटर)

नीलमणि लाल

नई दिल्ली: देश में कोरोना की रफ्तार तेज होती जा रही है। 1 अप्रैल को अब तक के सारे रिकॉर्ड टूट गए और 72 हजार से अधिक नए केस दर्ज किए गए। 1 अक्टूबर 2020 यानी 5 महीने बाद कोरोना के मामलों में इतना बड़ा उछाल देखा गया है। 11 अक्टूबर 2020 को एक दिन में 74,383 नए मामले सामने आए थे। बहरहाल, सबसे ज्यादा खराब हालत महाराष्ट्र की है।

महाराष्ट्र में 1 अप्रैल को कोरोना संक्रमण के 43 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए। महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 2,856,163 तक पहुंच गयी है। राज्य में कोरोना से 54,898 लोगों की मौत हो चुकी है।

महाराष्ट्र में मार्च में कोरोना के 6,51,513 नए मामले आए जो पिछले पांच महीने में आए कुल मामलों का 88.23 प्रतिशत हैं। पिछले साल एक अक्तूबर और 28 फरवरी 2021 के बीच कोरोना वायरस के 7,38,377 मामले सामने आए। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सूबे के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जनता को संबोधत करेंगे। माना जा रहा है कि सरकार मौजूदा स्थिति को देखते हुए लॉकडाउन (Lockdown) का ऐलान कर सकती है।

मुंबई में कोरोना बम

मायानगरी मुंबई में कोरोना बम फूट रहा है और 1 अप्रैल को यहाँ 8,646 नए मामले सामने आए हैं, जो महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक एक दिन में दर्ज किए मामलों की सबसे अधिक संख्या है। यानी मुम्बई ने कोरोना का रिकार्ड बना डाला है। मुंबई में 28 मार्च को 6,923 मामले दर्ज किए गए, जो अब तक रिकॉर्ड है। यही नहीं, कोरोना से ठीक होने वालों की तादाद भी घट रही है। मुंबई में मार्च के अंत में रिकवरी रेट घटकर 85 फीसदी रह गई जबकि फरवरी के अंत में यह 93 प्रतिशत थी। आंकड़ों के अनुसार संक्रमण में वृद्धि दर फरवरी के अंत में दर्ज 0.28 प्रतिशत से बढ़कर मार्च अंत तक 1.37 प्रतिशत हो गयी।

मुंबई में इस साल मार्च में कोरोना के 88,710 मामले सामने आए हैं, जो कि फरवरी में सामने आए कुल मामलों से 475 फीसदी ज्यादा हैं। फरवरी में 18,359 मामले सामने आए थे, वहीं जनवरी में यह आंकड़ा 16,328 था।

मुंबई और गुजरात में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए रेलवे ने अहमदाबाद से मुंबई सेंट्रल के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस को दो अप्रैल से 30 अप्रैल तक रद्द कर दिया है।

मुंबई में कई बंदिशें भी लगाई गयी हैं और अब पूर्ण लॉक डाउन का ख़तरा मंडरा रहा है। मुम्बई के बाद पुणे का नंबर है जहाँ कोरोना विस्फोटक स्थिति में है। महाराष्ट्र में कोरोना बम फूटने की वजह लोगों की लापरवाही है। मास्किंग, दूरी, साफ़ सफाई आदि का पालन बहुत कम लोग कर रहे हैं और सरकार की सख्ती भी नदारद रही है। इसका खामियाजा अब जनता ही भुगत रही है।

Shreya

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