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Maharashtra Politics : देसी गाय अब राज्यमाता बनीं, राज्य की बीजेपी सरकार ने दिया दर्जा, चुनाव से पहले खेला हिन्दू कार्ड
Maharashtra Politics : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी सरकार ने बड़ा हिन्दू कार्ड खेल दिया है। एकनाथ शिंदे सरकार ने देसी गाय को राज्यमाता का दर्जा दे दिया है।
Maharashtra Politics : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी सरकार ने बड़ा हिन्दू कार्ड खेल दिया है। एकनाथ शिंदे सरकार ने देसी गाय को राज्यमाता का दर्जा दे दिया है। इस फैसले की घोषणा करते हुए उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि देसी गायें हम सबके लिए एक वरदान हैं।
राज्य सरकार ने कहा कि भारतीय संस्कृति और हिन्दू धर्म में गाय की बड़ी महिमा है। इसके साथ ही महाराष्ट्र सरकार ने गौपालन को बढ़ावा देने और संरक्षण के लिए एक नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। यह नोटिफिकेशन डेयरी विभाग ने जारी किया है। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र गाय को राज्यमाता का दर्जा देने वाला दूसरा राज्य बन गया है। इसके पहले 2018 में उत्तराखंड सरकार ने गाय को राज्यमाता का दर्जा दिया था।
महाराष्ट्र सरकार ने अनुसार भारतीय संस्कृति में वैदिक काल से ही मानव आहार में देशी गाय के दूध की उपयोगिता, आयुर्वेद चिकित्सा, पंचगव्य उपचार पद्धति और जैविक कृषि प्रणालियों में गोबर एवं गोमूत्र के महत्व के बारे में बताया गया है। देसी गाय के भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण स्थान के मद्देनजर अब इसे “राज्यमाता“ का दर्जा दे दिया गया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक में सोमवार को देसी गायों के पालन-पोषण के लिए प्रतिदिन 50 रुपये की सब्सिडी योजना लागू करने को भी हरी झंडी दे दी है। गोशालाओं में गायों की बेहतर देखभाल के लिए यह निर्णय लिया गया है। सब्सिडी योजना महाराष्ट्र गोसेवा आयोग द्वारा ऑनलाइन लागू की जाएगी। महाराष्ट्र के हर जनपद में एक जिला गोशाला सत्यापन समिति की स्थापना की जाएगी।
देसी गायों की संख्या में आ रही गिरावट
महराष्ट्र के मराठवाडा में देवरी, ललकानारी व उत्तरी महाराष्ट्र में डांगी और शवदाभ जैसी देशी नस्ल की गायें पाई जाती हैं। बीते कुछ सालों में देसी गायों की संख्या में तेजी से गिरावट आयी है। देसी गायों की संख्या में गिरावट को लेकर सरकार ने चिंता जाहिर की है। महाराष्ट्र सरकार को उम्मीद है कि देसी गायों को ‘राज्यमाता’ का दर्जा दिए जाने से किसानों को प्रोत्साहन मिलेगा।