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Maharashtra: जेल में बंद पूर्व मंत्री देशमुख की तबीयत बिगड़ी, आईसीयू में चल रहा इलाज
Maharashtra: महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में गृह मंत्री रहे अनिल देशमुख की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उन्हें जेल से मुंबई के केईएम अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां ICU में उनका उपचार चल रहा है।
Maharashtra: महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार में गृह मंत्री रहे अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) की तबीयत अचानक बिगड़ गई। आनन – फानन में उन्हें जेल से मुंबई के केईएम अस्पताल (KIM Hospital) में भर्ती करवाया गया, जहां ICU में उनका उपचार चल रहा है। देशमुख (Anil Deshmukh) ने जेल प्रशासन से सीने में दर्द, हाई बीपी और कंधे में दर्द की शिकायत की थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। बताते चलें कि पूर्व मंत्री अनिल देशमुख पर जबरन वसूली और धनशोधन का केस चल रहा है जिसके चलते वे जेल में सजा काट रहे हैं।
देशमुख पर लगे जबरन वसूली के आरोप
उद्धव सरकार (Uddhav Sarkar) में पूर्व मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ( Mumbai Former Police Commissioner Parambir Singh) द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए जबरन वसूली और धनशोधन के आरोपों के सिलसिले में 1 नवंबर 2021 को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने कहा था कि पद पर रहते हुए अनिल देशमुख ने उनसे मुंबई के कुछ चुनिंदा पुलिस अधिकारियों को रेस्तरां और बार से प्रति माह 100 करोड़ रुपये वसूलने के लिए कहा था। हालांकि देशमुख ने इन आरोपों से इनकार किया, लेकिन बाद में आरोपों से घिरने के कारण बढ़ते दवाब को देखते हुए उन्हें पद छोड़ना पड़ा था।
इसके अलावा पूर्व मंत्री पर पद पर रहते हुए तत्कालीन सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाजे (Former Assistant Police Inspector Sachin Vaze) के माध्यम से मुंबई में विभिन्न बारों और रेस्तरां से 4.70 करोड़ इकट्ठा करने का आरोप भी लगे थे। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) का कहना है कि इस पैसे को नागपुर स्थित श्री सांईं शिक्षण संस्थान में भेज दिया गया, जिसका कंट्रोल देशमुख परिवार के पास है। इसके अलावा सीबीआई (CBI) ने भी करप्शन के एक मामले में उनपर मामला दर्ज कर रखा है।
बता दें कि इस महीने की शुरूआत में अदालत ने देशमुख ने देशमुख की उस याचिका को खारिज कर दिया था, जिसमें उन्होंने एक निजी अस्पताल में कंधे की सर्जरी कराने की अनुमति मांगी थी। मगर कोर्ट ने उनकी इस मांग को खारिज करते हुए कहा कि वह मुंबई के सरकारी जेजे अस्पताल में अपना इलाज करा सकते हैं।